Thursday, 12 July 2012

खुले बोरवेलों की संख्या जुटाने में लगा कृषि विभाग


 मानेसर में खुले बोरवेल में गिरने के बाद मौत का शिकार हुई माही तथा अन्य शहरों में हुई बोरवेल में बच्चों के गिरने की घटनाओं से कृषि विभाग गंभीर हो गया है। कृषि विभाग ने सभी कृषि उप निदेशक को पत्र जारी करके उनके जिलों में स्थित खुले बोरवेलों का आंकड़ा जुटाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। निर्देश मिलने के बाद कृषि उप निदेशक ने सभी फील्ड कर्मचारियों को सर्वे कर जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा खुले बोरवेल बंद करने के आदेश दिए गए है, लेकिन लोग फिर भी बोरवेलों को खुला छोड़ देते हैं। इसका खामियाजा कई बार लोगों तथा बच्चों को अपनी जान देकर गंवाना पड़ रहा है। अब खुले बोरवेलों में बच्चों के गिरने की घटनाएं रोकने के लिए कृषि निदेशालय गंभीर हो गया है। इसके लिए कृषि विभाग के महानिदेशक ने सभी जिलों में कृषि विभागों को पत्र लिख कर खुले बोरवलों का सर्वे करने के आदेश दिए हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि विभाग और शहरी एरिया में नगर निगम खुले बोरवेलों का सर्वे करेगा। आदेशों की पालना करते हुए जिला कृषि विभाग ने सर्वे करने के लिए सर्वे टीमों का गठन किया है, जो गाव-गाव जाकर ग्राम पंचायतों के सहयोग से खुले बोरवेलों की जानकारी जुटा रहे है। सर्वे के लिए गाव के सरपंच को साथ लिया जा रहा है।
खुले बोरवेलों को लेकर उच्चाधिकारियों के आदेश मिले हैं। इसके लिए फील्ड कर्मचारियों की ड्यूटी सर्वे के लिए लगाई हुई है। फिलहाल अब तक इसकी रिपोर्ट नहीं आई है। यदि खुला बोरवेल मिलता है तो उसकी सूचना उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।
डॉ. रामप्रताप सिहाग, कृषि उप निदेशक

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