जींद, कीट साक्षरता केंद्र निडाना के तत्वावधान में राजपुरा गांव में कृष्ि पंचायत का आयोजन किया गया। कृष्ि पंचायत में राजपुरा, ौण, ईगराह, निडाना, निडानी, ललितチोड़ा, ौरवチोड़ा गांव से ८० किसानों ने भाग लिया। कृष्ि पंचायत में कीट साक्षरता केंद्र के मास्टर ट्रेनर किसानों ने अन्य किसानों के साथ कीटनाशक रहित チोती पर अपने अनळ्भव सांझा करते हुए कीटों का तकनीकी ज्ञान दिया। इस अवसर पर कृष्ि विभाग की तरफ से डा. कमल सैनी व डा. सुरव्ंद्र दलाल भी विशेष् रूप से मौजूद रहे।
कृष्ि पंचायत में अपने अनुभव सांझा करते हुए मनबीर, रणबीर, महाबीर ने किसानों को बताया कि इस वर्ष् उन्होंने अपने घर पर ही बीज लुढ़वा कर チोत में बीटी की बिजाई की है। इस प्रकार उन्होंने बीटी की बिजाई पर १५०० रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से チार्च बचाया। जयभगवान निडानी ने बताया कि उनका एक रिश्तेदार एक कीटनाशक कंपनी में एरिया मैनेजर है, जो उन्हें काफी सस्ते दामों पर बढ़िया दवाइयां उपलध करवा देता था। लेकिन उन्होंने पिछले दो वर्षें से チोतों में कीटनाशकों का प्रयोग करना छोड़ दिया है। कीटनाशकों का प्रयोग बंद करने के बाद उन्होंने विष्मुक्त チोती की तो पहल की ही है साथसाथ उन्हें हर वर्ष् ८० हजार रुपए की बचत भी हो जाती है। रामदेवा मलिक ने बताया कि दो वर्ष् पहले अगस्त के माह में ही उनकी कपास की फसल में फु दका (लैक हॉपर) आ गया था, लेकिन मासाहारी कीटों व मैंढ़कियों ने अपने आप ही कपास की फसल में से फळ्दके को チात्म कर दिया। उन्हे फळ्दके को नष्ट करने के लिए किसी कीटनाशक का सहारा नहीं लेना पड़ा। राममेहर ने किसानों को बताया कि उन्होंने कपास की फसल में १०९ किस्म के कीटों की पहचान की है। जिनमें से ८२ मासाहारी व २७ शाकाहारी कीट होते हैं, जो शाकाहारी कीटों को आसानी से चट कर जाते हैं और फसल में किसी प्रकार का नुकसान नहीं होने देते। बशर्त कि किसान को इसके लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ता है। रणबीर ने बताया कि फसल में १२ किस्म की भिरड़ व इंजनहारी तथा १२ किस्म की ही मकड़ी उन्होंने देチाी हैं। ये सभी पूर्ण रूप से मासाहारी होती हैं और भांतभांत के कीटों को チााकर फसल को नुकसान से बचाती हैं। राजपुरा के सुभाष् ने रणबीर को बीच में ही रोकते हळ्ए कहा कि लेडी बिटल को तो उनके उनके गांव के किसान भी पहचानने लगे हैं, जो गेहूं की फसल से अल के チाात्मे में अहम भूमिका निभाती है। डा. कमल सैनी ने किसानों को झझोड़ते हुए कीट पाठशाला चलाने के लिए प्रेरित किया। मौके पर ही सभी किसानों ने ५००५०० रुपए की फीस जमा करवा कीट पाठशाला में शामिल होने के लिए नाम लिチावाए। डा. सळ्रव्ंद्र दलाल ने राजपुरा के कैंसर पीड़ित अजमेर लोहान सहित देश के सभी कैंसर पीड़ितों के प्रति अफसोस जाहिर करते हुए チाानपान को जहर मुक्त करने का आह्वान किया, ताकि सृष्टि पर मौजूद प्राणियों को बीमारियों की चपेट में आने से बचाया जा सके। इस अवसर पर सुभाष् लोहान ने कृष्ि चौपाल में मौजच्द सभी किसानों को विष्मुक्त दलिया ोंट किया। कृष्ि चौपाल के समापन के बाद पूर्व सरपंच बलवान लोहान ने सभी किसानों के लिए जनपाल की व्यवस्था की।
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