ब्रहमाकुमारीज का खुशनुमा जीवन जीने की कला शिविर संपन्न
नरवाना
मुंबई से आए प्रसिद्ध डा. सचिन परब ने कहा कि तनाव को खत्म करने का सबसे सरल तरीका है कि किसी भी नकारात्मक बात को मन में पकड कर न रखो व सदा खुश रहो। वैज्ञानिक तौर पर सिद्ध हो चुका है कि सकारात्मक सोच वाला व्यक्ति जल्द बिमार नहीं होता। सकारात्मक सोच से कैंसर, हॉर्ट अटैक आदि जानलेवा बीमारियों को भी ठीक किया जा सकता है। राजयोग मेडिटेशन के अभ्यास से व्यक्ति अपने विचारों को पॉजिटिव बनाकर अपनेआप को निरोगी बना सकता है। उन्होंने उपरोक्त शब्द ब्रहमाकुमारीज द्वारा विश्वकर्मा मंदिर में आयोजित खुशनुमा जीवन जीने की कला शिविर में बतौर मुख्यवक्ता बोलते हुए कहे। यह कार्यक्रम ब्रहमाकुमारीज के मेडिकल विंग द्वारा तनाव मुक्त-नशा मुक्त अभियान के तहत आयोजित किया गया। महाराष्ट्र सरकार द्वारा आदर्श डॉक्टर के पुरस्कार से नवाजे जा चुके डा. सचिन इस अभियान के तहत देशभर में स्कूलों, कॉलेजों, पब्लिक, सरकारी सैंकडो कैम्प लगा चुके हैं। डॉ सचिन परब, ब्रहमाकुमारीज की जींद प्रभारी बीके विजय दीदी, नरवाना प्रभारी बीके सीमा, वरिष्ठ सदस्य बीके विजय भ्राता ने दीप प्रजवल्लित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कन्याओं तमन्ना, उर्वशी, तन्नू व श्रुति ने नृत्य कर सभी को परमात्म प्यार में सराबोर कर दिया। बीके विजय भ्राता, बीके विजय दीदी ने सभी को ब्रहमाकुमारीज सेंटर पर आकर निशुल्क मेडिटेशन सीखने का आहवान किया। डॉ सचिन ने राजयोग मेडिटेशन द्वारा शांति तनावमुक्त होने की अनुभूति करवाई। ब्रहमाकुमारीज के विश्वव्यापी तनाव मुक्त-नशा मुक्त अभियान के तहत देशभर में घूम घूमकर निशुल्क शिविर लगाकर निस्वार्थ समाज सेवा करने के लिए नरवाना भगवती क्लब के सदस्यों ने मुख्यवक्ता बीके डा. सचिन को सम्मानित किया। समाजसेवी वीरेंद्र चोपडा व उनकी धर्मपत्नी ने भी निस्वार्थ समाजसेवा के लिए डा. सचिन व बीके विजय दीदी को सम्मानित किया।
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