सफीदों। पुलिस ने दहेज की मांग को लेकर विवाहिता को प्रताड़ित करने पर पति सहित पांच पर दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सीता श्याम कालोनी निवासी शालू ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी मार्च २०१० को जग्गी कालोनी अबाला निवासी नरव्श के साथ हुई थी। शादी के समय परिजनों द्वारा यथासंभव दान दहेज दिया गया था। शादी के बाद से ही सुसरालीजन उसे और दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे। पुलिस ने शालू की शिकायत पर उसके पति नरव्श, ससुर चानन सिंह, सास रूपरानी, ननंद मोनिका व रजनी व ननदोइ विटर के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
Saturday, 30 June 2012
पति सहित छह पर दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज
सफीदों। पुलिस ने दहेज की मांग को लेकर विवाहिता को प्रताड़ित करने पर पति सहित पांच पर दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सीता श्याम कालोनी निवासी शालू ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी मार्च २०१० को जग्गी कालोनी अबाला निवासी नरव्श के साथ हुई थी। शादी के समय परिजनों द्वारा यथासंभव दान दहेज दिया गया था। शादी के बाद से ही सुसरालीजन उसे और दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे। पुलिस ने शालू की शिकायत पर उसके पति नरव्श, ससुर चानन सिंह, सास रूपरानी, ननंद मोनिका व रजनी व ननदोइ विटर के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
सृष्टि करवाएगी दो बच्चों के दिल का आप्रेशन दोनों बच्चों के हैं वाल्व खराब
जींद। समाजसेवी संस्था सृष्टि फाऊंडेशन द्वारा नन्ही धड़कन दिल के रोगी बच्चों के मुत आप्रेशन के तहत अंकित व पूजा का दिल का आप्रेशन करवाया जाएगा। शनिवार को संस्था के संयोजक डा. विवेक सिंगला अपनी टीम के साथ दोनों बच्चों को लेकर नई दिल्ली के लिए रवाना हुए। इससे पूर्व संस्था ने पिछले माह ही चार वषर््ीय साहिब के दिल का मुत आप्रेशन करवाया है। सृष्टि फाऊंडेशन के प्रवक्ता बलविंद्र सिंह ने बताया कि दस वषर््ीय अंकित जिले के सिंगवाल गांव का रहने वाला है। जबकि १२ वषर््ीय पूजा बुढ़ाबाबा बस्ती की रहने वाली है और उनके पिता का देहांत हो चुका है। दोनों बच्चों के वाल्व खराब हैं तथा गरीब होने के कारण वे ईलाज करवाने में असमर्थ हैं। उन्होंने बताया कि दोनों बच्चों का इलाज पुष्पांजली अस्पताल नई दिल्ली के चिकित्सक डा. संपत कुमार करव्ंगे।
प्रोपट्री डीलर की गोली मारकर हत्या घर के निकट बाइक सवारों ने दिया वारदात को अंजाम मृतक की पत्नी की शिकायत पर चार के खिलाफ मामला दर्ज घटना स्थल से दो गोलियों के खोल बरामद
जींद। गांव करसोला में शुक्रवार रात बाइक सवार युवकों ने प्रोपट्री डीलर पर अंधाधुंध फायरिंग कर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देकर हत्यारव् युवक फरार हो गए। घटना की सूचना पाकर जुलाना थाना प्रभारी रामचंद्र शर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और पूरव् क्षेत्र की नाकाबंदी कर तलाशी अभियान चलाया, लेकिन हत्यारों का कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस ने मृतक की पत्नी की शिकायत पर दो युवकों को नामजद कर दो अन्य के खिलाफ हत्या तथा शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव करसोला निवासी रमन जुलाना मंडी में प्रोपट्री डीलर का कार्य करता था। शुक्रवार रात को वह अपनी स्विट कार गांव के ही सतीश के आंगन में खड़ी कर पैदल घर की तरफ जा रहा था। घर के नजदीक ही बाइक सवार युवकों ने आवाज देकर रमन को रूकवा लिया। इससे पूर्व रमन युवकों के मनसूबों को समझता युवकों ने उस पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। एक गोली रमन की गर्दन तथा दूसरी गोली उसके कंधे में जा धंसी। गोलियां