जींद : नेहरू पार्क में पिछले कई दिनों से योग शिविर में लोगों की खासी भीड़ उमड़ रही है। शिविर में डॉ. इंदु जैन द्वारा लोगों को योग के लाभ बताए जा रहे हैं। महिलाओं की भागीदारी हर रोज बढ़ रही है। आज डॉ. इंदु जैन ने शिविर के दौरान महिलाओं को अनेक व्यायाम के लाभ बताए। नियमित प्राणायाम के अभ्यास से लोग घातक बीमारियों से बच सकते हैं।
प्रत्येक व्यक्ति को हर रोज व्यायाम करना चाहिए, क्योंकि व्यायाम बेहद जरूरी है। जिस रफ्तार से विश्व लगातार तरक्की कर रही है, उसी तेजी से लोगों का व्यवहार भी उग्र होता जा रहा है। ऐसे में योग प्राणायाम का महत्व बढ़ जाता है। बिना व्यायाम के शरीर ऊर्जा हीन, ओजहीन, क्राति हीन व कमजोर पड़ जाता है। जबकि व्यायाम करने से दुबला कमजोर भी बलवान व सुंदर बन सकता है। योग से मन में एकाग्रता व शाति आती है। विश्व में शाति स्थापना में योग महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है। योग से हर गंभीर बीमारी का इलाज संभव है, इसलिए हमें योग की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए।
योग करने से अस्थमा, मधुमेह, रक्तचाप, हृदयरोग, जोड़ों के रोग सहित अनेक रोगों में फायदा पहुंचता है। इसलिए हमें नियमित योग करना चाहिए। प्राणायाम के माध्यम से गुर्दे की पत्थरी का इलाज भी संभव है। इसके अलावा शरीर में हुई गाठें भी प्राणायाम के करने से घुल जाती है।
उन्होंने प्राणायाम के बारे में सरल एवं आसान शैली साधकों को बताई। हमारे शरीर में रोग आने के अनेक कारण है जिनमें हमारा आहार-विहार, विचार व व्यवहार में भी विकारता शामिल है। प्राणायाम से हमारी नाड़िया स्वस्थ होती है। साथ ही प्राकृतिक हवा हम ग्रहण करते हैं।
प्रत्येक व्यक्ति को हर रोज व्यायाम करना चाहिए, क्योंकि व्यायाम बेहद जरूरी है। जिस रफ्तार से विश्व लगातार तरक्की कर रही है, उसी तेजी से लोगों का व्यवहार भी उग्र होता जा रहा है। ऐसे में योग प्राणायाम का महत्व बढ़ जाता है। बिना व्यायाम के शरीर ऊर्जा हीन, ओजहीन, क्राति हीन व कमजोर पड़ जाता है। जबकि व्यायाम करने से दुबला कमजोर भी बलवान व सुंदर बन सकता है। योग से मन में एकाग्रता व शाति आती है। विश्व में शाति स्थापना में योग महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है। योग से हर गंभीर बीमारी का इलाज संभव है, इसलिए हमें योग की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए।
योग करने से अस्थमा, मधुमेह, रक्तचाप, हृदयरोग, जोड़ों के रोग सहित अनेक रोगों में फायदा पहुंचता है। इसलिए हमें नियमित योग करना चाहिए। प्राणायाम के माध्यम से गुर्दे की पत्थरी का इलाज भी संभव है। इसके अलावा शरीर में हुई गाठें भी प्राणायाम के करने से घुल जाती है।