Wednesday, 1 May 2013

विदेशियों को भाया हरियाणा का पनीर



 पिज्जा के लिए मुर्राह भैंस के दूध से तैयार होगा मोजरिला चीज 
ब्राजील से आया मुर्राह को देखने आया दल
जींद। विदेशियों को हरियाणा का पनीर इस कदर पसंद आ रहा है की पिज्जा के लिए खास  मुर्राह भैंस के दूध से मोजरिला चीज की मांग की जा रही है। मुर्राह के चर्चे सुन कर ब्राजील से हरियाणा पहुंचे विदेशी पशुपालक एटेक्नीशियन ए दूध उत्पादकों ने जींद के डेयरी फार्मों का दौर किया और यहां की भैंसों के दूध उत्पादन देख कर हैरान रह गए। ब्राजील के पशु पालकों का कहना है की भारत की जलवायु और तापमान उन के देश से मिलता जुलता है और यहां की मुर्राह नस्ल के दूध में सर्वाधिक फैट पाया जाता है जो दुग्ध उत्पादों के लिए वरदान से कम नहीं है। अगर दोनों देशों की सरकारें चाहें तो ब्राजील के पिज़्ज़ा प्रेमी यहां के दूध से बने मोजरिला चीज का स्वाद ले सकेंगे। 
मुर्राह के मुरीदों की बढ़ रही है तादाद
हरियाणा की मुर्राह भैंसों के मुरीदों की तादाद दिनों दिन बढ़ती जा रही है। अपनी दूध उत्पादन क्षमता और भरपूर फैट के कारण यह नस्ल  दुनियां भर के पशुपालकों की पसंद बन गयी है। बुधवार को ब्राजील से पशु पालकों ए डैरी टेक्नीशियन और प्रोफेसरों का 12 सदसीय दल हरियाणा दौरे पर  पंहुचा। मुर्राह नस्ल की भैंसों को  देखने के लिए खास तौर पर यहां आए इस दल ने  जींद के लक्ष्य मिल्क प्लांट के डेयरी फार्मों का दौरा किया और  मुर्राह रिसर्च सेंटर में इक_ा किये जा आकड़ों का अध्ययन किया। इस दल के केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान नाभा के अधिकारी भी शामिल थे।
ब्राजील में भैंसें प्रतिदिन देती हैं एक से सात लीटर दूध
ब्राजीलियन बुफेलो एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवर्डो ने बताया की उन के देश में भी भैसें पाली जाती हैं। लेकिन वे एक दिन में सात से साढ़े सात लीटर तक ही दूध देती हैं। जब की उन की कीमत अढ़ाई से दस लाख रुपये तक होती है। वे लक्ष्य डेयरी फार्म में 25 लीटर तक दूध देने वाली भैंसों को देख कर हैरान रह गए हैं। 
ब्राजील में पनीर की है काफी मांग
वहीं डेयरी फार्म चलाने वाले फ्रांसिस्को ने बताया कि ब्राजील की दो करोड़ की आबादी में पनीर की काफी मांग है वे अपने देश की एम्बैसी से भारत में बने  दुग्ध उत्पाद आयात करने की मांग रखेंगे। दल के साथ आई प्रोफेसर सेसिलिया ने कहा की वे अपने देश में पिज्जा के लिए यहां का  मोजरिला चीज मंगाना चाहती हैं। इस के लिए वे हर संभव प्रयास करेगें। 
विदेशों में भी मुर्राह बन रही आकर्षण का केंद्र
लक्ष्य मिल्क प्लांट के मैनेजिंग डायरेक्टर बलजीत रेढू ने बताया की मुर्राह  भैंस पूरे विश्व के दूध उत्पादकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। विदेशों से लगातार आ रही मांग को देखते हुए वे अपने प्लांट में मोजरिला चीज का उत्पादन शुरू करने की योजना बना रहें हैं और अगर देश और प्रदेश की  सरकारों ने अनुमति दी तो अगले दो सालों में किसी भी देश में मोजरिला चीज निर्यात करने में सक्षम होंगे।


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