बुआना के सरकारी स्कूल में हुआ सेमिनार
जींद
गांव बुआना स्थित राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय में सेमिनार का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता स्कूल प्राचार्य सत्यवान ने की। इसमें जिला बाल कल्याण अधिकारी अनिल मलिक ने कहा कि किशोरावस्था में चारों ओर उलझनें नजर आती रहती हैं। बच्चों में मन में द्वंंद्व चलता रहता है। अनिल मलिक ने कहा कि अभिभावकों को अपनी परवरिश की जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाते हुए बच्चों के साथ बेहतर संवाद, सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार कायम करते हुए उनके परामर्शदाता, सलाहकार तथा उनके मार्गदर्शक की भूमिका निभानी चाहिए। जैसा भी व्यावहार हम आपने जीवन में परिवार के सदस्यों के साथ-साथ सामाजिक भूमिका निभाते हुए करते हैं, इसका असर परोक्ष रूप से बच्चों के जीवन में नजर आता है। बच्चों में विशेष तौर से किशोरावस्था में, जो 12 से 18 साल की उम्र के दौरान जब कई तरह की घटनाएं एक साथ उनके जीवन में परिवर्तन और विकास के रूप में घटने लगती हैं, तब कौन सी बात तनाव के बीज बो देती है, कहा नजीं जा सकता। अभिभावकों को उसे पहचानते हुए बच्चों की मदद करनी चाहिए। उन्होंने चाइल्ड हैल्प लाइन कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि पूरा समाज हमारा सबका बड़ा घर है और हमारी एक-दूसरे के प्रति जिम्मेदारी बनती है कि कोई भी बच्चा आपातकालीन परिस्थिति में चाइल्ड हैल्प लाइन की सेवा का लाभ ले सकता है।
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