चलने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। घटना को अंजाम देकर युवक मौके से फरार हो गए। रमन को गंभीर हालात में जुलाना के स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र में ले जाया गया। चिकित्सकों के न मिलने पर उसे मैडिकल कॉलेज रोहतक ले जाया गया। जहां पर उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर जुलाना थाना प्रभारी रामचंद्र शर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। घटना स्थल से पुलिस ने एक नौ एमएम, एक बारह बोर का खोल बरामद किया है। मृतक की पत्नी मंजू ने आरोप लगाया कि कुछ समय पहले उसके पति रमन ने गांव में एक एकड़ जमीन खरीदी थी। जिसके चलते गांव का ही सुरव्श उसके पति से रंजिश रखे हुए था। मंजू ने संदेह जताया कि उसके पति की हत्या के ष्डयंत्र में सुरव्श तथा सतीश भी शामिल हो सकते हैं। पुलिस ने मृतक की पत्नी मंजू की शिकायत पर सुरव्श, सतीश को नामजद कर दो अन्य के खिलाफ हत्या तथा शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
जुलाना थाना प्रभारी रामचंद्र शर्मा ने बताया कि मृतक की पत्नी की शिकायत पर दो युवकों को नामजद कर दो अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। मामले की छानबीन की जा रही है।
बास
जुलाना स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र अपनी कारगुजारियों के लिए असर सुर्खियों में रहता है। कभी मोमबाी की रोशनी में डिलीवरी होती है तो कभी रात के समय स्वास्थ्य केंद्र में कोई भी चिकित्सक मौजूद नहीं रहता। शुक्रवार रात को गोली लगने से घायल हुए रमन को परिजन स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र ले गए, लेकिन ईलाज के लिए वहां चिकित्सक नदारद मिला। मजबूरन परिजन रमन को बगैर प्राथमिक उपचार दिलाये पीजीआई रोहतक ले गए। नये स्वास्थ्य सामुदायिक भवन में चिकित्सकों के अलावा बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है। स्वास्थ्य केंद्र को चलाने का जिमा एकमात्र चिकित्सक संजीव देशवाल पर है। रात को डा. देशवाल कहां चले गए थे इस बारव् में जब उनसे बातचीत करने की कोशिश की गई तो उनका फोन बंद मिला।
Friday, 29 June 2012
ग्राम पंचायतों ने किया कपिल को सम्मानित
दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट को फतेह करने वाले जींद जिला के रायचंद वाला गाव के कपिल रूहिल को शुक्रवार को डीआरडीए सभागार में जिला की सभी ग्राम पंचायतों द्वारा नौ लाख 48 हजार रुपये की राशि देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अतिरिक्त उपायुक्त अरविंद मलहान की मौजूदगी में खण्ड वार ग्राम पंचायतों ने रूहिल को नकद राशि व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। पिछले दिनों सरपंच सम्मेलन में ग्राम पंचायतों द्वारा जिला का नाम रोशन करने वाले युवा को सम्मानित करने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया था। उचाना खंड की सभी पंचायतों की तरफ से दो लाख 25 हजार रुपये, नरवाना खंड की सभी पंचायतों की ओर से दो लाख 11 हजार रुपये, जींद खंड की ओर से एक लाख 11 हजार रुपये तथा जुलाना, सफीदों, अलेवा तथा पिल्लूखेडा खंड की सभी पंचायतों द्वारा खण्ड की ओर से एक-एक लाख रुपये तथा शॉल सम्मान स्वरूप दिए गए। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त अरविंद मलहान ने कहा कि कपिल रूहिल ने एवरेस्ट की चोटी पर पहुचकर जिला के गौरव को बढ़ाया है। उन्होंने कपिल को सलाह दी कि वे भविष्य में भी नया कर गुजरने की परिपाटी को बरकरार रखें। कार्यक्रम में सभी खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी मौजूद थे। कपिल रूहिल ने इस सम्मान समारोह में जिला भर के पंचायत प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करते हुए एवरेस्ट फतेह के दृष्टात सुनाए। उन्होने बताया कि बचपन से ही कुछ कर गुजरने की इच्छा के अनुरूप