पटाखे जलाना पर्यावरण को दूषित करना है : रामनिवास सुरजाखेड़ा
नरवाना
महान जैन संत सुनिल मुनि की प्ररेणा से एसएस जैन सभा ने पर्यावरण संरक्षण के लिए पटाखा निषेध अभियान के तहत विशाल सम्मेलन व जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। प्रवक्ता अचल मित्तल ने बताया कि कार्यक्रम का आरंभ सुनील मुनि के ओजस्वी प्रवचनो से हुआ। विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पटाखे वर्तमान युग मे सामाजिक कुरीति बन गये है। इससे वायु व ध्वनि प्रदूषण के साथ साथ धन की भी हानि होती है। वर्तमान पीढी के साथ साथ यह भविष्य के लिए भी घातक है। मुख्य अतिथि रामनिवास सुरजाखेडा ने जैन सभा की मुहिम की सराहना करते हुए कहा कि विभिन्न प्रकार की बीमारियां हमे चेतावनी दे रही है कि हम पर्यावरण के प्रति सजग हो जाये। उन्होने कहा कि पटाखे जलाना पर्यावरण को दूषित करना है। यह समय प्रतीक्षा करने का नही बल्कि सकारात्मक कदम उठाने का है। पटाखा निषेध इस कडी मे प्रभावशाली सिद्ध हो सकता है। इसे क्षेत्र विशेष तक सीमित नही रखा जाना चाहिए। समाज को जागरूक करने के लिए जैन सभा की ओर से एक नाटिका भी प्रस्तुत की गई जिसमे आतिशबाजी की हानियो को बडे सुंदर ढंग से दर्शाया गया। इसके पश्चात पटाखा निषेध प्रतिज्ञा पत्रो पर लक्की ड्रा भी निकाले गये। क्षेत्र के लगभग 15 विद्यालयों के 2000 विद्यार्थियो ने शहर के मुख्य मार्गो से जागरूकता रैली निकाली। शहर के सैकडों अध्यापको ने भी इस मे शिरकत की। इस अवसर पर नरेश जैन, वेदप्रकाश जैन, रामनिवास जैन, पिरथी जैन, विमल जैन, सोनू जैन, राजेश जैन, लाजपत जैन, हरिओम जैन, जयप्रकाश जैन, लब्बू जैन, भारतभूषण गर्ग, अचल मित्तल, महावीर जैन, नरेश शर्मा, मीना कौशिक, सुधीर, शैलेंद्र मोहन इत्यादि सभा के सदस्य,अध्यापक व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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