उत्तरी ग्रिड फेल होने के बाद जहां जिले में बिजली का संकट गहराया, वहीं पानी की समस्या भी पैदा हो गई। बिजली न होने के कारण ट्यूबवेल नहीं चल सके, जिस कारण पानी सप्लाई नहीं हो सकी। लोग नलकों पर पानी के लिए भटकते हुए नजर आए। जन स्वास्थ्य विभाग की माने तो जब तक बिजली समस्या रहेगी, पानी की भी समस्या रहेगी। हालांकि अधिकारियों ने बिजली आने पर पानी सप्लाई शुरू करने के आदेश जारी कर दिए हैं ताकि आम जनता को परेशानी न हो।
रविवार रात को उत्तरी ग्रिड फेल होने से पूरे जिले की बिजली कट गई। बिजली कट होने से पानी आपूर्ति करने वाले ट्यूबवेल भी शुरू नहीं हो सके। शहर में पानी की आपूर्ति ट्यूबवेलों के सहारे होती है और लगभग हर क्षेत्र में अलग-अलग ट्यूबवेल लगे हुए हैं। ज्यादा ट्यूबवेल होने के कारण जनरेटर भी नहीं लगाए जा सकते। इससे शहर की पानी सप्लाई पूरी तरह से बिजली पर निर्भर है।
यदि बिजली नहीं होती तो पानी सप्लाई नहीं हो सकता। यदि हाल सोमवार सुबह देखने को मिला। बिजली न होने से पानी सप्लाई नहीं हो सकी और लोग बाल्टियां उठाकर नलकों पर दौड़ते दिखाई दिए। नलकों पर लोगों की लबी-लंबी कतारें देखी गई। हालांकि जन स्वास्थ्य विभाग ने बिजली के समय तुरंत पानी सप्लाई के निर्देश जारी कर दिए हैं ताकि लोगों को परेशानी न हो।
शहर में पानी की सप्लाई बिजली पर निर्भर है। बिजली आने पर ही ट्यूबवेल चालू हो पाते हैं। इतने ट्यूबवेलों पर जनरेटर सैट नहीं लगवाए जा सकते। इसलिए सभी कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि बिजली आते ही पानी सप्लाई शुरू कर दी जाए ताकि आम जनता को परेशानी न हो सके।
ऋषि भारद्वाज, एसडीओ, जन स्वास्थ्य विभाग
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