वायरल बुखार से पीडि़त लोग पहुंच रहे अस्पताल
डेंगू पीडि़त लोगों की संख्या 41 पहुंंची
जींद
जींद में एक बार फिर डेंगू ने पांव पसार दिए हैं। इसका सबसे बड़ा कारण मौसम में बदलाव साबित हो रहा है। हालांकि दो साल तक जींद जिला डेंगू के डंक से बचा रहा लेकिन मौजूदा सीजन में वायरल बुखार और डेंगू फिर से फैल रहा है और हर व्यक्ति इसकी जद में आ रहा है। शनिवार को डेंगू से पीडि़त एक व्यक्ति की हिसार के निजी अस्पताल में मौत हो गई तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। हलाांकि स्वास्थ्य कर्मचारी पिछले तीन-चार माह से लोगों को मौसमी बीमारियों से जागरूक करने को लेकर अभियान भी चलाए हुए हैं लेकिन बावजूद इसके मौजूदा सीजन में डेंगू पीडि़त लोगों की संख्या 41 तक जा पहुंची है।
हर दिन बढ़ रही वायरल बुखार से पीडि़त लोगों की संख्या
अचानक हुए मौसम में बदलाव से नागरिक अस्पताल में आए दिन उपचार के लिए वायरल बुखार से पीडि़त लोग पहुंच रहे हैं। जींद शहर में ऐसा कोई ही घर होगा जिसका कोई ना कोई व्यक्ति वायरल बुखार की चपेट में ना आया हो। पिछले दो दिनों में ही आठ डेंगू के पॉजिटीव मामले सामने आए हैं। जिसके चलते अब तक डेंगू पीडि़तों की संख्या बढ़कर 41 तक जा पहुंची है। इसके साथ ही हकीकत नगर निवासी दर्शनलाल (65) का का टेस्ट डेंगू पॉजिटीव पाए जाने पर परिजनों द्वारा उसे हिसार के निजी अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया था जहां पर उपचार के दौरान शनिवार को दर्शनलाल की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग को उम्मीद थी कि तापमान गिरावट के साथ ही डेंगू का दंश भी कमजोर हो जाएगा लेकिन अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ।
स्वास्थ्य विभाग के अभियान हुए नाकारा साबित
लोगों को मौसमी बीमारियों से बचाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने डोर टू डोर सर्वे किया था और डेंगू का लारवा पाए जाने पर कुछ लोगों को जुर्माना भी लगाया था। इसके अलावा कालोनी दर कालोनी लोगों के खून के सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए भेजे गए थे लेकिन जागरूकता अभियान चलाए जाने के बाद भी अबकी बार जिला में डेंगू पॉजिटीव के मामले बढ़ते जा रहे हैं। वर्ष 2015 में तो डेंगू पॉजिटीव का आंकड़ा 300 पार हो गया था।
क्या हैं लक्ष्ण
स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सीएमओ डा. राजेश भोला ने बताया कि मादा एनाफि लीज मच्छर के काटने से जहां मलेरिया रोग होता है वहीं पर एडीज मच्छर से व्यक्ति डेंगू का शिकार होता है। जबकि क्यलैकस मच्छर से जापानी बुखार होता है। डेंगू फीवर एक वायरल बीमारी है। जोकि डेंगू वायरस से होती है। यदि एक बार व्यक्ति को डेंगू होने के बाद दोबारा डेंगू होता है तो यह उस व्यक्ति के लिए घातक सिद्ध होती है। डेंगू मादा जाति के ऐडीस एजिप्टी मच्छर के काटने से होता है। संक्रमित मच्छर के काटने के तीन से १४ दिनों बाद डेंगू फीवर के लक्ष्ण दिखने शुरू होते हैं। तेज ठंडी लगकर बुखार आना, सरदर्द, आंखों में दर्द, बदन दर्द, जोड़ों में दर्द, भूखकम लगना, जी मचलाना, उलटी-दस्त लगना, चमड़ी के नीचे लाल चट्टे आना डेंगू के लक्ष्ण है।
डेंगू से बचाव के उपाय
