नागरिक अस्पताल में शुरू होगा ई-उपचार, लगेंगे 43 कंप्यूटर
अस्पताल के नए भवन में मंडे से ओपीडी
जींदजिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल में आने वाले लोगों का रिकार्ड अब ऑनलाइन होगा। परंपरागत तरीके से अस्पताल में बनने वाली ओपीडी की पर्ची पर ही बीमारी का नाम और बीमार को दिए जाने वाले उपचार की डिटेल हाथ से लिखी जाती हैं। मरीज के पास केवल यही रिकार्ड रहता है और कई बार जब मरीज की ओपीडी की यह स्लिप कहीं गुम हो जाती है या खराब हो जाती है तो मरीज से लेकर डाक्टर तक किसी के पास उस बीमार की कोई हिस्ट्री उसकी बीमारी और उसे दिए जा रहे उपचार को लेकर उपलब्ध नहीं होती। ऐसे में बीमार की नए सिरे से हर तरह की जांच करवानी पड़ती है और उपचार भी नए सिरे से शुरू करना पड़ता है। अब इस तरह की स्थिति सिविल अस्पताल में आने वाले बीमारों और उनका उपचार करने वाले चिकित्सकों के सामने नहीं रहेगी। इसका तोड़ स्वास्थ्य विभाग ने ई-उपचार के जरिए निकाला है। ऐसे में आने वाले मरीजों के लिए बहुत जल्द ई-उपचार की सुविधा शुरू होने जा रही है। इसके लिए अस्पताल में पंचकूला की एक कंपनी द्वारा कंप्यूटर लगाने का काम शुरू कर दिया गया है।
अस्पताल में ४२ कंप्यूटर लगाए जाएंगे
अस्पताल में ई-उपचार के लिए सिविल अस्पताल में 42 कम्प्यूटर लगाए जाएंगे। अस्पताल के 100 बैड के नए भवन में कम्प्यूटर आदि लगाने का काम शुरू हो गया है। ई-उपचार सुविधा के तहत सिविल अस्पताल में 42 कम्प्यूटर लगाए जाएंगे। यह काम एक निजी कंपनी को सौंपा गया है। जींद के सिविल सर्जन डा. संजय दहिया के अनुसार ई-उपचार सुविधा होने के बाद मरीज के रजिस्ट्रेशन से लेकर उसकी बीमारी और उसे दिए जाने वाले उपचार आदि सब कम्प्यूटराइज्ड हो जाएंगे। अगर बीमार की ओपीडी स्लिप कहीं गुम भी हो जाती है तो वह केवल ओपीडी स्लिप का नंबर बताकर हर तरह की जानकारी एक क्लिक के साथ ही तुरंत ले पाएगा। बीमार को अगर जींद के बाहर किसी दूसरे अस्पताल में भी उपचार की जरूरत पड़ती है तो वह जैसे ही अपना ई-उपचार का कार्ड दिखाएगा, तुरंत उसकी बीमारी और उसे अस्पताल में दिए जाने वाले उपचार की सारी जानकारी कम्प्यूटर पर डिस्पले हो जाएगी।
अस्पताल के नए भवन में मंडे से ओपीडी
सिविल अस्पताल में बने 100 बैड के नए भवन में मंडे से ओपीडी शुरू हो जाएगी। इसके लिए शनिवार से ही अस्पताल प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी। नए भवन में डाक्टरों के लिए कुर्सी और दूसरे उपकरण आदि शनिवार से ही पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया। मंडे को जब बीमार लोग इस अस्पताल में जांच और उपचार के लिए आएंगे तो उन्हें सीधे अस्पताल के नए भवन में जाना होगा। वहीं उनकी जांच और उपचार का काम किया जाएगा। इस नए भवन का पिछले सप्ताह सीएम ने उद्घाटन किया था। सिविल सर्जन डा. संजय दहिया के अनुसार नए भवन को धीरे-धीरे टेक ओवर करना शुरू कर दिया गया है। बहुत जल्द नए भवन में ओपीडी और इनडोर की सुविधाएं शुरू हो जाएंगी। इससे जींद में सरकारी चिकित्सा सेवाएं ज्यादा कारगर साबित होंगी।
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