उन्होंने खेलों व अन्य गतिविधियों में भाग लिया। कपिल रूहिल ने बताया कि उसने 13 अप्रैल से एवरेस्ट पर चढ़ाई शुरू की और 19 मई को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी को फतेह किया। उन्होंने बताया कि इस पूरे अभियान में 7-8 पर्वतारोहियों के 3-4 ग्रुप थे। उन्होंने बताया कि एवरेस्ट फतेह का यह अभियान काफी कष्टदायी था। इस अभियान में 12 लोगों की मृत्यु के मंजर आज भी उनके दिलों दिमाग पर अंकित है। चढ़ाई के दौरान आए बर्फिले तूफान में दो पर्वतारोहियों का कोई पता नहीं रहा अन्ततय वे बर्फ की आगोश में आ गए। बंगलादेश की एक महिला पर्वतारोही भी इस अभियान में अपने प्राण गंवा चुकी थी। कपिल रूहिल ने बताया कि लगभग 18 हजार फुट तक राशन इत्यादि जिंदगी बचाने में सहायक रहता है। दुर्गम चढ़ाई पर आक्सीजन का न होना पर्वतारोहियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती होता है। इस मौके पर उपायुक्त डॉ. युद्धवीर सिंह ख्यालिया ने भी कपिल रूहिल को इस उपलब्धि पर बधाई दी। जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी मौजूद थे।
दीवार टूटी होने से महिला खिलाडि़यों की बढ़ी चिंता
अर्जुन स्टेडियम की टूटी पड़ी दीवार क्या ठीक होगी या नहीं, ऐसा सवाल स्टेडियम में अभ्यास करने वाले खिलाडि़यों की जुबान से सुना जा सकता है। सबसे ज्यादा चिंता खेल का अभ्यास करने वाली लड़कियों को हो रही है।
गौर है कि बारिश के दिनों में स्टेडियम की जो दीवार गांधी नगर की तरफ लगती थी, वह तहस-नहस हो गई थी। रही-सही कसर पिछले दिनों खेल विभाग द्वारा पूरी कर दी गई। गांधी नगर के साथ लगने वाली दीवार को ठीक करने के लिए विभाग ने दीवार को काफी गहराई तक खुदवा दिया। गहराई तक खुदाई होने के बाद उस दीवार को अब अधूरा छोड़ दिया गया, जिसके चलते स्टेडियम में अभ्यास करने वाले खिलाडि़यों को आए दिन चिंता सता रही है कि क्या बारिश के मौसम से पहले यह दीवार बनकर तैयार हो जाएगी। सुप्रीम सीनियर सेकेंडरी स्कूल में डीपीई के पद पर कार्यरत नेहा भटनागर ने स्टेडियम की टूटी दीवार पर चिंता जताई ही नहीं, बल्कि यहां तक कहा कि हम जब फिटनेस के लिए स्टेडियम में आते हैं तो हमें अपना वाहन स्टेडियम से बाहर खड़ा करना पड़ता है, जिसके कारण हमें काफी परेशानी होती है। उसका कहना था कि कई बार अभ्यास करने वाली दर्जनों लड़कियों ने दीवार बनाने को लेकर विभाग के अधिकारियों को भी अवगत कराया, लेकिन अभी तक स्टेडियम की दीवार नहीं बन पाई।
उसके अनुसार हैंड बाल का अभ्यास करने वाली दर्जनों लड़कियां भी दीवार टूटने के कारण काफी परेशान हैं। उसके अनुसार हॉकी का अभ्यास करने वाले खिलाड़ी भी काफी परेशान हैं। आपको बता दें कि सुबह व शाम के समय हॉकी, हैंड बाल, कबड्डी, खो-खो, दौड़ आदि की तैयारी के लिए खिलाड़ी यहां अभ्यास करते हैं। दीवार टूटी होने के कारण आवारा पशु भी स्टेडियम में घूमते रहते हैं। याद रहे गत दिवस अभ्यास करने वाले सैकड़ों खिलाडि़यों ने दीवार को ठीक करने के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था। अब इस मामले में खेलों का अभ्यास करने वाली दर्जनों लड़कियां भी मैदान में आ गई हैं। लड़कियों ने कहा कि अगर दीवार का काम शुरू नहीं हुआ तो वे इस मामले की शिकायत उपायुक्त को करेंगी। इस मामले में खेल विभाग के जिला अधिकारी से पूछना चाहता तो बार-बार दूरभाष करने पर कार्यालय की ओर से यही बताया गया कि साहब स्टेडियम की तरफ गए हुए हैं।
चाकू की नोक पर किया नाबालिग से दुष्कर्म
