शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को जारी किया बजटजींद में ४६७ प्राइमरी स्कूलों के अलावा मिडल स्कूलों के लिए बजट मिलाडीईओ ने बर्तन खरीद के लिए हिदायत व आदेश जारी किए
कुलदीप सिंहजींद। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए अब घर से मिडडे मील के लिए बर्तन लाने की जरूरत नहीं होगी। शिक्षा निदेशालय ने बच्चों को राशन परोसने के लिए स्कूल में ही बर्तन उपलध करवाने का फैसला लिया है। बच्चों के मिडडे मील के लिए बर्तनों का प्रबंध करने के लिए प्रदेशभर के सरकारी स्कूलों को बजट जारी कर दिया गया है। जींद में भी लगभग ४६७ प्राइमरी स्कूलों के अलावा मिडल स्कूलों के लिए बजट मिल गया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी स्कूल प्रबंधकों को बर्तन खरीदनें की भी हिदायत जारी कर दी है। प्रत्येक विनालय को छात्र संチया कव् हिसाब से यह बजट जारी किया गया है।
सरकारी स्कूलों में पढ़ने आने वाले अधिकतर छात्रों को मिडडे मील खाने के लिए घर से ही बर्तन लेकर आना पड़ता था। मिडडे मील खाने के बाद
बच्चों को स्वयं ही इन बर्तनों को धोना पड़ता था। या फिर झूठे बर्तनों को घर ले जाना पड़ता था। जिससे अभिभावकों को भी परव्शानी होती थी। बर्तन के तौर पर छात्र अपने साथ थाली व चमच लेकर आते थे। छात्रों की इसी समस्या को देखते हुए बर्तनों की समसया को शिक्षा निदेशालय तक पहुंचाया गया। जिस पर कार्रवाई करते हुए जिला मुチयालय स्तर पर ऐसे प्राइमरी स्कूलों से छात्र संチया कव् आधार पर डिमांड मांगी गई थी। डिमांड मिलने पर शिक्षा निदेशालय ने बर्तन खरीदने के लिए भारी भरकम बजट जारी कर दिया। इस बजट से स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा थाली और चमच की खरीद की जाएगी। जबकि खाना पकाने कव् बर्तनों का बजट स्कूलों को पहले ही जारी किया जा चुका है।
कार्यकारी जिला शिक्षा अधिकारी वंदना गुप्ता ने कहा कि शिक्षा निदेशालय ने बच्चों को राशन परोसने के लिए स्कूल में ही बर्तन उपलध करवाने का फैसला लिया है। जिसके तहत बर्तन खरीद के लिए बजट उपलध हो गया है। उन्होंने सभी मुチयध्यापकों को बर्तन खरीद के लिए हिदायत तथा आदेश जारी कर दिए हैं।
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