दस देशों के वैज्ञानिकों ने किया लक्ष्य प्लांट, डेयरी फार्म का दौरा
विदेशी गायों को कैसे रास आया वातावरण के बारे में जुटाई जानकारी
दिल्ली स्कूल आफ इक्रोमिक्स के छात्र करेंगे प्लांट पर शोध
जींद। गांव कंडेला स्थित लक्ष्य मिल्क प्लांट तथा रेढु मुर्राह बुफेलो ब्रीडिंग सैंटर का रविवार को १० देशों के शिक्षाविद्धों के प्रतिनिधिमंडल ने दौरा किया। प्लांट के दुग्ध उत्पादों, उन्नत किस्म का मुर्राह ब्रीडिंग सैंटर, विदेशी नस्ल होल्स्टीन के रखाव, वातावरण को नियंत्रित करने के प्रबंधों को देखा। आखिर एक साधारण किसान ने न केवल दुग्ध उत्पादों में अपनी पहचान बनाई, बल्कि उन्नत दुधारू किस्म को भी बढ़ावा दिया। प्लांट में पहुंचने पर प्लांट के निदेशक बलजीत रेढू ने शिष्टमंडल का स्वागत किया। अंतराष्ट्रीय भूगोलिक युनियन के अध्यक्ष प्रो. विलादिमीर कोलोशोव के नेतृत्व में १७ देशों के शिक्षाविद्धों का प्रतिनिधिमंडल हरियाणा की संस्कृति, आर्थिक, सामाजिक तथा कृषि एवं उद्योग से रूबरू होने के लिए गांव कंडेला स्थित लक्ष्य प्लांट में पहुंचा था।
हरियाणवी खाने के कायल हुए विदेशी
लक्ष्य मिल्क प्लांट में पहुंचे १७ देशों के विदेशी शिक्षाविद्धों को शुद्ध हरियाणवी नाश्ता दिया गया। जिसमें देशी घी से बने आलू के परांठे, बथुआ का रायता, हरे चने की चटनी, मक्खन, लस्सी परोसी गई। विदेशी मेहमानों को हरियाणवी नाश्ता खूब भाया और जमकर तारीफ की। अंतराष्ट्रीय भूगोलिक युनियन के अध्यक्ष प्रो. विलादिमीर कोलोशोव ने कहा की दुनिया भर के जायकों में हरियाणा के खाने का स्वाद अलग है यानि देशा में देश हरियाणा, जित दुध दही का खाणा की कहावत सही स्टीक बैठती है।
बाक्स के लिए
वैज्ञानिक प्रो. डेटरिच सोएज ने लक्ष्य प्लांट के दुग्ध उत्पादों की तारीफ करते हुए कहा कि दुध के मामले में चीन बहुत बड़ा बाजार है। जर्मनी से दुध आयात कर दुध की जरूरतों को पूरा किया जाता है। लक्ष्य मिल्क प्लांट के उत्पाद चीन में निर्यात किए जाएं तो दोनों देशों के बीच व्यापार की नई संभावनाएं पैदा हो सकती हैं।
दिल्ली स्कूल ऑफ इकनोमिक के विभागाध्यक्ष डा. आरबी सिंह ने लक्ष्य मिल्क प्लांट की आधुनिक डेयरी तकनीक के बारे में कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में स्थानीय संशाधनों का प्रयोग करते हुए एक बहुत बड़ा दुग्ध उद्योग खड़ा करते हुए श्वेत क्रांति की मिसाल कायम की है। इसलिए विश्वविद्यालय के छात्र लक्ष्य प्लांट पर शोध करेंगे। लक्ष्य मिल्क प्लांट आधुनिक तकनीकी का एक मात्र ऐसा माडल है जो डेयरी फार्मिंग, दुध प्रोसेसिंग, मार्केटिंग के सभी कार्य एक साथ कर रहा है। विदेशी शिष्टमंडल को पशुपालन की झलक दिखाने के लिए प्लांट में लाया गया है।
कौन-कौन है शिष्टमंडल में शामिल
विदेशी शिष्टमंडल में अंतराष्ट्रीय भूगोलिक युनियन के अध्यक्ष प्रो. विलादिमीर कोलोशोव के अलावा दक्षिणा अफ्रिका के प्रो. माइकल मिंडोज, इटली के प्रो. जी बैलेजा, जर्मनी के प्रो. यूडो सिकोक, चाइना के प्रो. एलीकुन, प्रो. हुईवान, जापान के प्रो. एस हरूयामा, प्रो. के टकारा, प्रो. के किमीटो, इजराइल के प्रो. एम सॉफ्ट, चैक रिपब्लिक के प्रो. इवान बिस्क, इंडोनेशिया के प्रो. ई रूस्तेदी, कनाडा के प्रो. जेएस गार्डनर, रसिया के प्रो. ई मिलीनोवा के अलावा फिनलैंड के प्रो. आर हितेला, सिंगापुर के प्रो. विकटर सैवेज सहित आधा दर्जन भारतीय शिक्षाविद्ध भी शामिल थे।
क्या कहते है प्लांट के निदेशक
लक्ष्य मिल्क प्लांट के मेनेजिग डायेरेक्टर बलजीत रेढू ने कहा की हरियाणा में दूसरे देशों में अपने दुग्ध उत्पाद निर्यात करने की काफी संभावनाएं है। आने वाले समय में लक्ष्य मिल्क प्लांट हरियाणा के उत्पाद दुनिया के दूसरे देशों में भेजने की तैयारी कर रहा है।
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