Monday, 23 October 2017

किशोर अवस्था की उम्र में होते हैं शारीरिक व मानसिक बदलाव : डा. भोला

सही खान-पान रख सकता है एनिमिया से दूर
पीयर एजुकेटर की ट्रेनिंग का हुआ समापन

 जींद 
हरियाणा सरकार व स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत गत 12 अक्टूबर से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कंडेला के अधीन उप स्वास्थ्य केंद्रो में पीयर एजुकेटर की ट्रेनिंग रविवार को संपन्न हुई। टे्रनिंक कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा. राजेश भोला ने की। डा. भोला ने बताया कि पीयर एजुकेटर 11 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चे होते हैं जिसमें कि कक्षा छठी से से 12वीं कक्षा के किशोर अवस्था के बच्चों को इस दौरान होने वाले शारीरिक व मानसिक बदलाव के बारे में प्रशिक्षित किया गया है। इसी प्रक्रिया को लेकर सभी पीयर एजुकेटर ग्रुप के बच्चों को किशोर अवस्था के दौरान लड़कों में विभिन्न शारीरिक बदलाव जैसे मूंछ-दाढ़ी का आना, आवाज का भारीपन होना व प्रजन्न अंगों में बदलाव होना आता है और इसी तरह से किशोर अवस्था में लड़कियों में छाती में उभार होना, माहवारी शुरू होना व प्रजन्न अंगों में बदलाव होने को लेकर किशोर अवस्था के बच्चों के अंदर जो भ्रांतियां पैदा होती हैं उन्हीं को दूर करने के लिए पीयर एजुकेटर को चयनित किया गया और बच्चों को प्रशिक्षित किया गया है। 
 उन्होंने कहा कि  किशोर अवस्था के दौरान इस उम्र में ज्यादातर बच्चों को होने वाली एनिमिया की तकलीफ  के बारे में भी अच्छी तरह से बताया गया है। इस उम्र में लगभग 40 प्रतिशत लड़कों व 60 प्रतिशत लड़कियां को एनिमिया की तकलीफ होती है जिसको दूर करने के लिए विशेष खानपान, हरी पत्तेदार सब्जियां, गुड़ व चना खाने के लिए बच्चों को प्रेरित किया गया है। इसी को लेकर सरकार द्वारा एनिमिया कंट्रोल प्रोग्राम चलाया जा रहा है और स्कूलों के अंदर यह प्रोग्राम चलाया जा रहा है। इसके साथ-साथ बच्चों में अक्सर हो जाने वाले पेट के कीड़ों की बीमारी हो जाती है जो कि किशोर अवस्था के दौरान होने वाले एनिमिया का सबसे बड़ा कारण है। इस बीमारी को खत्म करने के लिए साल में दो बार विश्वकृमि दिवस मनाया जाता है और बच्चों को खाना खाने से पहले व शौच के पश्चात हाथ साबुन से अच्छी तरह साफ  करने बारे में भी प्रेरित किया गया है। इसके साथ पीयर एजुकेटर के सभी बच्चों को यौन संबंधित गुप्त रोग, एचआईवी एड्स को लेकर जो भ्रांतियां हैं उसको दूर करने बारे भी प्रशिक्षित किया गया। इस मौके पर काउंसलर सुमन देवी, आशीष सिहाग, जोगिंद्र भोला, विजेन्द्र सिंह, मंजू रानी, आशा रानी, देवीराम कौशिक मौजूद रहे। 

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