Wednesday, 18 October 2017

...रोज मर रहे गौवशं से शहर के लोगों में रोष

अस्थायी नंदीशाला में गायों को फिर से कुत्तों ने नौंचा
नाकामी उजागर हुई तो मीडिया को दी धमकी
गौवंश को फिर से खुले में छोड़े जाने की उठने लगी है मांग 

 जींद 
देश व प्रदेश में गायों की दशा सुधारने के मुद्दे को प्रमुखता से उठाकर सत्ता में आई बीजेपी राज में सबसे ज्यादा बुरी दशा गायों की हो रही है। प्रदेश में पहली बार गो सेवा आयोग द्वारा गायों के लिए हॉस्टल बनाने के बडे-बड़े दावे करने वाली सरकार जींद की नंदीशाला में लगातार गोंवश की मौतों पर चुप्पी साधे हुए है। सरकार की अव्यवहारिकता का अंदाजा इसी बात से लगता है कि सरकार और जिला प्रशासन अब तक इस मामले में कोई संज्ञान नहीं ले पाए हैं। लगातार दूसरे दिन भी जींद की अस्थायी नंदीशाला में गोवंश का मरना जारी रहा और कई गाय व सांड तिल-तिल मरने को मजबूर है। दूसरे दिन भी जिंदा गायों को कुत्ते व पक्षी नोंचते दिखाई दिए। इसके अलावा कई गोवंश पानी में तडफ़ते मिले। कर्मचारियों व अधिकारियों ने इस मामले में गायों की दशा सुधारने में किसी भी प्रकार की जहमत नही उठाई। हांलाकि इस मामले में आज जींद में आए सीएम मनोहर लाल ने पूरे मामले में कड़ा संज्ञान लेने की बात कही है। गौरतलब है कि पिछले करीब दो माह में जींद की इस अस्थायी नंदीशाला में करीब 400 गोवंशो की मौत हो चुकी है। जयंती देवी मंदिर के सामने उद्यान विभाग की जगह में बनाई गई अस्थाई नंदीशाला में लगाातर दूसरे दिन भी गोवंश का मरना जारी रहा। दूसरे दिन भी इस नंदीशाला में अवारा कुत्ते व पक्षी जिंदा गायों का नौंचते नजर आए। कई गौवंश नंदीशाला में बनाए गए पानी के रजवाहे में तडफ़ ते मिले जिनकी सुध लेने वाला कोई नही था। इस नंदीशाला में गोवंश तिल-तिल मरने को मजबूर है। मिडिया द्वारा यह मामला प्रमुखता से उठाने के बाद भी किसी भी कर्मचारी व अधिकारी ने यहां इनकी हालत सुधारने में कोई प्रयास करने तक की जहमत नही उठाई। नंदीशाला में सैंकड़ो गोवंश की हालत दयनीय हो चली है। गायों के लिए चारे की भी कमी है। हांलाकि जींद मे आए मुख्यमंत्री मनोहर लाल नेे कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है और उन्होने जिला प्रशासन को इसमें गायों के लिए उचित चारे व अन्य सुविधाए देने के आदेश दिए है। उन्होने कहा कि इसमें जो भी लापवाही हुई है उस पर कड़ा संज्ञान लिया जाएगा। 
कर्मचारियों ने दी मीडिया को धमकी
इस मामले में दूसरे दिन भी गोवंश के मरने की सूचना पर जब मीडिया के दो साथी अस्थाई नंदीशाला में पंहुचे तो वहां मौजूद एक कर्मचारी बलवंत वीएलडीए व एक अन्य युवक ने उन्हे रोकने का प्रयास किया व जान से मारने की धमकी दी। जब ये मृत गोवंश के फोटो खिंचने लगे तो इन दोनों ने इनके साथ हाथापाई करने की कोशिश कर मोबाइल छीनने का प्रयास किया। यहां मौके पर मौजूद कई राहगीरों ने इन कर्मचारियों को खरी-खोटी सुनाई और मीडिया के काम की सराहना की। इन लोगो ने कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से गोवंश मरने के आरोप लगाए। 
शहर के लोगो में जबरदस्त रोष
लगातार दूसरे दिन भी जींद की अस्थायी नंदीशाला में गोवंश के बुरी हालात में मरने पर शहर के लोगो में जबरदस्त रोष है। इस मामले में डेरा ज्वालमाला के महंत स्वामी सदानंद, सामाजिक संस्था आस एक मिशन के प्रधान बिजेन्द्र खर्ब, सेल्फी विद डॉटर के जनक सुनील जागलान, भाजपा नेता संतलाल चुघ, जयती जयती हिंदू महासंगठन के प्रधान अतुल चौहान, निरवैर फाउंडेशन के प्रधान सरदार अरविन्द्र सिंह, गौ सेवा दल के भूपेन्द्र पंडि़त, राजबीर अमरहेड़ी व समाजसेवी मस्तानचंद समेत अनेक लोगो ने गायों की हालत पर चिंता जताते हुए सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ रोष जताया। 

No comments:

Post a Comment

खुद को पर्यावरण के लिए महिला वकील ने कर दिया समर्पित

अब तक लगवा चुकी 177 त्रिवेणी जींद। महिला एडवोकेट संतोष यादव ने खुद को पर्यावरण की हिफाजत के लिए समर्पित कर दिया है। वह जींद समेत अब तक...