Friday, 6 October 2017

अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में चीन के खिलाफ जींद में उठी आवाज

चीन को बताया दुराग्रही, भारत को उभरती हुई आर्थिक ताकत

जींद : जींद के चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय सम्मेन में चीन के खिलाफ आवाज बुलंद की गई। अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में वक्ताओं ने चीन को दुराग्रही बताया तो भारत को उभरती हुई आर्थिक ताकत बताया। 
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के मुख्यातिथि जम्मू-कश्मीर के पर्यावरण मंत्री लाल सिंह और राष्ट्रीय समाज सुधारक एवं चिंतक इंद्रेश कुमार थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीआरएसयू के वीसी प्रो. आरबी सोलंकी ने की। सम्मलेन के संयोजक विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. राजबीर सिंह रहे।
अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजक सचिव प्रोफेसर संजय कुमार सिन्हा, प्रो. संदीप बेरवाल, प्रो. गीता सिंह थे। अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में जम्मू-कश्मीर से मंत्री लाल सिंह चौधरी ने कहा कि भारत विश्व में सबसे आगे बढ़ रहा है, लेकिन चीन को यह हजम नहीं हो रहा। इसके चलते वह भारतीयों से खुश नजर नहीं आता। उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि चीन से आने वाले मोबाइल फोन का नहीं अपनाएं। खुद के देश में निर्मित टैक्नॉलॉजी का इस्तेमाल करें। इससे हमारी अर्थव्यवस्था बेहतर होगी और चीन की अर्थव्यवस्था में भारी गिरावट होगी। राष्ट्रीय समाज सुधारक एवं चिंतक इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जिसमें औरतों के पास बेहतर इकानॉमी है। वह अच्छे तरीके से घर परिवार संभाल सकती हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश का प्रधानमंत्री इतने शक्तिशाली हैं, जिसके सामने चीन कुछ नहीं। भारत विश्व गुरू होते हुए बाकि देशों को लाइन में लगा सकता है तो चीन हमारे सामाने कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें विदेश से बनी वस्तुओं खासकर चीन की वस्तुओं को त्यागना होगा। देश में निर्मित वस्तुओं को अपनाना होगा, यही हमारी संस्कृति है और यही हमारी परंपरा है। उन्होंने कहा कि यह हमारी संस्कृति की लड़ाई है। हम खुद की बनी वस्तुओं अपनाए, जिस पर हमें गर्व हो। एक पहचान मिले। इंद्रेश कुमार ने बताया कि हमारे विचारों, धर्म, संस्कृति, मेल-मिलाप से ही हमने दुनिया को साथ मिलकर चलना सिखाया है। भारत के विचारों को पूरी दुनिया मान रही है। फिर चीन क्या है, हमने हमेशा चीन को हर क्षेत्र में पीछे छोड़ा है। 
सम्मेलन में हरियाणा के सीएम के निजी सचिव राजेश कुमार ने कहा कि चीन की ड्रगन वाली नीति है, जो देशों को हड़पना चाहता है। चीन अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सैन्य शक्ति को बेहतर करता चाहता है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने पिछले 2 सालों से चीन को लेकर अपनी पोलिसी मे परिवर्तन किया है, जिससे हमारे अर्थव्यवस्था काफी सुधरी और हम हर क्षेत्र में चीन से आगे बढ़ रहे हैं। अखिल विद्यार्थी भारतीय परिषद् के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्रीनिवासन ने कहा कि युवा शक्ति किसी भी देश की पहचान होती है। युवा वह शक्ति है जो देश को बेहतर भविष्य प्रदान करती है और भारत इस का बेहतर उदाहरण है। इस समय देश में युवा शक्ति का बोलबाला है। वह देश की बेहतर दिशा में लेकर जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें अपनी जनशक्ति को मजबूत बनाना है, जिस देश की जनशक्ति मजबूत होगी वहां बेहतर कार्य होंगे। श्रीनिवासन ने युवाओं से आग्रह किया कि वह देश हित में कार्य करें और देश को मजबूत बनाएं। इस मौके पर सीआरएसयू के रजिस्ट्रार डा. राजबीर सिंह, आरके अनायत, बिजेंद्र कुमार, डॉ. संजय शर्मा, स्वामी राघवानंद, डॉ. एके चावला, डॉ. चंद्रप्रकाश, रश्मी फौजदार, प्रो. आरबी सिंह, प्रो. चंद्रप्रकाश सहित कई विश्वविद्यालय से प्रोफेसरों ने शिरकत की। 

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