प्राइवेट स्कूलों में सुचारु रूप से चल रही स्कूली बसों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस प्रशासन ने एक बार फिर अभियान को तेज कर दिया। पिछले कई दिनों से पुलिस प्रशासन के पास अभिभावकों की स्कूल में बैठाए जाने वाले छात्रों के प्रति हो रही अनदेखी पर शिकायतें आ रही है, जोकि छात्रों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने के लिए उत्तरदायी है।
कई अभिभावक पुलिस को फोन के माध्यम से सूचना दे रहे हैं कि सड़कों पर चल रही प्राइवेट स्कूल की बसों में विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं पाई जा रही हैं। इन खामियों पर अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधक और प्रधानाचार्य तक को बसों की खामियों को दूर करने के लिए अवगत कराया है, परतु अपने थोड़े से आर्थिक लालच के लिए स्कूल प्रबंधक व प्रधानाचार्य अभिभावकों की इन शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दे रहे। अब हालात यह है कि उन अभिभावकों ने अपने नौनिहालों की जानमाल व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन को शिकायतें देनी शुरू कर दी है।
पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने सभी स्कूल संचालकों को सख्त आदेश जारी करते हुए कहा कि उन्हें पिछले कई दिनों से अभिभावकों की शिकायतें मिल रही हैं कि स्कूल प्रबंधक छोटे बच्चों को बसों में लाने व ले जाने के लिए नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। अभिभावकों की इन शिकायतों को ध्यान में रखते हुए स्कूली बसों की चेकिंग व उनके चालान काटने के लिए फिर से एक अभियान शुरू करेगी ताकि नौनिहालों की जिंदगी से कोई खिलवाड़ न हो सकें।
स्कूल संचालक अपने वाहनों के नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। वाहनों के चालक व परिचालक की शिकायतें ज्यादा मिल रही है कि वह यातायात के प्रत्येक नियमों की अवहेलना करने में अग्रणी है। यहा तक कि छोटे बच्चों को बस में लाने व ले जाने के लिए व्यवहार के प्रति भी सचेत नहीं है। चालक व परिचालक का लाइसेंस, वर्दी, बसों के नियम व नियमावली को दरकिनार कर रहे हैं, जो सरासर गलत है। यातायात के नियमों व उच्च न्यायालय के आदेशों की सभी स्कूल संचालक पालना करे, अन्यथा नियमों की धज्जिया उड़ाने वाले स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी व साथ ही बसों के चालान भी कटेंगे।
उन्होंने अभिभावकों को कहा कि वह बसों में अनियमितताएं पाए जाने पर स्कूल के मुख्याध्यापक, प्रधानाचार्य व संचालक को सूचित करें ताकि उन कमियों को स्कूल संचालक दूर करे।
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