Wednesday, 13 December 2017

बनभौरी मंदिर को लेकर खापें उतरी सरकार के विरोध में

तत्काल प्रभाव से मंदिर के सरकारीकरण को रद्द करे सरकार : कंडेला
15 दिसम्बर को खापें, सामाजिक संगठन, जनप्रतिनिधि करें प्रदर्शन
मंदिर का सरकारीकरण कर जनभावना को भड़का रही है सरकार
जींद
बनभौरी मंदिर के सरकारीकरण के विरोध में खाप चौधरी, सामाजिक संगठन, विश्व हिन्दू परिषद, सरपंच तथा ब्राह्मण सभा उतर आई है। सभी 15 दिसम्बर को मंदिर के सरकारीकरण के विरोध में शहर में प्रदर्शन करेंगे और सरकारीकरण को रद्द किए जाने की मांग को लेकर डीसी को ज्ञापन सौंपेंगे। खाप चौधरियों तथा सामाजिक संगठनों ने चेताया कि अगर 15 दिसम्बर तक सरकार ने अपने फैसले को वापस नहीं लिया तो खापें तथा सामाजिक संगठन, कर्मचारी संगठन मिलकर आंदोलन शुरु कर देंगे। जाट धर्मशाला में सर्वजात सर्वखाप के राष्ट्रीय संयोजक टेकराम कंडेला, प्रदेशाध्यक्ष मेवासिंह छातर, प्रवक्ता मा. किताब सिंह भनवाला, सरपंच मुकेश, संजय, विहिप के पूर्व जिलाध्यक्ष फूलकुमार शास्त्री, ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष भगवानदास ने संयुक्त पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार ने बनभौरी मंदिर का सरकारीकरण कर उससे जुड़े परिवारों, भक्तों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया है। सदियों से ब्राह्मण परिवार मंदिर की देखरेख, रखरखाव करते आ रहे हैं। 36 बिरादरी के अलावा हिन्दू, सिक्ख तथा सिया मुस्लमान बनभौरी मंदिर में आस्था रखते हैं। सरकार के फैसले से भी जाहिर है कि इसमे षडयंत्र की बू आ रही है। मंदिर के सरकारीकरण के विरोध में 15 दिसम्बर को जिलेभर की खापें, सामाजिक संगठन, कर्मचारी, पंच सरपंच तथा जिला पार्षद एकजुट होकर शहर में विरोध प्रदर्शन करेंगे। ज्ञापन के माध्यम से सरकार को लोगों की भावना के बारे में अवगत करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बनभौरी मंदिर के समकक्ष दर्जनभर पुजनीय स्थल हैं, जिनकी तरफ सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया। केवल बनभौरी मंदिर को टारगेट किया गया है। 15 दिसम्बर को ही ठोस रणनीति भी बनाई जाएगी, जिसके लिए बकायदा एक कमेटी का गठन किया जाएगा जो आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी। खाप चौधरियों तथा सामाजिक संगठनों ने आरोप लगाया कि सरकार मंदिर का निजीकरण कर तानेबाने को तोडऩे की कोशिश कर रही है और भक्तों की आस्था से खिलवाड़ कर रही है। जिससे लोगों में अच्छा खास रोष है। उन्होंने चेताया कि अगर सरकार ने मंदिर के सरकारीकरण के फैसले को रद्द नहीं किया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। इस मौके पर मानव सेवा समिति के प्रेम भारद्वाज, ब्राह्मण सभा के प्रवक्ता ओम नारायण, हरपाल ढुल, जीतगढ़ के सरपंच संजय, रामकुमार समेत कई लोग मौजूद थे।
सर्वजात सर्वखाप के राष्ट्रीय संयोजक एवं कंडेला खाप के प्रधान टेकराम कंडेला ने कहा कि बनभौरी मंदिर से लाखों लोगों की आस्थाएं जुड़ी हुई हैं। मंदिर की देखरेख कर रहे पुजारी परिवारों के साथ सरकार खिलवाड़ कर रही है। जिसे खापें बिल्कुल भी सहन नहीं करेंगी। 15 दिसम्बर को प्रदर्शन के माध्यम से रोष जताया जाएगा, उसके साथ ही आंदोलन की रणनीति भी बनाई जाएगी।
गांव ईक्कस के सरपंच प्रतिनिधि हरपाल ढुल ने कहा कि मंदिर का सरकारीकरण जनभावना से खिलवाड़ है। सरकार को स्वर्ण मंदिर के मामले से सबक लेना चाहिए। उस दौरान पंजाब में क्या हुआ था, अब हरियाणा में भी मंदिर का सरकारीकरण कर जनभावना को उकसाने का कार्य किया जा रहा है। 

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