Friday, 3 August 2012

श्रावणी पर्व का महत्व समझाया


जींद। आर्य समाज रामनगर में श्रावणी पर्व के उपलक्ष में वेद प्रचार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वैदिक विद्वान आचार्य हरिप्रसाद ने बताया कि श्रावणी पर्व का हमारी भारतीय संस्कृति में विशेष् महत्व है। प्राचीनकाल से इस विशेष् पर्व पर यज्ञ करने की परंपरा रही है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाईपर रक्षा सूत्र बांध कर अपनी एवं राष्ट्र की रक्षा का वचन लेती हैं। विद्वान लोग वेदों का स्वाध्याय कर ईश्र्वर प्रदा ज्ञान प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा कि वेद के समुचित प्रचार के द्वारा ही समाज को व्याप्त बुराइयों को समाप्त किया जा सकता है। दिग्भ्रमित हो रहे युवा पीढ़ी को दिशा दान देने के एिल सत्य सनातन वैदिक धर्म एवं संस्कारों से अवगत करवाने की आवश्यकता है। बिजनौर से पधारव् पं. भीष्म प्रसाद आर्य ने भजनों के माध्यम से श्रोताओं को ईश्र्वरीय आनंद प्राप्त के मार्ग बताए।

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