बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे को लेकर जागरूकता रैली निकाली
जींद
सावित्री नगर में बेटी के जन्म पर कुंआ पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बुजुर्गों ने मंगल गीत गाक मां-बेटी को आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के तौर पर मौजूद रही सर्कल सुपरवाइजर मुनीष देवी के नेतृत्व में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे को लेकर जागरूकता यात्रा भी निकाली गई। सावित्री नगर निवासी जसविंद्र की पत्नी इश्मीत के यहां पहली लड़की होने की खुशी पर कुआं पूजन का आयोजन हुआ। बेटी का नाम गुरलीन रखा गया। सुपरवाइजर मुनीष ने कहा कि समाज में बदलाव आ रहा है और बेटियां बेटो से किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं। खेलों में भी बेटियां देश-प्रदेश का मान-सम्मान बढ़ा रही हैं। इस तरह के प्रयास समाज में जागरूकता लाएंगे और बेटियों को भी सम्मान मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज महिलाओं को किसी आरक्षण की मोहताज नहीं है बल्कि अपने दम पर हर वो मुकाम हासिल कर रहीं, जोकि नामुमकिन भी हैं। जब तक महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होंगी तब तक लिगांनुपात को सुधारना असंभव है। गुरलीन के पिता जसविंद्र ने कहा कि कन्या की सुरक्षा का दायित्व हर नागरिक का बनता है। इसलिए बेटियों का सम्मान हर किसी का नैतिक और समाजिक दायित्व है। बेटे जहां एक कुल का चिराग होते हैं वही बेटियां दो परिवारों को रोशन करती हैं। गुरलीन की मां इश्मीत ने कहा कि जब तक हमारी मानसिकता नहीं बदलेगी तब तक कन्या भ्रूण हत्या जैसी समाजिक बुराई को समाप्त नहीं किया जा सकता है। इस बुराई को तभी समाप्त किया जा सकता है जब हम जन्म से ही लड़के-लड़की को एक समान समझें और दोनों के तीज, त्योहार खुशियां एक जैसी मनाएं। इस मौके पर कन्या भू्रण हत्या न करने का संकल्प भी करवाया गया और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के लिए जागरूक किया गया।
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