Tuesday, 3 October 2017

खुले मेन हॉल, सुनें कौन

सड़कों के बीच बने सीवरेज मेन हॉल दे रहे हादसों को न्यौता
दर्जनभर से ज्यादा स्थानों पर बिगड़ा हुआ है सड़कों का लेवल
कहीं लेवल से नीचे बना गड्ढा तो कहीं सड़क से ऊपर बनी ठोकर

जींद
शहर में सड़कों के बीच बिछाई गई सीवरेज लाइन के मेन हॉल लगातार हादसों का सबब बने हुए हैं। किसी स्थान पर सीवरेज के ढक्कन सड़क से काफी नीचे हैं तो किसी स्थान पर सीवरेज के मेन हॉल ऊपर उभरे हुए हैं। वाहनों का दबाव ज्यादा होने के कारण सड़क के बीच बने मौत के गड्ढों को चालक नहीं देख पाते और हादसों का शिकार हो जाते हैं। रात को वाहन चालकों के सड़कों से गुजरते समय क्या हालात होते होंगे, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। लगभग हर रोज कोई न कोई हादसा सड़कों के बीच गड्ढे का रूप ले चुके या उभार बनकर ठोकर बन चुके सीवरेज मेन हॉल के कारण होता रहता है। लगभग दो माह पहले डीसी कालोनी के सामने सीवरेज के मेन हाल गड्ढे का रूप धारण करने के चलते बाइक सवार युवक की मौत हो गई थी। शहर की सड़कों से हर रोज अधिकारी भी गुजरते हैं। बावजूद इसके सड़कों के बीचोंबीच बने मौत के मेन हॉल को सुधारने की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। 
शहर का मुख्य मार्ग दे रहा हादसों को न्यौता
पटियाला चौंक से लेकर गोहाना रोड नाके तक अलग-अलग हिस्सो में सड़क के बीचोंबीच पुरानी सीवरेज लाइन दबाई गई है। पटियाला चौंक से हांसी ब्रांच नहर तक आठ सीवरेज के मेन हॉल सड़क के बीच में पड़ते हैं। तीन सीवरेज मेन हॉल सड़क लेवल से काफी नीचे हैं और गड्ढो का रूप धारण कर चुके हैं। पांच सीवरेज हॉल सड़क लेवल से ऊपर उभरे हुए हैं और ठोकर बने हुए हैं। इसी प्रकार पुरानी सब्जी मंडी मोड पर सीवरेज हॉल सड़क लेवल से काफी ऊंचा उठा हुआ है। डीसी कॉलोनी से गोहाना रोड नाके तक आधा दर्जन मेन हॉल हादसों को न्यौता दे रहे हैं। यहां पर भी सड़क तथा सीवरेज मेन हॉल के लेवल काफी फर्क है। जिसके कारण हादसे होते रहते है। 
सीवरेज सफाई से बिगड़ते हैं सड़कों के हालात
सड़कों के बीच बिछाई गई सीवरेज लाइन के मेन हॉल का लेवल बिगडऩे के पीछे मुख्य कारण सीवरेज की सफाई है। सफाई कर्मचारी मेन हॉल के ऊपर बिछाई गई परत को हटा ढक्कन खोल देते हैं। सफाई के बाद ढक्कन को वापस बंद कर देते हैं। परत हटने के कारण मेन हॉल गड्ढे में तब्दील हो जाता है। कई स्थानों पर ढक्कन सैट न होने के कारण लेवल ऊंचा कर ढक्कन लगा दिया जाता है। जिसके कारण सड़क के बीच ठोकर बन जाती है। सड़क से मेन हॉल का लेवल ऊंचा नीचा होना हादसों का कारण बनता है। सफाई कार्य पूरा होने के बाद न तो जनस्वास्थ्य विभाग और न ही बीएंडआर कोई ध्यान देता है। 
जींद शहर निवासी विरेंद्र ने कहा कि पुराना बिजली घर के निकट मुख्य सड़क के बीच मेन हॉल के लेवल काफी बिगड़े हुए हैं। जिसके कारण हादसे अक्सर होते रहते हैं। दो दिन पहले ओवरटेक करते समय स्कुटी मेन हॉल पर अनियंत्रित होकर गिर गई। जिसमे स्कुटी सवार महिला को चोटे आई। प्रशासन को चाहिए कि सड़क के बीचों बीच बने मौत के गड्ढों को ठीक करे। 

शहरवासी नंदलाल शर्मा ने कहा कि डीसी कालोनी के सामने गोहाना रोड पर खतरनाक सीवरेज मेन हॉल का गड्ढा बना हुआ है। दो माह पहले बाइक सवार युवक की मेन हॉल के कारण मौत हुई थी। जबकि कई लोग घायल भी हो चुके हैं। शहर में मुख्य मार्ग पर कई स्थानों पर लेवल बिगड़े हुए हैं। जहां अक्सर हादसे होते रहते हैं। अधिकारियों को चाहिए कि सड़क के बीच बने मेन हॉल के लेवल को दुरूस्त करवाएं। 

बीएंडआर के एसडीओ केएल चौपड़ा ने बताया कि सड़कों के बीच सीवरेज लाइन के मेन हॉल हैं। सड़क निर्माण के दौरान लेवल सही किया गया था, बाद में जनस्वास्थ्य विभाग सीवरेज की सफाई के लिए ढक्कनों को खोल लेता है, जिसके कारण बिछाई गई परत हट जाती है। सीवरेज सफाई के बाद मेन हॉल को दुरूस्त तथा आसपास का लेवल सही करने का कार्य जनस्वास्थ्य विभाग का है। 
जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता हरभजन सिंह ने बताया कि सड़क के बीच बने मेन हॉलों के लेवल भारी वाहनों के गुजरने से बनते हैं। सीवरेज मेन हॉल खोलने के बाद दुरूस्त कर दिया जाता है। वाहनों का आवागमन भी लगातार जारी रहता है। जिसके कारण लेवल ऊपर-नीचे हो जाता है। जिन स्थानों पर लेवल बिगड़े हुए हैं उन्हें दुरूस्त करवा दिया जाएगा। 

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