Monday, 10 September 2012

महीनों बाद भी नहीं बजी रेलवे थानों के फोन की घंटी


जींद : राजकीय रेलवे पुलिस थानों का लैंड लाइन फोन चार माह से अधिक समय                बीतने के बाद भी चालू नहीं हो सके थे। इससे आम जनता के साथ रेलवे पुलिस              कर्मचारियों की परेशानी भी बढ़ गई है। रेलवे पुलिस को अपनी जेब से फोन का खर्चा         उठाना पड़ रहा है। यही नहीं क्षेत्र में होने वाले हादसों के बारे सही समय पर सूचना न               आने के कारण परेशानी होती है। लगभग चार माह पूर्व पूरे प्रदेश में रेलवे द्वारा लैंड               लाइन टेलीफोन के बिल न भरे जाने से राजकीय रेलवे पुलिस थानों के कनेक्शन काट दिए गए थे। रेलवे के आडिट विभाग ने बिल भरने से मना किया था और इस पर                     आब्जेक्शन लगा दिया था। रेलवे ने यह बिल राज्य सरकार को भरने की बात कही थी। उसके बाद से लेकर अब तक पूरे प्रदेश के राजकीय रेलवे पुलिस थानों के लैंड लाइन             फोन के कनेक्शन कटे हुए हैं। इससे आम जनता के साथ-साथ अब रेलवे पुलिस                   कर्मचारियों की भी परेशानी बढ़ गई है। सूत्रों की माने तो अब रेलवे पुलिस के पास                 उतनी सूचनाएं नहीं पहुंच पाती, जितनी फोन ठीक होने से पहले पहुंचती थी। यह                    आंकड़ा सिमटकर रह गया है, क्योंकि आम जनता के पास रेलवे कर्मचारियों के नंबर          नहीं होते जबकि लैंड लाइन नंबर हर सार्वजनिक स्थान पर लिखे होते हैं। महीनों से यह नंबर खराब होने के कारण अब लोग किसी हादसे के होने पर सूचना नहीं दे पाते।                     
रेलवे कर्मचारियों की जेबें भी हो रही ढीली                                                                             
वहीं रेलवे पुलिस कर्मचारियों की जेबें भी ढीली होनी शुरू हो गई हैं। पहले जहां किसी              को सूचना देने के लिए रेलवे पुलिस कर्मचारी लैंड लाइन नंबर का सहारा लेते थे, वहीं             उन्हें अब अपने पर्सनल नंबर प्रयोग करने पड़ते हैं, लेकिन उन्हें इस खर्च के बदले कुछ            नहीं मिलता।                                                                                                                         
लगभग चार माह से अधिक समय से टेलीफोन खराब पड़ा है। इस मामले में बिल भरने को लेकर उच्चाधिकारियों के बीच बातचीत चल रही है। आने वाले कुछ दिनों में                                 टेलीफोन शुरू होने की संभावना है। टेलीफोन खराब होने के कारण परेशानी तो आ ही             रही है।                                                                                                                                      
विक्रम सिंह, प्रभारी, राजकीय रेलवे पुलिस, जींद                                                         

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