Friday, 1 March 2013

भारत में होते हैं विविधता में एकता के दर्शन

सात दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर संपन्न
प्रतिभागियों को किए प्रमाण पत्र वितरित
जींद। उपायुक्त एमएल कौशिक ने कहा कि पूरी दुनिया में भारत एक देश है जहां विविधता में एकता के दर्शन होते है। इस एकता को बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय एकता शिविर कारगर सिद्ध हो रहे हंै। इन राष्ट्रीय एकता शिविरों में जहां हमे अन्य प्रांतों की लोक संस्कृति को समझने का मौका मिलता है 
वहीं आपसी समन्वय को भी बढ़ावा मिलता है। 
उपायुक्त एमएल कौशिक वीरवार को राजीव गांधी महाविद्यालय उचाना में आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय एकता शिविर के समापन अवसर पर प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए। 
हरियाणा की मेहमान नवाजी के कायल हुए

महाराष्ट्र के सोलापुर जिला के ज्ञानेश्वर ने अपने अनुभव बांटते हुए कहा कि हरियाणा की मेहमान नवाजी के वे कायल हुए है। यहां के लोगों का रहन सहन तथा दूसरों की सहायता करने की भावना से अच्छी सीख लेकर वे अपने प्रदेश जाएंगे। उपायुक्त ने कहा कि इसी प्रकार का संदेश देना इस राष्ट्रीय एकता शिविर का मुख्य उदेश्य है, भारत युवाओं का देश है। युवा शक्ति को सही दिशा देकर इसे रचनात्मक कार्यो में लगाया जाना चाहिए। उपायुक्त ने कहा कि राष्ट्रीय एकता शिविर में अन्य प्रांतों की लोक संस्कृति, भाषा, वेशभूषा इत्यादि के इस प्रकार के शिविरों में साक्षात दर्शन होते हैं। भले ही हम अलग-अलग प्रांतों में रहते हैं। 

काल बेलिया की रखी प्रस्तुति
उपायुक्त के सम्मुख राजस्थान के सीकर जिले से आई कलाकार मानसी ने काल बेलियंा नृत्य प्रस्तुत किया। उपायुक्त ने इस राष्ट्रीय एकता शिविर में आए प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। कार्यक्रम में राजस्थान से आए महाबीर नामक लोक कलाकार ने राजस्थानी पगड़ी पहनाकर उपायुक्त का सम्मान किया। 
आठ राज्यों के १५० कलाकारों ने लिया भाग
शिविर में आठ राज्यों से 150 कलाकारों ने अपने-अपने प्रदेश की लोक संस्कृति को दिखाया है। ये शिविर लोक संस्कृति को समझने में कारगर हुआ है। इनमें नेहरू युवा केन्द्र से जुड़े विभिन्न प्रदेशों के लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी है। महाविद्यालय के प्राचार्य ईश्वर सिंह श्योकंद ने इस राष्ट्रीय एकता शिविर की महता को स्वीकार करते हुए कहा कि सात दिनों तक इस कार्यक्रम के माध्यम से अनेक अद्वितीय लोक संस्कृति को संजोए कार्यक्रम देखने केा मिले है। युवाओं के लिए ये शिविर प्रेरणाप्रद रहा है। 
तिलक लगा कर ली विदाई
राष्ट्रीय एकता शिविर के समापन पर राजस्थान से आए प्रतिभागियों ने उपस्थित गणमान्य लोगों, दूसरे राज्यों से आए प्रतिभागियों को गुलाल का तिलक कर विदाई ली। आयुष, अंजूमन, प्रीति ने कहा कि राजस्थान में परंपरा है कि किसी भी कार्यक्रम के समापन पर वहां गुलाल से सभी को तिलक लगाया जाए। हरियाणा में उनके आने का अनुभव बहुत अच्छा रहा। हरियाणा की संस्कृति के बारे में सुना था लेकिन यहां आकर देखा कि जैसा सुना है उससे बहुत अच्छा है हरियाणा। 


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