10, 20 और 50 के नोटों की मालाओं की शादियों में डिमांड
जींद : जींद में हो रही शादियों में वर-वधू को 200 के नोटों की मालाओं के दीदार नहीं हो पा रहे। वर-वधू को शादी में 200 के नोटों की माला तो बहुत दूर की बात है, जींद में बैंकों के पास आज तक 200 के नोट की सप्लाई नहीं आई है। शादियों के इस सीजन में जींद में 10, 20 और 50 के नोटों की मालाओं की ही डिमांड है और यह डिमांड नोटों की माला बनाने वाले कुछ अतिरिक्त पैसा लेकर पूरी कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछले साल की गई नोटबंदी के बाद रिजर्व बैंक आफ इंडिया ने 200 रूपए का नया नोट पिछले दिनों जारी किया है। गुडग़ांव, अंबाला, पानीपत, सोनीपत, करनाल जैसे शहरों में ही अभी तक 200 के नोट की सप्लाई बैंकों में हो रही है। जींद के बैंकों में अभी तक 200 के नोट पहुंचे ही नहीं हैं। ऐसे में जींद में वर-वधू 200 के नोटों की मालाओं के लिए तरस गए हैं। उन्हें 200 के नोटों की मालाओं के दीदार नहीं हो रहे। इन नोटों के दीदार के लिए जींद के वर-वधू ही नहीं, बल्कि आम लोग भी खासे बेकरार हैं और उनकी यह बेकरारी अभी दूर होने की कोई संभावना भी नहीं लग रही। 200 के नोट को लेकर जींद में पंजाब नैशनल बैंक की मेन ब्रांच के चीफ मैनेजर बीएम पंवार का कहना है कि अभी तक जींद के किसी भी सरकारी या गैर-सरकारी बैंक में 200 के नोट नहीं पहुंचे हैं। मालाओं की बात तो दूर, जींद में बैंकों में भी 200 के नोट नहीं हैं।
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10, 20 और 50 के नोटों की मालाएं सज रही वर-वधू के गले में
इस समय चल रहे शादियों के सीजन में जींद में वर-वधू के गले में 10, 20 और 50 रूपए के नोटों की मालाएं ही सज रही हैं। इनमें भी 10 रूपए के नोटों वाली एक हजार रूपए की माला 1300 रूपए में मिल रही है। 20 रूपए के नोटों वाली एक हजार रूपए की माला 1100 रूपए में मिल रही है तो 50 रूपए के नोटों वाली एक हजार रूपए की माला 1500 रूपए में भी मुश्किल से मिल पाती है। दरअसल 50 रूपए के नए नोट बैंकों से मिल ही नहीं रहे। दिल्ली आदि शहरों से 50 रूपए के नए नोटों का जुगाड़ नोटों की माला बनाने वाले कर रहे हैं।
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नोटों की मालाओं में पिन का हो रहा इस्तेमाल
रिजर्व बैंक आफ इंडिया भले ही नोटों में पिन का इस्तेमाल करने पर पूर्ण रोक लगा चुका हो लेकिन वर-वधू के गले में डाली जा रही नोटों की मालाओं को नोटों में पिन लगाकर ही बनाया जा रहा है। इस पर किसी तरह की कोई रोक नहीं लग पा रही है।
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इंडियन करैंसी का हो रहा सरेआम अपमान
कायदे से नोटों को माला बनाकर बेचा नहीं जा सकता। यह इंडियन करैंसी के अपमान की श्रेणी में आता है। ऐसा करने वालों पर कार्रवाई का भी प्रावधान है लेकिन अब तक नोटों की मालाएं बेचने वालों पर जींद में कार्रवाई नहीं हुई है। शहर में पटियाला चौक नोटों की मालाओं का सबसे बड़ा केंद्र बना हुआ है। पटियाला चौक पर एक दर्जन से ज्यादा दुकानों पर नोटों की मालाएं बाहर सुबह ही टांग दी जाती हैं। इसके अलावा झांझ गेट, मेन बाजार, बस अड्डे के सामने भी कुछ दुकानदार इंडियन करैंसी का अपमान करते हुए नोटों की मालाएं बेच रहे हैं। इसमें वह मोटा मुनाफा भी कमा रहे हैं।
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क्या कहते हैं लीड बैंक मैनेजर
इंडियन करैंसी का नोटों की मालाएं बनाकर और बेचकर जींद में सरेआम अपमान किए जाने को लेकर जब जींद में लीड बैंक मैनेजर एमके झा से बात की गई तो उनका कहना था कि इस मामले में कार्रवाई करना प्रशासनिक अधिकारियों का कार्यक्षेत्र है। वह लीड बैंक मैनेजर होने के नाते प्रशासनिक अधिकारियों के संज्ञान में यह मामला लाकर नोटों की माला बनाकर बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अनुरोध करेंगे।
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