Tuesday, 23 April 2013

दिल्ली के दुराचारी को हो फांसी की सजा


गांव बीबीपुर में हुई महिला ग्राम सभा
दिल्ली दरिंदगी पर जताया रोष
सभा में पारित प्रस्तावों को पीएम को भेजा
जींद। गांव बीबीपुर में सोमवार को दिल्ली में पांच वर्षीय बालिका के साथ हुए गैंगरेप को लेकर महिला ग्राम सभा का आयोजन किया गया। जिसमें  महिला ग्राम सभा ने दुराचार मामले के आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग की। इसके अलावा पुलिस महकमे में मनोविशेषज्ञों की भर्ती किए जाने की भी मांग की गई। जो दुराचार जैसे अपराधों का मनोवैज्ञानिक परीक्षण करें और इन अपराधों को किस तरह से रोका जा सकता है, इस बारे में शोध करें। ग्राम सभा में महिलाओं का कहना था कि इस प्रकार के अपराध करने वाले व्यक्ति मानसिक रूप से ठीक नहीं होते हैं। जिसके कारण इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देते हैं। 
महिला ग्राम सभा की अध्यक्षता करते हुए रितु जागलान ने कहा कि इस तरह की घटनाएं सभ्य समाज के माथे पर बदनुमा दाग हैं। दिल्ली में गत १६ दिसंबर को युवती के साथ हुए सामूहिक दुराचार तथा अब दिल्ली में अबोध बालिका के साथ दुराचार करने वाले आरोपियों को फांसी से कम सजा नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मुकद्मे का फैसला जल्द से जल्द होना चाहिए। ग्राम सभा में मौजूद महिला सावत्री देवी ने कहा कि दुराचार पीडि़त का न केवल न्याय मिलना चाहिए बल्कि उसे न्याय मिलते दिखायी भी देना चाहिए। महिलाओं का कहने का तात्पर्य यह है कि फैसला कम से कम समय में होना चाहिए। जिस तरह से बच्चियों के साथ ऐसी वारदातें हो रही हैं, उन्हें रोकने के लिए सरेआम फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए। 
महिलाओं ने कहा कि जब तक समाज महिलाओं को लेकर अपनी सोच नहीं बदलेगा। तब तक ये जघन्य अपराध रूकेंगे नहीं चाहे कितना भी सख्त कानून क्यों न बना दें। कमलेश देवी ने कहा कि क्या वे इसलिए कन्या भू्रण हत्या के खिलाफ अभियान चला रही हैं कि बड़ी होने पर बच्चियों के साथ इस तरह से दुराचार होगा। उन्होंने कहा कि वे किस तरह से महिलाओं को यह समझाएंगी कि वे कन्या की कोख में हत्या न करवाएं। जब तक समाज महिलाओं को लेकर अपनी सोच नहीं बदलेगा। तब तक ये जघन्य अपराध रूकेंगें नहीं। उन्होंने कहा कि कानून बनाने से काम नहीं चलेगा। अपराध तभी रूकेंगे जब सोच बदलेगी। अनिता जागलान ने कहा कि जब तक दुराचार जैसे संवेदनशील मसले पर प्रत्येक व्यक्ति अपनी जिम्मेवारी नहीं समझेगा। तब तक इस प्रकार की घटनाएं रूकेंगी नहीं। उन्होंने कहा कि घटना होने के बाद कुछ दिन तक देश में हाय तौबा होती है। लेकिन इतने भर करने से काम नहीं चलेगा। समाज का प्रत्येक व्यक्ति जब तक अपनी यह जिम्मेवारी नहीं समझेगा कि बहु बेटियां सभी की एक समान हैं। तब इस प्रकार के अपराध नहीं रूकेंगे। बीबीपुर के सरपंच सुनील कुमार जागलान ने ग्रामसभा के प्रस्ताव को प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, महिला आयोग को भेजकर दुराचार के दोषी के लिए फांसी की सजा की मांग की जाएगी। प्रस्ताव में केंद्र सरकार से आग्रह किया जाएगा कि पुलिस महकमे मनोवैज्ञानिकों की भी भर्ती की जाए। जो इस प्रकार के अपराधों का मनोवैज्ञानिक परीक्षण करें। 

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