राखी के त्योहार को बेशक एक सप्ताह से भी कम समय बचा हो, लेकिन अबकी बार दूर स्थानों पर रहने वाले भाईयों के पास बहनें सुरक्षित राखी कैसे भेजेंगी, यह बड़ा सवाल उनके सामने खड़ा हो गया है। डाक विभाग द्वारा अब तक जिले के मुख्य डाकघर सहित अन्य डाकघरों में यह वाटर प्रूफ लिफाफा नहीं भेजा है। इससे बहनों के सामने राखी भेजने का संकट खड़ा हो गया है।
राखी त्योहार के मद्देनजर डाक विभाग हर साल खास तरह के लिफाफों को सभी डाकघरों में मुहैया कराती है ताकि बहनें सुरक्षित अपने भाईयों को राखी भेज सके, लेकिन ये लिफाफे अब तक जिला के डाकघरो को उपलब्ध नहीं हो पाए है। ऐसे में बहनों को राखी भेजने के लिए कोरियर जैसी महगी सेवाओं का सहारा लेना पड़ रहा है।
राखी त्योहार को देखते हुए बहनें अपने भाइयों की कलाई पर बांधने के लिए एक से बढ़कर एक राखी खरीद रहीं है, लेकिन सबसे बड़ी समस्या उन बहनों की है जिनके भाई दूर दराज क्षेत्रों में कार्यरत है और राखी के दिन बहनों के पास पहुंच नहीं सकते। ऐसे में बहनें बाजार से एक रुपये का लिफाफा खरीदकर उसमें राखी रखकर अपने भाइयों को भेजती थी, लेकिन बरसात का मौसम होने से कई बार लिफाफे गल जाते थे। इससे राखी का सौंदर्य खराब हो जाता था। कुछ सालों से डाक विभाग विशेष लिफाफे उपलब्ध करा रहा है ताकि सुरक्षित राखियां भेजी जा सके, लेकिन अब जींद के डाकघरों को यह लिफाफे अभी तक उपलब्ध नहीं हो पाए है। ऐसे में बहनों को अपने भाइयों को राखी भेजने के लिए काफी मशक्कत करनी होगी।
बाजारों में सजी विभिन्न वैरायटियों की राखियां
राखी त्योहार को देखते हुए शहर के बाजारों में विभिन्न वैरायटियों की राखियां सज गई हैं। छोटे से लेकर बड़ा दुकानदार राखी सजा बैठा है और बहनें अपने भाईयों के लिए सुबह व शाम के समय राखियां खरीदने पहुंच रही है। राखियों की कीमत दस रुपये से लेकर 100 रुपये तक है।
इस बार सात रुपये में मिलेगा वाटर प्रूफ लिफाफा
डाक विभाग ने हर साल की तरह इस बार भी खास तरह का लिफाफा तैयार करवाया है। इसकी कीमत सात रुपये है। यह लिफाफा वाटर प्रूफ है। इस लिफाफे को बंद करने पर छेड़छाड़ नहीं हो सकेगी और यह स्वयं चिपकने वाला होगा। इस लिफाफे में बहनें राखी रखकर अपने भाइयों को भेज सकेंगी जोकि बिना खराब हुए भाइयों को मिलेंगी।
फिलहाल मुख्यालय से उन्हे लिफाफे उपलब्ध नहीं कराए है, लेकिन आगामी दो दिनों में लिफाफे मिलने की उम्मीद है। लिफाफे मिलते ही उनकी बिक्री शुरू कर दी जाएगी।
ताराचंद, पोस्टमास्टर, मुख्य डाकघर
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