जिला कारागार में स्थापित करवाई किओस्क मशीन
किओस्क मशीन में बंदियों का डाटा अपडेट किया
जींदजेल में कैद हवालाती की आगामी तारीख क्या है और उसके खिलाफ कितने केस चल रहे हैंै, यह सब हवालाती के एक फिंगर प्रिंट से पता चल जाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा हरियाणा की जेलों में किओस्क मशीन लगाई जा रही है ताकि जेल प्रशासन को किसी तरह की दिक्कत हो। जींद जिला कारागार प्रशासन को भी यह मशीन उपलब्ध हो गई है और इसे अपडेट कर जिला कारागार में स्थापित कर दिया गया है।
40 हजार की लागत से तैयार हुई है किओस्क मशीनें
लगभग 40 हजार रुपये की लागत से किओस्क मशीनें तैयार हुई है। इस मशीन को फोनिक्स सोफ्टवेयर से अटैच किया जाएगा। जिसमें बंदियों का डाटा अपलोड है। इन बंदियों की सभी 10 फिंगर के प्रिंट मशीन में अपलोड किए गए हैं। किसी भी एक फिंगर के मशीन पर प्रिंट देते ही बंदी के खिलाफ चल रहे केस का स्टेटस सामने जाएगा। इससे उसे अपने खिलाफ कोर्ट में चल रहे केस की तारीख भी पता चल जाएगा। साथ ही यह भी पता चल जाएगा कि उसे किस कोर्ट में जाना है।
किओस्क मशीन से जेल प्रशासन को होगा लाभ
किओस्क मशीन कारागार प्रशासन के लिए लाभकारी सिद्ध होगी और बंदियों को भी राहत मिलेगी। उन्हें अपने केस का अगला स्टेटस जानने के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा।
कई बार तारीख हो जाती थी मिस
आमतौर पर देखा जाता था कि कई बार बंदी अपनी गलत तारीख नोट कर लेते थे या फिर किसी कारण उन्हें तारीख भी ध्यान नहीं रहती थी। जेल प्रशासन भी कई बार इस तरफ ध्यान नहीं दे पाता था। मगर अब ऐसा नहीं होगा। मशीन के लगने से केस की तारीख से जुड़ी सारी समस्या हल हो जाएगी। इसके अलावा केस का सारा स्टेट्स भी बंदी और जेल प्रशासन के सामने होगा। इससे जेल प्रशासन को भी राहत मिलेगी।
नहीं हो पाएगी कोई चूक : नरेश कुमार
जिला कारागार उपाधीक्षक नरेश कुमार ने बताया कि जिला कारागार में किओस्क मशीन को स्थापित कर दिया गया है। इस मशीन में बंदियों का डाटा अपडेट किया गया है। यह मशीन कारागार प्रशासन के लिए लाभदायक सिद्ध होगी और इस मशीन से केस का सारा स्टेट्स भी बंदी और जेल प्रशासन के सामने होगा। जिससे किसी भी तरह की चूक नहीं होगी।
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