¨सघाना गांव में बृहस्पतिवार रात्रि गाव के ही एक युवक द्वारा चाकू की नोक पर नाबालिग से दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया है। दुष्कर्म की सूचना नाबालिग के परिजनों द्वारा पुलिस को दे दी गई है। पुलिस ने पीड़ित लड़की का डाक्टरी प्रशिक्षण करवाने के बाद आरोपी युवक के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ¨सघाना गांव की रहने वाली 14 वर्षीय रूबी (काल्पनिक नाम) बृहस्पतिवार रात को लगभग नौ बजे गाव के ही सरकारी हैंडपंप से पानी लेने के लिए गई थी। जब रूबी हैंडपंप से पानी भर रही थी, इसी दौरान गाव का ही रहने वाला युवक भूल्ला वहा पर आ गया और वह रूबी को गलत नीयत से देखने लगा। भूल्ला रूबी को चाकू की नोक पर डरा धमकाकर वहीं पास लगते सरकारी स्कूल में ले गया। वहा पर भूल्ला ने रूबी के साथ जबरदस्ती दुष्कर्म किया ओर वहा से भाग गया। पीड़ित ने घर पर आकर घटना की जानकारी परिजनों को दी। परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस को की।
पुलिस ने सफीदों के सामान्य अस्पताल में पीड़िता का डॉक्टरी प्रशिक्षण करवाने के बाद आरोपी भूल्ला के खिलाफ पीड़िता के पिता की शिकायत के आधार पर चाकू की नोक पर सुनसान जगह पर ले जाकर दुष्कर्म करने के आरोप में विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
ट्रक चालक की हत्या के आरोप में चार के खिलाफ मामला दर्ज
पौली गांव के पास बृहस्पतिवार की सायं चेकिंग के दौरान ट्रैफिक पुलिस कर्मियों तथा ट्रक चालक के बीच हुई कहासुनी के दौरान ट्रक चालक की मौत के मामले में लाखनमाजरा पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर पुलिस कर्मचारी सुरेश व जोगेंद्र को गिरफ्तार कर शुक्रवार को रोहतक अदालत में पेश किया। अदालत ने उन्हे एक दिन के रिमाड पर भेज दिया है।
बृहस्पतिवार को संदिग्ध परिस्थितियों के चलते पौली गाव के निकट गाव पिपरौली अलवर राजस्थान निवासी नूरद्दीन उर्फ नूरी की मौत हो गई थी। मृतक के भाई ने आरोप लगाया था कि रिश्वत राशि नहीं देने पर पुलिस कर्मियों ने उसके भाई को घूसा दे मारा। इससे उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर डीएसपी अमरीक सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए थे और स्थिति का जायजा लिया था। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में ले सामान्य अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया है। बाद में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआइ रोहतक भेज दिया था। शुक्रवार को मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। लाखनमाजरा पुलिस ने मृतक नूरद्दीन के साथ ट्रक में सवार बड़े भाई शौकीन खान की शिकायत पर पुलिस कर्मचारी सुरेश, जोगेंद्र व दो अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर सुरेश व जोगेंद्र को गिरफ्तार कर शुक्रवार को अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों को एक दिन के रिमाड पर भेज दिया है।
वह सीएम ड्यूटी पर हैं : अमरीक
इस बारे में डीएसपी अमरीक सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि वह सीएम ड्यूटी पर है। उन्हे पता नहीं है कि इस मामले में क्या चल रहा है। इस बारे में एसपी अशोक कुमार से संपर्क नहीं हो सका।
सेल्फ फाइनेंस स्कीम के तहत कनेक्शन देने के मामले में सख्त हुआ निगम
विद्युत निगम नगूरां के अधिकारियों द्वारा सेल्फ फाइनेंस स्कीम के तहत होने वाले कनेक्शनों के मामले में कड़ा रुख अख्तियार करने के बाद निगम में अभी तक करीब 62 फाइल ही दाखिल हो पाई है। निगम ने सेल्फ फाइनेंस के स्कीम के तहत कनेक्शन करने वाले ठेकेदारों के लिए बोर्ड पर स्पेशल हिदायतें जारी कर बढि़या सामान लगाने के अपील की है। बिजली निगम के एसडीओ सुरेंद्र सिंह ने बताया कि सेल्फ फाइनेंस स्कीम में पहले काफी खामियां आने के बाद अब निगम की तरफ से कड़े कदम उठाए जा रहे हैं, जिसके चलते निगम में अब तक 62 फाइलें ही दर्ज हो पाई है। इससे पिछले साल की तुलना में काफी कम है। उन्होंने कहा कि किसानों से बोर्ड पर हिदायतें लिखकर साफ कहा गया है कि एकलास ठेकेदार से ही काम कराएं तथा ट्यूबवेल पर लगाने वाला सामान सही लगवाएं। अगर