Thursday, 5 October 2017

शहर को सुंदर बनाने के लिए हटवाए अवैध होर्डिंग

सफाई व्यवस्था दुरूस्त रखने के लिए अधिकारियों की लगाई डयूटी
ग्रामीणों की सहमति मिली तो शाहपुर में लगेगा ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र

जींद 
शहर को साफ-सुथरा बनाने लोकर प्रशासन एक्शन मूड में है। नगर परिषद का अमला शहर को स्वच्छ बनाने को लेकर जुटा है। जींद शहर में हर रोज लगभग 72 टन ठोस कचरा नगर परिषद द्वारा उठाया जा रहा है। इसके लिए नगर परिषद ने 10 टै्रक्टर-ट्राली, 2 डम्फर, एक डोजर लगाया हुआ है। शहर में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त बनाने के लिए नगर परिषद 251 कर्मचारियों को सफाई के काम में लगाया हुआ है। इनमें से 140 कर्मचारी स्थायी तथा 111 कर्मचारी डीसी रेट पर लगे हैं। नगर परिषद द्वारा डोर टू डोर कूड़ा उठाने के लिए अभी अभियान जारी रखा गया है। ठेकेदार की रेहडिय़ां गलियों में जाकर डोर टू डोर कूड़ा उठा रही है। इस कूड़े को नगर परिषद द्वारा बनाए गए कूड़ा संग्रहण केंद्र तक पहुंचाया जा रहा है। यहां से नगर परिषद द्वारा इस कूड़े को उठाकर ठीक तरीके से निस्तारण करवाया जा रहा है। 
अधिकारी रख रहे पैनी नजर
शहर में सफाई व्यवस्था दुरूस्त रहे, इसके लिए सीएसआई और एसआई द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है। अधिकारी खुद फील्ड का दौरा कर सफाई व्यवस्था की जांच कर रहे हैं। जहां भी थोड़ी बहुत खामी मिलती है, इस खामी को दूर करवाने का प्रयास किया जा रहा है। शहर में नगर परिषद ने एक दर्जन से अधिक स्थानों पर कूड़ा संग्रहण केंद्र बनाए हैं। इन केंद्रों से हर रोज कूड़ा उठे, इसके लिए अधिकारियों ने एरिया अधिकारी की डयूटी भी लगाई है। 
अवैध रूप से लगे होर्डिंगों को नप ने हटवाया
बुधवार को नगर परिषद की टीम ने शहर में विशेष अभियान चलाते हुए शहर के गोहाना रोड पर बिजली के खंभों और दीवारों पर लगे होर्डिंगों को हटवाने का काम किया। नगर परिषद की टीम ने लगभग तीन घंटे तक गोहाना रोड पर कई फुट ऊंचे तक लगाए गए होर्डिंग को हटाने के लिए पसीना बहाना पड़ा। नगर परिषद के अधिकारियों द्वारा अब अवैध रूप से होर्डिंग लगाने वालों पर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है। 
ग्रामीण सहमति दें तो जारी हो सकती है एनओसी : डा. चौहान
नगर परिषद के ईओ डॉ. एसके चौहान ने कहा कि नगर परिषद द्वारा ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र शाहपुर गांव के पास लगाया जाना है। जिस जगह पर यह संयंत्र लगना है, वह साइट गांव से मात्र 400 मीटर की दूरी पर है। नियम के अनुसार यह दूरी 500 मीटर होनी चाहिए। यदि ग्रामीण सहमति जताते हैं तो प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा एनओसी दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि जींद में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त बनाने के लिए अभियान चलाया हुआ है। हर रोज कूड़ा संग्रहण केंद्र से कूड़ा उठवाया जा रहा है। मुख्य मार्गों के अलावा कालोनियों की सफाई करवाई जा रही है। अधिकारियों की डयूटी सफाई व्यवस्था पर नजर रखने के लिए लगाई गई है। 

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