जींद : डॉक्टरों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए अब जिले के सरकारी अस्पतालों में एमएलआर (मेडिकल लीगल रिपोर्ट) कंप्यूटराइज्ड मिलेगी। इसका काम शुरू कर दिया गया है और जल्द ही यह कार्य पूरी तरह से पटरी पर आ जाएगा। इसके लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गई है।
कुछ समय पहले पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग को एमएलआर (मेडिकल लीगल रिपोर्ट) कंप्यूटराइज्ड करने के आदेश दिए थे। अब तक डॉक्टर मरीजों व पुलिस को एमएलआर कंप्यूटराइज देने की बजाय उन्हें हस्तलिखित एमएलआर उपलब्ध करवा रहे थे। सरकारी डॉक्टर एमएलआर पर मरीज की चोट इत्यादि लिखकर काटा करते थे।
साल भर पहले हाईकोर्ट के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कंप्यूटराइज्ड एमएलआर और पोस्टमार्टम प्रफोर्मा उपलब्ध करवाने संबंधी पत्र जारी कर दिया, लेकिन यह काम अब तक शुरू ही नहीं हो सका था।
लेकिन अब जाकर यह काम शुरू होने की उम्मीद है और लोगों को कंप्यूटराइज्ड एमएलआर रिपोर्ट जल्द ही मिलनी शुरू हो जाएगी। इसके लिए कंप्यूटर, प्रिंटर अस्पताल प्रशासन को उपलब्ध कराया गया है। कंप्यूटर में साफ्टवेयर डालकर कंप्यूटराइज्ड एमएलआर लोगों को प्रदान की जाएगीर।
साफ्टवेयर में होगा प्रोफार्मा
इस सॉफ्टवेयर में एमएलआर और पोस्टमार्टम प्रोफार्मा बना हुआ है। सॉफ्टवेयर की खासियत ये है कि इसमें एक बार मरीज व मृतक संबंधी चोट अंकित कर देने के बाद एमएलआर व पोस्टमार्टम रिपोर्ट से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है। ऐसे में फिर कोई बेगुनाह फर्जीवाड़े की भेंट न चढ़े इसके लिए अस्पतालों में कंप्यूटराइज्ड एमएलआर शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
सरकारी अस्पतालों में कंप्यूटराइज्ड एमएलआर देने का काम शुरू किया जा रहा है। जोकि शुरू कर दिया गया है और बाकी काम एक-दो दिन में सही तरीके से शुरू हो जाएगा। उसके बाद किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आएगी।
डॉ. धन कुमार, एमएस, सिविल अस्पताल, जींद
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