अब प्रदेश के हर ब्लाक में एक आदर्श गांव स्थापित किया जाएगा। कृषि विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। कृषि विभाग के महानिदेशक ने सभी कृषि उप निदेशक को पत्र जारी करके आदर्श गांव चयन की जिम्मेदारियां सौंप दी है।
कृषि विभाग ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत आदर्श कृषि ग्राम प्रोजेक्ट में परिवर्तन किया है। इस प्रोजेक्ट के तहत अब प्रत्येक ब्लाक में एक आदर्श गांव का चयन किया जाएगा। पहले इस योजना के तहत हर जिले में मात्र एक आदर्श का चयन किया जाता था। अब विभाग ने योजना को परिवर्तित करते हुए हर ब्लाक से एक आदर्श गांव के चयन का निर्णय लिया है।
इस योजना के तहत केवल उन्हीं गांवों का आदर्श गांव के रूप में चयन किया जाएगा, जिस गांव में मिल्क सोसायटी, बायो गैस, वर्मी कम्पोस्ट यूनिट, ज्यादा प्रगतिशील किसान, वेटनरी अस्पताल, औसत उत्पादन बढि़या, मछली उत्पादन आदि होता हो। आदर्श गांव के चयन के लिए कृषि महानिदेशक ने सभी कृषि उप निदेशक को निर्देश जारी कर दिए हैं। वहीं कृषि उप निदेशक ने सभी खंड कृषि विकास अधिकारियों को इस मामले में गाइड लाइन जारी कर दिए हैं। जिन गांवों को आदर्श गांव के रूप में चयनित किया जाएगा, वहां पर किसानों के प्रशिक्षण शिविर, बायो गैस प्लांट, प्रदर्शन प्लांट, कांग्रेस घास उन्मूलन, किसानों व वैज्ञानिकों के बीच संवाद, वर्मी कम्पोस्ट यूनिट आदि लगवाया जाएगा।
अब तक नहीं आया बजट
कृषि विभाग ने प्रोजेक्ट के तहत अब हर ब्लाक में आदर्श गांव के चयन की प्रक्रिया के निर्देश तो जारी कर दिए हैं, लेकिन अब तक इसके लिए बजट फाइनल करके नहीं भेजा है। पहले जिला स्तर पर चयनित होने वाले आदर्श गांव के लिए पांच लाख रुपये की राशि का बजट भेजा जाता था, लेकिन अब ब्लाक स्तर पर चयनित होने वाले गांवों के लिए बजट जारी नहीं किया गया है।
अब हर ब्लाक से एक गांव का चयन आदर्श गांव के रूप में किया जाएगा। इसके तहत कई सुविधाएं गांवों में दी जाएंगी। आदर्श गांव चयन करने के आदेश मिल चुके हैं। इसके लिए आगे खंड कृषि विकास अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं। इनका चयन जल्द कर लिया जाएगा।
डॉ. रामप्रताप सिहाग, कृषि उप निदेशक
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