कोई ठेकेदार बरगलाने की कोशिश करता है तो उस बारे में निगम को सूचित करें। वहीं किसानों की समस्या को ध्यान में रखते हुए ठेकेदारों से भी शपथ लेने शुरू कर दिए है ताकि कोई बात सामने आने पर उक्त ठेकेदार के खिलाफ तत्परता से कार्यवाही की जा सके। उन्होंने कहा कि पहले ठेकेदार विद्युत निगम में सेल्फ फाइनेंस स्कीम के तहत किसानों को बरगलाकर सही सामान न लगाकर कनेक्शन कर देते थे, लेकिन अब निगम ने उन ठेकेदारों से बचने से की नसीहत किसानों को दी है जो लालचवश किसानों के साथ कदम-कदम पर धोखा देते हैं। फर्जी ठेकेदार किसानों से बड़ी चालाकी से उपभोक्ताओं से लाइन वर्क को पूरा करने के लिए रुपये ले लेते हैं, लेकिन हकीकत में उन ठेकेदारों द्वारा किसानों के ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए निगम से न तो इजाजत ली जाती और न ही इस बारे में निगम को सूचित किया जाता है, लेकिन कुछ किसान राशि का डेढ़ प्रतिशत बचाने के चक्कर में उन फर्जी ठेकेदारों के चंगुल में फंस जाते हैं। उक्त ठेकेदार मौके की नजाकत को देखते हुए निगम में बगैर कुछ भरे ही कनेक्शन को चालू कर फरार हो जाते हैं, लेकिन कुछ समय बाद किसान अवैध कनेक्शन की भनक लगने पर बिजली निगम के चक्कर काटने पर मजबूर हो जाते हैं। इसका खामियाजा उन्हें ता उम्र अवैध कनेक्शन के रूप में भुगतना पड़ता है, लेकिन अब निगम के अधिकारियों ने स्पेशल बोर्ड पर हिदायतें जारी कर उन फर्जी ठेकेदारों फर्जी ठेकेदारों से बचने की नसीहत किसानों को दी है।
Thursday, 28 June 2012
गांव हथो से दलित परिवारों ने किया पलायन हत्यारोपियों की गिरतारी न होने पर उठाया कदम मनोमनव्वल के बाद गांव वापस लौटे दलित परिवार दलितों ने प्रशासन को दिया शुक्रवार शाम तक का अल्टीमेटम गांव वापस लौटने पर प्रशासन ने ली राहत की सांस
नरवाना। गांव हथो में एक सप्ताह पहले दलित युवक के मर्डर की गुत्थी न सुलझने और पुलिस की कार्यशैली से क्षुध होकर वीरवार को ४० दलित परिवारों के लगभग १५० सदस्यों ने गांव से पलायन कर लघु सचिवालय पर डेरा डाल लिया। एसडीएम अरिवंद शर्मा तथा डीएसपी रामेश्र्वर लांबा ने हत्यारोपियों की गिरतारी का आश्र्वासन देकर उन्हें शांत किया। बाद में कैंटर मंगवाकर दलित परिवारों को वापस गांव भेज दिया। दलित परिवारों ने अल्टीमेटम दिया अगर शुक्रवार शाम तक हत्यारोपियों को गिरतार नहीं किया गया तो वे गांव से फिर पलायन कर जाएंगे। दलित परिवारों ने आरोप लगाया कि अनिल की हत्या को एक सप्ताह हो गया है, लेकिन अब तक हत्यारों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस मामले की लीपापोती करने की कोशिश कर रही है।
गांव हथो निवासी अनिल की गत २२ जून को हुई निर्मम हत्या के विरोध में तथा हत्यारोपियों की गिरतारी न होने पर ४० दलित परिवारों के लगभग १५० सदस्यों ने अपने मकानों पर ताले लगाकर साजो सामान के साथ गांव छोड़ दिया। दलित परिवारों के पलायन करने की सूचना मिलने पर डीएसपी रामेश्र्वर लांबा, सदर थाना प्रभारी भीम सिंह पुलिस बल के साथ ढाकल हैड पर पहुंच गए और दलित परिवारों से मानमनोव्वल कर उन्हें पलायन से रोकने की कोशिश की। बात लगभग सिरव् चढ़ चुकी थी, लेकिन फिर बात बिगड़ गई ओर उन्होंने रव्लवे स्टेशन की तरफ कूच शुरू कर दिया। बाद में फिर दलित परिवारों को मनाया गया और बातचीत के लिए लघु सचिवालय ले जाया गया। दलित परिवारों ने बताया कि पुलिस ने गांव के ही दबंग सोनू को अनिल की हत्या के मामले में हिरासत में लिया हुआ है। सोनू अपराधिक प्रवृति का है। पुलिस सोनू से अब तक अन्य सहयोगियों का नाम नहीं उगलवा पाई है। अनिल की हत्या कई लोगों ने मिलकर की है। पुलिस मामले को लीपापोती करने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि अगर शुक्रवार शाम तक हत्या में शामिल रहे लोगों को गिरतार नहीं किया जाता तो दलित परिवार दिल्ली पहुंचकर