डिप्टी सिविल सर्जन डा. राजेश भोला ने बताया कि डेंगू का मच्छर अक्सर दिन के समय काटता है। घर के अंदर और आस-पास पानी जमा न होने दें। कोई भी बर्तन में खुले में पानी न जमने दें। बर्तन को खाली कर रखें या उसे उलटा कर कर रख दें। अगर आप किसी बर्तन, ड्रम या बाल्टी में पानी जमा कर रखते हैं तो उसे ढक कर रखें। अगर किसी चीज में हमेशा पानी जमा कर रखते हंै तो पहले उसे साबुन और पानी से अच्छे से धो लेना चाहिए, जिससे मच्छर के अंडे को हटाया जा सके। घर में कीटनाशक का छिड़काव करना चाहिए। बुखार होने पर मरीज को तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्यकर्मी और चिकित्सक की सहायता ली जानी चाहिए। मरीज को सबसे पहले अपने खून की जांच अवश्य कावानी चाहिए। यदि प्रत्येक व्यक्ति थोड़ी सी सावधानी बरते तो वह अपने आप और अपने परिवार के अलावा आस-पडोस में रहने वाले व्यक्तियों को इन रोगों से बचा सकता है।
22 बीमार लोगों के लिए खून के सैंपल
जिले में डेंगू के मरीजों की बढ़ रही संख्या को लेकर स्वास्थ्य विभाग गंभीर हो गया है। रविवार को स्वास्थ्य कर्मियों ने छुट्टी के बावजूद फील्ड में जाकर बीमार लोगों के स्वास्थ्य की जांच की और 22 बीमार लोगों के खून के सैंपल जांच के लिए भेजे। अर्बन एस्टेट कालोनी में मिले डेंगू के लारवा को स्वास्थ्य कर्मियों ने अपना उपस्थिति में नष्ट करवाया। स्वास्थ्य विभाग जिले में डेंगू के बढ़ते रोगियों की संख्या पर नियंत्रण करने के लिए चौकन्ना है। स्वास्थ्य कर्मियों ने शहर की विभिन्न कालोनियों में बुखार से पीडि़त 22 लोगों के खून के नमूने लेकर जांच के लिए भिजवाए। स्वास्थ्य निरीक्षक राममेहर वर्मा ने बताया कि डेंगू एडीज नाम मच्छर के काटने से फैलता है और इस बुखार मे मरीज को तीव्र बुखार, अत्याधिक शरीर दर्द तथा सिर में दर्द होता है और डेंगू की जांच मच्छर के काटने से तीन से चार दिन बाद करने से इस बीमारी का पता चलता है। उन्होंने बताया कि यदि डेंगू से प्रभावित किसी मरीज के काटने के बाद एडीज नामक मच्छर स्वच्छ व्यक्ति को काटता है तो उसको भी डेंगू होने की आंशका बढ़ जाती है। इस अभियान में स्वास्थ्य कर्मी अमरजीत, जगदीप, ओमप्रकाश, सुमन, मंजू, ज्योति, शर्मिला देवी, सविता, गुरनाम सिंह, पवनकुमार, मुकेश कुमारी, प्रदीप शर्मा, राजरानी, सोनिया मलिक, मुकेश रानी आदि मौजूद रहे।
अर्बन एस्टेट कालोनी में मिला लारवा
अर्बन एस्टेट कालोनी के कई मकानों के सामने पशुओं के लिए रखे गए पानी के ड्रम में डेंगू का लारवा स्वास्थ्य कर्मियों को मिला। जहां पर भी डेंगू का लारवा मिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तुरंत ड्रम को खाली करवाकर लारवा को नष्ट कर दिया गया।
डेंगू पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट : दहिया
सिविल सर्जन संजय दहिया ने कहा कि जिले में डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग हर संभव कदम उठाएगा। दवाइयों के अभाव में किसी भी मरीज को परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
क्या कहना है सीएमओ का
सीएमओ डा. संजय दहिया ने बताया कि डेंगू तथा वायरल बुखार को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों तथा कर्मचारियों को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य कर्मचारी शहर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों को मौसमी बीमारियों से बचाव की जानकारी दे रहे हैं। इसके साथ ही अस्पताल में आने वाले वायरल बुखार से पीडि़त मरीज को हर संभव सहायता व दवाएं भी मुहैया करवाई जा रही है।
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