Saturday, 7 July 2012

फिल्म के जरिये किया महिलाओं को जागरूक


 महिलाओं को भ्रूणहत्या की दिशा में जागरूक करने के लिए आज एक और कदम उठाया गया। गांव की 24 महिलाओं को गांव स्थित सेवा सदन में 10 मिनट की अंग्रेजी फिल्म के जरिये भ्रूणहत्या के प्रति जागरूक किया गया। इसमें भ्रूण के शुरुआत समय में होने वाली गतिविधियों के बारे में बताया गया। यह पूरी जानकारी महिलाओं को रीतू जागलान ने हिंदी में बताई। इसे जानकर महिलाएं भी उत्साहित नजर आई। शनिवार को बीबीपुर गांव की 24 से अधिक महिलाओं को भ्रूणहत्या के प्रति जागरूक करने के लिए सीडी के जरिये फिल्म दिखाई दिए। यह फिल्म महिला के पेट में पलने वाले भ्रूण पर थी। फिल्म के जरिये दिखाया गया कि किस प्रकार महिला के पेट में भ्रूण बनने के तीन माह बाद वह विकसित हो जाता है और जब महिला अपने परिवार के कहने पर उसे नष्ट करने जा रही होती है तो वह पूरी तरह से विकसित हो जाता है। उस समय उसकी धड़कन भी चल रही होती है और वह सांस भी ले रहा होता है, इसलिए भ्रूणहत्या करना गलत है। रीतू जागलान ने कहा कि महिलाओं को भ्रूणहत्या के प्रति जागरूक होना होगा। फिल्म के जरिये एक्सपर्ट के कामेंट भी दिखाए गए, जिन्हें रीतू जागलान ने हिंदी में परिवर्तित करके महिलाओं को जानकारी दी। गांव के सरपंच सुनील जागलान ने कहा कि इस प्रकार की फिल्म से महिलाओं में जागरूकता आएगी और उन्हें पता चलेगा कि जब वह भ्रूण को खत्म करने का प्रयास कर रही होती है तो वह सांस ले रहा होता है। उसे मारना यानी एक इंसान को मारने के बराबर होता है। इसलिए गर्भ में भ्रूणहत्या नहीं करनी चाहिए।

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