पतंजलि योग समिति व भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने सीबीआई द्वारा आचार्य बालकृष्ण को अनुचित तरीके से गिरफ्तार किए जाने के विरोध में शहर में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार तथा सीबीआई के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने लघु सचिवालय पहुंच कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन नगराधीश नरेद्र मलिक को सौंपा।
नेहरू पार्क में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पतंजलि योग समिति के अध्यक्ष वेदप्रकाश ने कहा कि शुक्रवार को सीबीआई ने अनुचित तरीके से पतंजलि योग पीठ व पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति बाल कृष्ण को गिरफ्तार कर लिया। जोकि न्यायोचित नहीं है। केंद्र सरकार के इशारे पर ही सीबीआई ने आचार्य बाल कृष्ण को निराधार आरोप लगा कर गिरफ्तार किया है जबकि सीबीआई के पास गिरफ्तारी से संबंधित कोई ठोस प्रमाण नहीं थे। सीबीआई का मानना है कि आचार्य बालकृष्ण देश विदेश सरकारी नियमानुसार घूमते रहे हैं। जिन डिग्रीयों की नकली बताया जा रहा है, आचार्य ने देश विदेश में आयुर्वेद और जड़ी-बुटियों पर अनुसंधान किया और उनकी गुणवत्ता को प्रमाणित किया। जोकि नकली होना केंद्र सरकार का मात्र कुप्रचार है। बाबा रामदेव भ्रष्टाचार, महगाई व काले धन के खिलाफ आवाज उठाए है। जिससे यूपीए सरकार बौखलाई हुई है। क्योंकि विदेशी बैंकों में यूपीए नेताओं का काला धन सबसे ज्यादा जमा है। उन्होने कहा कि स्वामी रामदेव द्वारा नौ अगस्त के आदोलन को देखते हुए यह अलोकतात्रिक कदम उठाया है। लेकिन भारत की जागरूक जनता सरकार के इन हथकंडों को भली प्रकार समझती है।
सरकार की तानाशाही से आदोलन रुकेगा नहीं और सरकार का यह कायरतापूर्ण कदम कार्यकर्ताओं में अधिक से अधिक ऊर्जा प्रदान करेगा। उन्होंने माग की कि आचार्य बाल कृष्ण को शीघ्र छोड़ा जाए। बाद में कार्यकर्ता शहर में प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और मागों से संबंधित ज्ञापन नगराधीश को सौंपा। इस मौके पर ओमप्रकाश नैन, राजेश कुमार, डीसी विकास सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।
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