सोनिया गांधी के आवास के सामने डेरा डालने को मजबूर होंगे। काफी देर तक एसडीएम अरविंद शर्मा, डीएसपी रामेश्र्वर लांबा से दलित समाज के लोग सवाल जवाब करते रहे। दोनों अधिकारियों ने आश्र्वासन दिया कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। हत्या में शामिल लोगों को गिरतार कर लिया जाएगा। जांच के दौरान पांच दलित समाज के लोग पुलिस के साथ रहेंगे। जिस पर दलित समाज के लोग शांत हो गए और आरोपियों की गिरतारी के लिए शुक्रवार शाम तक का अल्टीमेटम दिया। बाद में अधिकारियों ने कैंटर मंगवाकर दलित परिवारों को वापस गांव भेज दिया। दलित परिवारों के वापस लौटने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली।
या था मामला
२२ जून की रात गांव हथो निवासी दलित युवक अनिल की बेरहमी से हत्या कर शव को खुर्द बुर्द करने की नियत से गांव बिधराना के खेतों में लकड़ी डालकर जलाने की कोशिश की गई थी। पुलिस ने अनिल के अधजले शव को कजे में ले पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया था। पुलिस ने मृतक के भाई सुनील की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था।
हेल्थ कार्ड से संवरेगी बच्चों की सेहत पहली से बारहवीं कक्षा तक के बच्चों की होगी स्वास्थ्य जांच स्वास्थ्य निदेशालय द्वारा जारी किया गया है प्रोफोर्मा डा. रमेश पांचाल को जिला नोडल अधिकारी नियुक्त किया अभियान के तहत आयुष् विभाग की ली जा रही है मदद
कुलदीप सिंह
जींद। स्वास्थ्य निदेशालय द्वारा बच्चों की सेहत को संवारने कव् लिए प्रदेश भर में अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत पहली कक्षा से लेकर क्ख्वीं कक्षा तक कव् बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। इसके लिए बाकायदा स्वास्थ्य निदेशालय द्वारा सेहत जांच का प्रोफार्मा भी जारी किया गया है। जिला में डा. रमेश पांचाल को अाियान का नोडल आफिसर नियुक्त किया गया है। अभियान को सफल बनाने के लिए आयुष् विभाग की भी मदद ली जा रही है।
इंदिरा बाल स्वास्थ्य योजना कव् तहत प्रदेश भर कव् सभी जिलों में १८ वर्ष् तक के बच्चों कव् स्वास्थ्य की जांच करवाई जाएगी। मेडिकल जांच के दौरान आंगनबाड़ी कव्ंद्र व स्कूलों में बच्चों कव् सेहत की जांच की जाएगी। अभियान के तहत आंगनबाड़ी कव्ंद्रों पर पल रहे बच्चों, प्राथमिक विनालयों में पढ़ने वाले छह से १२ वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के स्वास्थ्य की जांच होगी। इसके बाद क्क् से क्ब् व क्ब् से क्त्त् साल तक कव् बच्चों कव् सेहत की जांच की जाएगी। स्वास्थ्य निदेशालय द्वारा दिए गए प्रोफार्मा में बच्चे की स्वास्थ्य से संबंधित हर जानकारी दर्ज कराई जाएगी। जांच पूरी होने कव् बाद शिक्षक व चिकित्सा अधिकारी इस पर हस्ताक्षर करेंगे। हेल्थ कार्ड कव् आधार पर ही बच्चे का उपचार संभव हो सकव्गा। अभियान के दौरान लड़कियों से सेहत का सवाल शिक्षिका पूछेंगी।
चिकित्सकों की टीम करेगी जांच
सीएमओ डा. राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि जिला में इंदिरा बाल स्वास्थ्य योजना कव् तहत बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करवाई जा रही है। डा. रमेश पांचाल को जिला नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही आयुष् विभाग के चिकित्सक भी अभियान में अपना योगदान दे रहे हैं। जांच के दौरान चिकित्सक अपने अपने क्षेत्र में मौकव् पर चेकअप कर बच्चों को सलाह देंगे। गंभीर बीमारी होने की स्थिति में चिकित्सक उसे नजदीकी कव् अस्पताल में रेफर किया जाएगा।
चैकिंग के दौरान कहासुनी में हुई ट्रक चालक की मौत मृतक के भाई ने लगाया पुलिसकर्मचारियों पर घूसा मार हत्या का आरोप सुविधा शुल्क न देने पर हुई पुलिसकर्मियों से कहासुनी पुलिस अधिकारियों ने साधी चुप्पी, मामले से झाड़ा पल्ला
