Wednesday, 18 October 2017

किशोर अवस्था में होते है शारीरिक व मानसिक बदलाव : डा. भोला

सही खान-पान रख सकता है एनिमिया से दूर
पीयर एजुकेटर को लेकर ट्रेनिंग आयोजित : डा. भोला

जींद
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 12 अक्टूबर से 21 अक्टूबर तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कंडेला के अधीन उप स्वास्थ्य केंद्रो में पीयर एजुकेटर की ट्रेनिंग करवाई जा रही है। जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी कंडेला डा. राजेश भोला कर रहे है। सोमवार को मिटिंग की अध्यक्षता करते हुए डा. भोला ने बताया कि पीयर एजुकेटर 11 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चे थे। जिसमें कि 6वीं से 12वीं कक्षा के किशोर अवस्था के बच्चों को इस दौरान होने वाले शारीरिक व मानसिक बदलाव के बारे में प्रशिक्षित किया गया है। इसी प्रक्रिया को लेकर सोमवार को कंडेला में सभी पीयर एजुकेटर ग्रुप के बच्चों को किशोर अवस्था के दौरान लड़कों में विभिन्न शारीरिक बदलाव जैसे मूंछ-दाढ़ी का आना, आवाज का भारीपन होना व प्रजनन अंगों में बदलाव होना आता है और इसी तरह से किशोर अवस्था में लड़कियों में छाती में उभार होना, माहवारी शुरू होना व प्रजनन अंगों में बदलाव होने को लेकर किशोर अवस्था के बच्चों के अंदर जो भ्रान्तियां पैदा होती हैं। उन्हीं को दूर करने के लिए पीयर एजुकेटर को चयनित किया गया और बच्चों को प्रशिक्षित किया गया। उन्होंने कहा कि किशोर अवस्था के दौरान इस उम्र में ज्यादातर बच्चों को होने वाली एनिमिया की तकलीफ के बारे में भी अच्छी तरह से बताया गया। इस उम्र में लगभग 40 प्रतिशत लड़कों व 60 प्रतिशत लडकियां को एनिमिया की तकलीफ होती है। जिसको दूर करने के लिए विशेष खानपान, हरी पत्तेदार सब्जियां, गुड़ व चना खाने के लिए बच्चों को प्रेरित किया गया। इसी को लेकर सरकार द्वारा एनिमिया कंट्रोल प्रोग्राम चलाया जा रहा है और स्कूलों के अंदर प्रोग्राम चलाया जा रहा है इसके साथ-साथ बच्चों में अक्सर हो जाने वाले पेट के कीड़ों की बीमारी हो जाती है जो कि किशोर अवस्था के दौरान होने वाले एनिमिया का सबसे बड़ा कारण है इस बीमारी को खत्म करने के लिए साल में दो बार विश्वकृमि दिवस मनाया जाता है और बच्चों को खाना खाने से पहले व शौच के पश्चात् हाथ साबुन से अच्छी तरह साफ करने बारे में भी प्रेरित किया गया। इसके साथ पीयर एजुकेटर के सभी बच्चों को योन संबंधित गुप्त रोग, एचआईवी, एड्स को लेकर जो भ्रांतियां हैं उसको दूर करने बारे भी प्रशिक्षित किया गया। मिटिंग में सुमन देवी, काउंसलर आशीष सिहाग सूचना सहायक, जोगिंद्र भोला, विजेंद्र सिंह, एमपीएचएस मंजु रानी, आशा रानी एएनएम देवीराम कौशिक, एमपीएचडब्ल्यू, आशा वर्करों और कंडेला ब्लॉक के तहत आने वाले सभी उपस्वास्थ्य केंद्र निर्जन, खोखरी, रूपगढ़, शाहपुर, चांदपुर, शामदो में पीयर एजुकेटर ग्रुप के बच्चों ने भाग लिया। 

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