अनाथ, जरूरतमंद, उत्पीडि़त बालिकाओं को दिया जाएगा आश्रय
डिफेंस कालोनी में तय हुई साइट, एनजीओ चलाएगा आश्रम
25 बालिकाओं के रहने, खाने तथा पढ़ाई की होगी व्यवस्था
अब तक जिले में नहीं है बालिकाओं के लिए आश्रय स्थल
जींद
डिफेंस कालोनी में जल्द ही अनाथ, जरूरतमंद तथा उत्पीडऩ का शिकार हुई बालिकाओं के प्रोटेक्शन के लिए शांति बाल आश्रम खुलने जा रहा है। आश्रम में बालिकाओं के रहने, खाने, सोने तथा पढ़ाई का पूरा प्रबंध होगा। आश्रम को समाज सेवी संस्था चलाएगी, जबकि जिला महिला एवं बाल संरक्षण विभाग आश्रम की व्यवस्थाओं पर नजर रखेगा। विभाग ने बालिकाओं के आश्रम के लिए फाइल को अपूर्वल के लिए मुख्यालय को भेजा हुआ है। अपूर्वल मिलते ही बालिकाओं के लिए शांति बाल आश्रम अस्तित्व में आ जाएगा और आश्रम बालिकाओं की सुरक्षा, पढ़ाई, लिखाई समेत तमाम बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। आश्रम में 18 साल से कम वर्ष की बालिकाओं को रखने का प्रावधान किया गया है।
जरूरतमंद बालिकाओं के लिए नहीं है जिले में कोई व्यवस्था
अनाथ, घर छोडऩे वाली तथा उत्पीडऩ का शिकार हुई बालिकाओं के रहने के लिए जिले में कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसी लड़कियों को नारी निकेतन भेजने के सिवाए कोई चारा जिला प्रशासन के पास नहीं है। काफी सारे मामले आमतौर पर उत्पीडऩ के आते रहते हैं। इसके अलावा कुछ ऐसी बालिकाएं भी हैं जो अनाथ है और उनका रहन, सहन तथा पढ़ाई की व्यवस्था प्रभावित हो रही है। कुछ बालिकाएं घर को छोड़ देती हैं और वह वापस नहीं लौटना चाहती। कुछ बालिकाओं को अभिभावक नहीं अपनाते, ऐसे हालात में दूसरे जिलों की तरफ देखना पड़ता है। जिले में ऐसी व्यवस्था हो की बालिकाओं को छत मिले और सहायता मिले ताकि उनका उत्थान हो सके तथा जिंदगी सवंर सके। जरूरत को देखते हुए जिला मुख्यालय पर बालिकाओं के लिए शांति बाल आश्रम स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। जबकि अनाथ लड़कों के लिए गांव निर्जन में जरूर अनाथ आश्रम चलाया जा रहा है।
25 बालिकाओं के रहने की होंगी तमाम सुविधाएं
जिला महिला एवं बाल संरक्षण विभाग द्वारा मुख्यालय को भेजी गई अपूर्वल के लिए फाइल में 25 बालिकाओं के कम से कम रहने के लिए जगह की व्यवस्था व तमाम सुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई है। जिसमे बालिकाओं के रहने के लिए साफ सुथरा वातावरण, सुरक्षा के प्रबंध, खाने, आवासीय तथा पढ़ाई-लिखाई के बारे में लिखा गया है। आश्रम के अंदर का वातावरण ऐसा उपलब्ध करवाया जाएगा कि बालिकाओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो और माहौल घर जैसा दिखाई दे। फिलहाल विभाग ने डिफेंस कालोनी में एक साइट को तय किया है। जिसमे 25 बालिकाएं आराम से रह सके और पढ़ाई लिखाई के संबंध में दूर भी न जाना पड़े।
केयर लाइफ एनजीओ करेगा संचालित
जिला मुख्यालय के डिफेंस कालोनी में चलाए जाने वाले बालिकाओं के लिए शांति बाल आश्रम को केयर लाइफ एनजीओ संचालित करेगा। जिला महिला एवं बाल संरक्षण विभाग ने केयर लाइफ एनजीओ द्वारा दी गई फाइल को अप्रूवल के लिए मुख्यालय में भेजा है। संस्था के अध्यक्ष डा. दिनेश की देखरेख में यह शांति बाल आश्रम चलाया जाएगा। जबकि विभाग आश्रम के अंदर की व्यवस्थाओं तथा सुविधाओं पर नजर रखेगा और संस्था का सहयोग करेगा।
जिला महिला एवं बाल सरंक्षण अधिकारी सुजाता महलान ने बताया कि जिला में अनाथ तथा जरूरतमंद बालिकाओं के रहने तथा उनका जीवन संवारने से संबंधित कोई व्यवस्था नहीं है। अब स्वयं सेवी संस्था केयर लाइफ की सहायता से डिफेंस कालोनी में बालिकाओं के लिए शांति बाल आश्रम खोला जाएगा। जिसमे बालिकाओं को रहने, खाने, आवासीय, पढ़ाई-लिखाई से संबंधित जीवन संवारने की तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
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