किसानों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ी
तापमान में आई गिरावट, ठिठूरन बढ़ी
जींद
सर्दी के मौसम की सोमवार दिन में हुई बूंदाबांदी तथा रात को हुई पहली बारिश के साथ ही तापमान में गिरावट आई। बारिश के बाद चली ठंडी हवा से पूरा क्षेत्र शीत लहर के आगोश में समा गया है। शीत लहर ने लोगों को घरों के अंदर दुबकने को मजबूर कर दिया। बारिश से किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई। बारिश से गेहूं की फसल को काफी लाभ होगा। सोमवार रात को जींद में सात एमएम, सफीदों में बूंदाबांदी, जुलाना में चार एमएम, उचाना में पांच एमएम, नरवाना में छह एमएम, पिल्लूखेड़ा में बूंदाबांदी दर्ज की गई। सोमवार को दिनभर आकाश में काले बादलों का जमावड़ा लगा रहा। दोपहर को हवा भी तेज हो गई और बंदूाबांदी शुरु हो गई जो रात को बारिश में तब्दील हो गई। जो रातभर रूक रूक कर जारी रही। मंगलवार को दिन का आगाज ठंड के साथ हुआ। दिनभर आकाश में बादलों का जमावड़ा लगा रहा और सुबह हलकी बूंदाबांदी हुई। मंगलवार को अधिकत्तम तापमान 21 डिग्री, न्यूनतम तापमान आठ डिग्री दर्ज किया गया। हवा की गति दस किलोमीटर प्रति घंटा रही। जबकि आद्रता 65 प्रतिशत रही। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों तक बादल छाए रहेंगे और बूंदाबांदी हो सकती है। खरीफ फसल बिजाई के बाद दिन में तापमान बढऩे लगा था और रात का तापमान नीचे जा रहा था। जिसके कारण किसानों को फसलों में चेपा, अल तथा अन्य बीमारियों की चिंता सताने लगी थी। इस बार जिले में किसानों ने 2.20 हजार हेक्टेयर में गेहूं तथा पांच हजार हेक्टेयर में सरसोंकी बिजाई की हुई है। लगभग दो हजार हेक्टेयर में चना, मेथी, जौ बरसीम की बिजाई की हुई है। सोमवार रात को हुई बारिश से गेंहू, चने, मेथी, जौ व सरसों की फसलों को काफी फायदा होगा।
पांडू पिंडारा कृषि विज्ञान केंद्र के कॉर्डिनेटर डा. आरडी पंवार ने बताया कि बारिश से सरसों, चना व गेहूं के अलावा सब्जियों की फसल को भी फायदा होगा। यह पानी का काम करेगा। यदि ओर बारिश हो जाती है तो यह सोने पर सुहागा साबित होगा।
No comments:
Post a Comment