Friday, 5 October 2012

अब कपास के साथ उगाएंगे सब्जियां


जींद : कीटनाशक मुक्त खेती के लिए प्रसिद्ध हो चुके निडाना गांव के साथ जल्द ही एक अन्य उपलब्धि भी जुड़ जाएगी। अब निडाना गांव के किसान कपास की फसल के साथ-साथ सब्जियों का उत्पादन भी एक साथ करेंगे। इसके लिए निडाना गांव के अधिकतर किसान भी मान गए हैं। यह प्रयास बागवानी विभाग द्वारा किया गया है। यदि विभाग का यह प्रयास सफल रहता है तो निडाना गांव के किसानों को लाभ होगा। निडाना गांव के किसान उस समय सुर्खियों में आए थे, जब किसानों ने एडीओ डॉ. सुरेंद्र दलाल के नेतृत्व में गांव में कीटनाशक मुक्त खेती की शुरुआत की थी। यही नहीं किसानों ने अपने खेती करने के अनुभवों को सांझा करने के लिए ब्लॉग भी लिखना शुरू किया था। उनकी पहल पर अन्य गांव के लोग भी जुडे़ और आज जिले के कई गांवों के किसान कीटनाशक मुक्त खेती कर फसल उत्पादन कर रहे हैं। इसी को देखते हुए गत मंगलवार को बागवानी विभाग की टीम सब्जी उत्पादक किसानों को लेकर निडाना गांव पहुंची थी। यहां सब्जी उत्पादक किसानों ने देखा कि किस प्रकार से गांव के किसान कीटनाशक मुक्त खेती कर रहे हैं। इसी के चलते बागवानी विभाग की टीम ने भी निडाना गांव के किसानों को कपास के साथ सब्जियां उगाने के लिए प्रेरित किया।बागवानी अधिकारियों ने बताया कि जब किसान कपास की फसल को कीटनाशक मुक्त बना सकते हैं तो वह कपास के साथ सब्जियों को भी उगा सकते हैं। बागवानी विभाग की टीम ने किसानों को कपास के साथ सब्जी उगाने के लिए अपील की, जिस पर निडाना गांव के अलावा जुलाना ब्लाक के कई गांव के किसान माने और आने वाले समय में कपास के साथ सब्जियां उत्पादन करने की हामी भरी। यदि किसान कपास की फसल को कीटनाशक मुक्त उत्पादन सकता है तो कपास के साथ सब्जियों का उत्पादन भी किया जा सकता है। निडाना व अन्य गांवों के किसान भी आगे से कपास के साथ सब्जियों को उगाएंगे व एक साथ दो फसलें उन्हें मिलेंगी, जिससे उन्हें काफी फायदा पहुंचेगा।डॉ. बलजीत मान, जिला बागवानी अधिकारी, जींद

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