विभिन्न शिक्षण संस्थानों में डीएड कर रहे छात्रों ने शुक्रवार को डीएड छात्र-छात्रा संघर्ष समिति संघ के आह्वान पर इंटरर्नशिप को वापस लेने, रेगुलर भर्ती करने की माग को लेकर लघु सचिवालय पर धरना दिया। धरने के दौरान छात्र-छात्राओं ने शिक्षा विभाग तथा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। डीएड छात्र-छात्रा संघर्ष समिति संघ के आह्वान पर विभिन्न शिक्षण संस्थानों में डीएड कर रहे छात्र लघु सचिवालय में एकत्रित हुए।
छात्रों को संबोधित करते हुए डीएड संघर्ष समिति के राज्य प्रधान अनिल मलिक ने कहा कि सरकार द्वारा जबरदस्ती डीएड छात्रों पर एक साल की इंटरर्नशिप सौंपी जा रही है। जोकि छात्रों के हितों पर कुठाराघात है। जबकि इस बढ़ी हुई इंटरर्नशिप प्रोस्पेक्टस में कहीं जिक्र नहीं किया गया है। आज शिक्षा विभाग में हजारों पद रिक्त पड़े है। सरकार अध्यापकों की स्थायी भर्ती करने की बजाए प्रदेश में नए-नए प्रयोग कर छात्रों का शोषण कर रही है। डीएड कर रहे छात्र प्रदेश भर में इंटरर्नशिप का विरोध कर रहे है, लेकिन सरकार छात्रों के विरोध के बावजूद भी इंटरर्नशिप के अपने फैसले को वापस नहीं ले रही है। उन्होंने माग की कि डीएड छात्रों पर सौंपी गई इंटरर्नशिप को वापस लिया जाए। अध्यापकों की स्थायी भर्ती की जाए। रही है। पुरानी शर्तो के अनुरूप ही डीएड का समय दो वर्ष रखा जाए। जिला प्रधान अनीता ने कहा कि छात्रों पर थोपी जा रही इटर्नशिप को बिल्कुल सहन नहीं करेगे। आगामी 22 जुलाई को रोहतक में प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर पवन, विनोद, विक्रम, मलकीत, सुशील, हर्षा सैनी, गरिमा सहित अनेक विद्यार्थी मौजूद थे।
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