Monday, 30 October 2017

हरियाणवी गीतों पर झूमे दर्शक

दीवान बाल कृष्ण रंगशाला में हुआ आकर्षक लाइट एंड साडंड कार्यक्रम
कन्या महत्ता को लेकर नाटक प्रस्तुत किया 

जींद 
जिला सांस्कृतिक समन्वय समिति द्वारा स्थानीय दीवान बाल कृष्ण रंगशाला में शनिवार की रात को आयोजित कार्यक्रम का लोगों ने खूब लुत्फ उठाया। रात को सात बजे शुरू हुआ यह कार्यक्रम लगभग अढ़ाई घंटे तक चला। कार्यक्रम में सीमा गिल व किरण गिल ने हरियाणवी गीतों पर शानदार नृत्य किया। हरियाणवी धमाल नृत्य पर लोगों ने खूब तालियां बजाई। हरियाणा लोक परिधान में कलाकारों ने एक से बढ़ कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुति रखी। कार्यक्रम में कलाकारों ने पति-पत्नी के बीच घर में अक्सर छोटी-छोटी बातों को लेकर होने वाली तकरार को बहुत ही आकर्षक तरीके से पेश कर श्रोताओं की खूब तालियां बटोरी। 

लोक नृत्य धमाल, लाइट एंड साउंड का यह कार्यक्रम हरियाणवी संस्कृति से ओत-प्रोत रहा। रोजी नामक छोटी कलाकार ने लोक नृत्य पेश कर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। कार्यक्रम में बांसुरी पर मीठी-मीठी धुनें भी श्रोताओं द्वारा खूब सराही गई। कार्यक्रम में नाटक के माध्यम से कलाकारों ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश प्रभावी तरीके से दिया। मां के गर्भ में कन्या भ्रूण हत्या करवाने का सीन काफी मार्मिक रहा। दादी मां पोते की चाहत में बेटी को जन्म देने वाली मां को कई तरह से यातनाएं देती है। नवजात बच्ची को उसका मामा अपने घर ले जाता है। वहीं बच्ची बड़ी होकर डाक्टर बन जाती है। जब उस बच्ची का पिता सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो जाता है तो वही लड़की अपना खून दान कर और अपने डाक्टरी पेशे का दायित्व निभाते हुए इलाज कर उस बुजुर्ग की जान बचा लेती है। इस पूरे सीन को कलाकारों द्वारा जीवंत कर इसे मार्मिक तरीके से पेश किया और कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को बेटी के महत्व को समझने के लिए मंथन करने पर मजबूर कर दिया। 

अतिरिक्त उपायुक्त धीरेंद्र खडगटा ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि शिरकत की। उन्होंने कहा कि हमारी लोक संस्कृति महान है। यहां हर मौके के त्यौहार हैं। विभिन्न अवसरों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में एक संदेश भी छिपा होता है। वहीं हमें हमारी स्मृद्ध लोक संस्कृति के दर्शन भी होते हैं तथा लोगों का मनोरंजन भी होता है। सामाजिक बुराइयों से दूर रहने का संदेश ऐसे नाटकों से चिर स्थायी प्रभाव छोड़ जाता है। उन्होंने कहा कि जिला में लोगों का मनोरंजन करने और लोक विधाओं को समझने का अवसर उपलब्ध करवाने के लिए डीसी अमित खत्री की अध्यक्षता में जिला सांस्कृतिक समन्वय समिति बनाई गई है। समिति द्वारा वर्षभर का सांस्कृतिक कैलेंडर तैयार किया गया है। जिसके तहत हर महीने के दूसरे व चौथे शनिवार को दीवान बाल कृष्ण रंगशाला में सांस्कृतिक कार्यक्रम करवाए जा रहे हैं। कार्यक्रम में जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी सूबे सिंह ने एडीसी का स्वागत किया और बताया कि लोक संपर्क विभाग द्वारा सरकार के तीन साल पूरे होने पर विशेष प्रचार अभिायान चलाया जा रहा है। इसमें विभाग द्वारा सूचीबद्ध किए गए ग्रामीण क्षेत्र के लोक कलाकारों को कार्यक्रम दिए गए हैं। जो गांवों में जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इसकी एवज में उन्हें सरकार द्वारा निर्धारित पारिश्रमिक भी दिया जाता है। सरकार का उद्देश्य है कि ऐसे लोक कलाकारों को जहां अपनी विधा का प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा वहीं उन्हें अल्पकालीन रोजगार भी उपलब्ध होगा। इस मौके पर सांस्कृतिक समन्वय समिति के सदस्य डा. पवन आर्य, डा. हनीफ खान उपस्थित रहे। 


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