Friday, 11 January 2013

सैनिकों की हत्या पर बढ़ा जनाक्रोश

जींद : पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा भारतीय सैनिकों की नृशंस हत्या और सैन्य धर्म की सारी मर्यादाओं को लांघकर उनके सिर अपने साथ ले जाने के कुकृत्य के लिए विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने शहर में प्रदर्शन किया और पाकिस्तान का पुतला फूंका। प्रदर्शन में विश्व हिंदु परिषद, बजरंग दल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, आर्य समाज, गोभक्त मंडल, कीर्तन मंडल आदि के पदाधिकारियों ने भाग लिया और झांझ गेट पर विश्व हिंदु परिषद के अध्यक्ष फूल कुमार शास्त्री की अध्यक्षता में पुतला फूंका। जिलाध्यक्ष ने कहा कि पाकिस्तान एक प्रभुसत्ता संपन्न देश न होकर आतंकवादियों, अनाचारियों व विधर्मियों का अड्डा बनकर रह गया है। अब समय आ गया है कि भारत सहित विश्व के सभी देश पाकिस्तान सैनिकों के इस अभद्रता व बर्बरता पूर्ण कृत्य पर सोचकर उसको सुधारने का काम करें। पाकिस्तान के सैनिकों की यह बौखलाहट सैन्य धर्मो के उल्लंघन की पराकाष्ठा है। भारत सरकार इस पर चुप न बैठकर उसे दंडित करें। जिला उपाध्यक्ष महेश मंगला ने कहा कि इस प्रकार सैनिक पत्यिों के माथे पर उतरा सिंदूर तथा गया हुआ नन्हे-मुन्नों का सहारा पाकिस्तान की कफन में कील का काम करेगा। भारत के लोग इस दुष्कृत्य पर हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठेंगे। सरकार इस पर सख्त से सख्त कार्रवाई करें। आर्य समाज हरियाणा के उपाध्यक्ष प्रो. ओम कुमार ने कहा कि इस प्रकार का सेना के नियमों का उल्लंघन यह दर्शाता है कि पाकिस्तान में अब सरकार नाम की कोई चीज न होकर वहां पर आतंकवादियों का तांडव नृत्य हो रहा है, जिसका भयावह दृश्य हम तक भी पहुंच रहा है। यदि अब भी भारत सरकार नहीं जागी तो इसके भयंकर परिणाम हो सकते हैं। बजरंग दल के संयोजक नरेंद्र शर्मा ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत की 120 करोड़ जनता पाकिस्तान के इस दुस्साहस का करारा जवाब दें। आर्य समाज से रमेश आर्य ने कहा कि देश के सैनिक देश की सीमाओं की रक्षा करते-करते शहीद होते रहते हैं, लेकिन देश के वीर बांकुरों की क्रूर व नृशंस हत्या देश के लिए शर्म की बात है। भारत सरकार पाकिस्तान के इस शर्मनाक कृत्य पर तुरंत कार्रवाई करें। सरकार से मांग की गई कि सरकार कारगिल के शहीदों की तर्ज पर इन जांबाजों के आश्रितों को भी सहायता प्रदान करें। इस अवसर पर प्रो. दया सिंह, राधेश्याम मित्तल, बलवान, रवींद्र, रविदत्त शास्त्री, प्रदीप सिंगरोहा, रिंकू जागड़ा, ओमपाल नैन, सुशील सोपर्ण, मदनलाल शास्त्री, रामदास शास्त्री आदि मौजूद थे। वहीं महात्मा गांधी संस्थान में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें भारत-पाक सीमा पर शहीद हुए जवान नायक हेमराज एवं नायक सुधारक को श्रद्धांजलि दी गई। संस्थान के निदेशक राजकुमार भोला ने कहा कि पाक सैनिकों का इस प्रकार का कृत्य समस्त मानवता के खिलाफ है। इस प्रकार का कृत्य उनकी धार्मिक कट्टरता एवं संकीर्ण मानसिकता को परिभाषित करता है। मानवता विरोधी इस प्रकार के कृत्यों पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि इस प्रकार के मानवता विरोधी कृत्यों पर लगाम लगाई जा सके। इस अवसर पर डॉ. देवेंद्र, राजवीर, मेजर राजवीर सिंह आदि मौजूद थे।

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