जींद : दिल्ली में हुए सामूहिक दुष्कर्म के दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग को लेकर विभिन्न सामाजिक संगठनों, व्यापारियों व विद्यार्थियों ने शहर में मौन जलूस, कैंडल मार्च निकाला। इसके अलावा आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग के लिए जिला उपायुक्त के माध्यम से ज्ञापन भी प्रेषित किए गए।
महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ने जिला उपायुक्त को महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा गृह मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। वहीं संस्थान के तत्वावधान में देर शाम पीडि़त की मौत पर जाट धर्मशाला से शहीदी स्मारक तक कैंडल मार्च भी निकाला गया। इसकी अगुवाई इंस्टीट्यूट के निदेशक राजकुमार भोला ने की। इससे पूर्व लोगों को संबोधित करते हुए निदेशक राजकुमार भोला व बेटी बचाओ, सृष्टि बचाओ के संयोजक अमित ने कहा कि पूरा भारत वर्ष भारत माता अपनी बेटी के गम में डूबा हुआ है। इंसानियत शर्मसार होकर अपना मुंह छिपाए हुए है। हम हमारी उस अभागी बेटी का जीवन बचाने में तो कामयाब नहीं हो पाए, लेकिन उसे वचन तो दे सकते हैं कि उसके जाने के बाद भी उसे इंसाफ जरूर मिलेगा। उन दरिंदों को फांसी देकर उसकी आखिरी इच्छा को पूरा करके ही उसे श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद सभी एकत्रित होकर जिला उपायुक्त कार्यालय पहुंचे और राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि पीड़िता की आखिरी इच्छा का ख्याल रखते हुए और बच्ची से इंसाफ करते हुए दोषियों को कम से कम फांसी की सजा दिलाकर उसे सच्ची श्रद्धांजलि दी जाए। वहीं देर शाम संस्थान के पदाधिकारियों व अन्य लोगों ने जाट धर्मशाला से लेकर शहीदी स्मारक तक कैंडल मार्च भी निकाला।
उधर पंजाबी बाजार तांगा चौक के व्यापारियों ने शहर में मौन जलूस निकाला। व्यापारी तांगा चौक पर एकत्रित हुए और बाजार से होते हुए शहर थाना, रानी तालाब होते हुए आसरी गेट से वापस तांगा चौक पर पहुंचे। इससे पूर्व वक्ताओं ने मांग की कि दिल्ली में हुई सामूहिक दुष्कर्म की पीडि़त लड़की के आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने पीडि़ता की मौत पर शोक जताया और उसे श्रद्धांजलि दी।
वक्ताओं ने कहा कि आरोपियों को सजा सजा मिलनी चाहिए। यही लड़की को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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