Sunday, 10 March 2013

बराह बाहरा तपा ने लगाया नशे पर प्रतिबंद्ध


महापंचायत में तपा चौधरियों ने लिया निर्णय
नशा कारोबारियों तथा नशेडियो पर नजर रखेंगी कमेटी
ग्रामीण आंचल को नशामुक्त करने की कवायद
महापंचायत में पांच प्रस्ताव किए पारित

 

जींद। बराह बाहरा तपा ने अपने क्षेत्राधिकार में आने वाले १७ गांवों में स्मैक जैसे घातक नशीले पदार्थो पर पूर्णत प्रतिबंद्ध लगाने का निर्णय लिया है। ग्रामीण आंचल में फल फूल रहे नशे के गौरखधंधे तथा नशेडिय़ों पर लगाम कसने के लिए प्रत्येक गांव में कमेटी गठित करनेे का भी निर्णय लिया है। लगभग तीन घंटे तक चली महापंचायत में तपा के चौधरियों ने साफ कहा कि जब तक ग्रामीण आंचल में नशे की प्रवृति पर पूरी तरह लगाम नहीं कसी जाएगी तब तक अपराध नियंत्रित नहीं हो पाएगा। उन्होंने कहा कि नशा ही अपराधों की जड़ है। गांव खरकरामजी के राजीव गांधी सेवा केंद्र में आयोजित बराह बाहरा तपा की महापंचायत की अध्यक्षता कुलदीप सिंह ढांडा ने की। सामाजिक कार्याे में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए इंदिरा गांधी समरसता अवार्ड से सम्मानित कुलदीप ढांडा ने कहा कि तपा के क्षेत्राधिकार में आने वाले १७ गांवों में स्मैक का गौरखधंधा लगातार जड़ जमाता जा रहा है। युवा नशे की लत का शिकार होते जा रहे है। जिससे ग्रामीण आंचल का सामाजिक वातावरण खराब होता जा रहा है। नशे की प्रवृति न केवल अभिभावकों के लिए बल्कि समाज के लिए भी खतरा बन गई है। जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि यह हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है जो अपने युवा भाईयों को नशे की दलदल से बाहर निकाले। यह तभी संभव है जब सभी एकजुट होकर नशे के गौरखधंधे के खिलाफ आवाज उठाऐं और अच्छी दिशा दें। महापंचायत के आयोजक गांव खरकरामजी के सरपंच अजमेर सिंह ने पांच प्रस्ताव तपा चौधरियों के सामने रखे। जिनकों पढ़कर सुनाया गया, जिस पर महापंचायत में मौजूद लोगों ने हाथ उठाकर एकमत से समर्थन किया। महापंचायत में यह निर्णय लिया गया कि पारित किया गया प्रस्ताव बराह बाहरा तपा के सभी गांवों में लागू होगा। 
बॉक्स के लिए प्रस्तावित
प्रस्ताव नम्बर एक में प्रत्येक गांवों में स्मैक जैसे नशे पर पूर्णत प्रतिबंद्ध लगाया जाएगा। जो लोग स्मैक के गौरखधंधे से जुड़े हुए उनकी जानकारी पंचायत के चौधरी जिला पुलिस को देगें। स्मैक बेचने वाले को सामाजिक रूम से दंडित किया जाएगा। स्मैक को बंद करवाने व युवाओं पर नजर रखने के लिए निगरानी कमेटियों का गठन किया जाएगा। तपा के प्रत्येक गांव में ऐसे शिविर का आयोजन किया जाएगा। जिसमें नशे के दुष्परिणामों के बारे में युवाओं को बताया जाएगा।
प्रस्ताव नम्बर दो में तपा के चौधरियों ने मुहर लगायी कि वे कन्या भू्रण हत्या करने वालों के खिलाफ अपने स्तर सामाजिक कार्रवाई करेगें। 
प्रस्ताव नम्बर तीन में महिलाओं बढ़ रहे अत्याचारों को रोका जाए और महिलाओं का सशक्त करने की कवायद शुरू की जाएगी। 
प्रस्ताव नम्बर चार में गिरते हुए सामाजिक व नैतिक मूल्यों को रोककर भारतीय संस्कृति से युवाओं का चरित्र निर्माण किया जाए। 
प्रस्ताव नम्बर पांच में ग्रामीण अंचल में सामूहिक दुराचार की घटनाओं को रोका जाए और ऐसे करने वालों को कड़ा से कड़ा दंड से कैसे मिले। इसमें खाप पंचायतें पुलिस की हर तरह से मदद करेंगी।

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