जींद। गांव पौली के निकट वीरवार शाम को चैकिंग के दौरान ट्रैफिक पुलिसकर्मियों तथा ट्रक चालक के बीच हुई कहासुनी के दौरान ट्रक चालक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि रिश्र्वत राशि न देने पर पुलिसकर्मियों ने उसके भाई को घूसा दे मारा। जिससे उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर डीएसपी अमरीक सिंह पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंच गए और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने मृतक के शव को कजे में ले सामान्य अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। गांव पिपरौली अलवर राजस्थान निवासी नूरद्दीन उर्फ नूरी (३५) वीरवार को ट्रक में पत्थर पाऊडर लेकर समाना पंजाब के लिए रवाना हुआ था। नूरद्दीन के साथ दो अन्य ट्रक और पत्थर पाऊडर से भरव् हुए साथ चल रहे थे। गांव पौली के निकट ट्रैफिक पुलिस ने इशारा कर ट्रक को रूकवा लिया और कागजात दिखाने के लिए कहा। इसी दौरान नूरद्दीन तथा पुलिसकर्मियों के बीच कहासुनी हो गई। आरोप है कि एक पुलिसकर्मी ने नूरद्दीन की छाती में घूसा दे मारा। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक नूरद्दीन के साथ ट्रक में सवार बड़े भाई शौकीन खान ने आरोप लगाया कि उसके भाई की रिश्र्वत न देने पर घूसा मार कर हत्या की गई है।
शौकीन खान ने बताया कि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों का नेतृत्व महिला सब इंस्पेटर कर रही थी। उसके साथ चार अन्य पुलिसकर्मी थे। इंट्री के नाम पर उन्होंने २००० रुपये मांगे। लेकिन नूरद्दीन ने अपने पास २०० रुपये होने की बात कही। जिस पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने चालान काटने की धमकी दी। नूरद्दीन ने अपने सहयोगी ट्रक चालकों से एक हजार रुपये इकट्ठा कर १२०० रुपये देने की पेशकश की। लेकिन ट्रैफिक पुलिसकर्मी दो हजार रुपये देने की बात पर अड़े रहे। इसी दौरान एक पुलिसकर्मी ने उसके भाई की छाती में घूसा जड़ दिया। डीएसपी हेडक्वार्टर ओमसिंह बलहारा ने कहा कि उन्हें मामले की पूरी जानकारी नहीं है। डीएसपी सिटी अमरीक सिंह को मौके पर भेजा गया है। उनके बारव् में डीएसपी अमरीक सिंह ही बता सकते हैं। डीएसपी अमरीक सिंह ने कहा कि वह कार्यवश बाहर गए हुए हैं। मामले के बारव् में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
Wednesday, 27 June 2012
कन्या भ्रूण हत्या के विरोध में निकाली पैदल यात्रा गांव बीबीपुर से होते हुए गांव घिमाना पहुंची पैदल यात्रा गांव के सरपंच ने हरी झंडी दिखा रवाना की यात्रा
जींद। गांव बीबीपुर के युवकों ने कन्या भ्रूण हत्या के विरोध में बुधवार को आसपास के गांवों में पैदल यात्रा निकाली। पैदल यात्रा को हरी झंडी गांव के सरपंच सुनील कुमार जागलान ने दिखायी। इसके बाद युवाओं ने सबसे पहले अपने गांव बीबीपुर की प्रत्येक गली में कन्या भ्रूण हत्या के विरोध में नारव् लगाए। युवक अपने हाथों में कन्या भू्रण हत्या के विरोध में बैनर व फलैस भी लिए हुए थे। पैदल यात्रा की अगुवाई कर रहे जोगेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार कन्या भू्रण हत्या को रोकने के लिए कितने भी कानून यों न बना ले। लेकिन जब तक सरकार भ्रूण की जांच करने वाले चिकित्सकों पर शिकंजा नहीं कसेगी तब तब सरकार का एक भी प्रयास सफल नहीं हो पाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश का एक भी शहर ऐसा नहीं है, जहां भू्रण की जांच न होती हो। भू्रण की जांच के उपरांत जब यह मालूम होता है कि कन्या का भ्रूण है तो उसकी हत्या करवा दी जाती है। उन्होंने कहा कि हत्या चिकित्सक ही कर रहे हैं। जबकि सरकार ने ऐसे करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रखा है। बावजूद इसके चिकित्सक ऐसा कर रहे हैं। यही सबसे बड़ा प्रश्न है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रोज कन्या भू्रणों की हत्या की जा रही है। लेकिन कितने चिकित्सक पकड़ में आ रहे हैं। यह बात किसी से भी नहीं छुपी है। पैदल यात्रा गांव बीबीपुर से शुरू होकर गांव बहबलपुर पहुंची और इसके उपरांत गांव घिमाना में पहुंची। पैदल यात्रा में शामिल युवकों की मांग है कि प्रशासन से जींद के चिकित्सकों को भू्रण जांच न कर पाए। इसकी व्यवस्था करव् और चिकित्सकों यह शपथ दिलायी जाए कि वे भ्रूण की जांच न करव्ं।
कीटों पर महिलाओं का अध्ययन शुरू गांव ललितखेड़ा में चार गांव की महिलाएं ले रही है ट्रेनिंग
जींद। गांव ललितखेड़ा में कीट साक्षर खेत पाठशाला में बुधवार को विधिवत रूप से नरमा के खेत में महिलाओं की कीट पहचान की ट्रेनिंग शुरू हो गई है। बुधवार को गांव ललिताखेड़ा, निडाना, भैरोखेड़ा व ईगराह की महिलाओं ने भाग लिया। ट्रेनिंग में शामिल होने वाली सभी महिलाएं औसत रूप से बहुत कम पढ़ी लिखी हैं, लेकिन कीट तंत्र में रूची रखती हैं। महिलाएं लगभग पांच माह तक ट्रेनिंग लेंगी। कीट साक्षरता खेत पाठशाला के लिए गांव ललितखेड़ा निवासी पूनम मलिक के खेत का चयन किया गया है। कृष्ि विभाग के कृष्ि विकास अधिकारी डा. सुरव्ंद्र दलाल महिलाओं को कीटों के बारव् में जानकारी उपलध करवायेंगे। इससे पूर्व डा. सुरव्ंद्र दलाल गांव निडाना, रामराये, रूपगढ़, ईगराह में किसानों को कीटों की पहचान तथा बिना कीट नाशक के फसलों को पैदा करने की सफलतापूर्वक ट्रेनिंग दे चुके हैं। इसके अलावा हरियाणा कृष्ि विश्र्वविनालय हिसार के क्षेत्रीय अध्ययन केंद्र करनाल से डा. सरोज जयपाल भी कीट साक्षर खेत पाठशाला में महिलाओं को कीटों के बारव् में जानकारी देंगी। कीट साक्षरता खेत पाठशाला में महिलाएं यह जानने की कोशिश करव्ंगी की किसान मित्र कीट कौन से हैं और फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कीट कौन से हैं। इसके अलावा कीट तंत्र के पारिस्थितिक जीवन चक्र के बारव् में जानकारी हासिल करव्ंगी।
कृष्ि विकास अधिकारी डा. सुरव्ंद्र सिंह दलाल ने बताया कि महिलाओं को पांच महीने तक ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के लिए करनाल से कीट विशेष्ज्ञा डा. सरोज जयपाल को भी बुलाया गया है।
ा्रष्टाचार में शामिल मंत्री हों बर्खास्त : जयहिंद जनक्रांति यात्रा को लेकर पहुंचे थे जींद
अभिभावकों को धोखा नहीं दे पाएंगे निजी स्कूल १३४ के तहत दाखिल से संबंधित जानकारी करनी होगी सार्वजनिक नोटिस बोर्ड पर दिखानी होगी जानकारी आदेशों की अवहेलना पर स्कूल संचालकों के खिलाफ होगी कार्रवाई
कुलदीप सिंह
जींद। निजी स्कूल अब गरीब परिवारों कव् बच्चों कव् अभिभावकों को क्फ्ब्ए कव् नियमानुसार दाखिले कव् संबंध में धोखा नहीं दे पाएंगे। निजी स्कूल संचालकों को अब दाखिले से संबंधित जानकारी सार्वजनिक करनी होगी। इसके अलावा दाखिलों से संबंधित जानकारी को स्कूल परिसर में चस्पाना भी होगा ताकि अभिभावक दाखिलों से संबंधित जानकारी बिना रोक टोक के हासिल कर सकें। क्फ्ब्ए कव् तहत नियमानुसार दाखिला कव् लिए विभाग ऐसे ठोस कदम उठाए हैं, ताकि गरीब परिवारों कव् बच्चों को क्फ्ब्ए कव् तहत नियमानुसार दाखिला मिल सकव् और गरीब परिवारों कव् बच्चे भी निर्बाध शिक्षा हासिल कर सकें। शिक्षा विभाग निदेशालय के अनुसार शिक्षा विभाग कव् साथसाथ निजी स्कूल भी बच्चों कव् अभिभावकों को क्फ्ब्ए कव् तहत जागरुक करेंगे। इसकव् लिए निदेशक सेकव्ंडरी शिक्षा हरियाणा ने प्रदेश कव् सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी किए हैं। निदेशालय कव् निर्देशानुसार दाखिले कव् संबंध में जानकारी लेने कव् लिए आने वाले गरीब परिवारों कव् बच्चों कव् अभिभावकों को स्कूल क्फ्ब्ए कव् तहत दाखिले से संबंधित सभी जानकारी मुहैया करवाई जाएगी। जिसमें फ्ब्ए कव् तहत निजी स्कूल में कुल कितनी सीट हैं का यौरा दिया जाना होगा। इसके अलावा कितने बच्चों को क्फ्ब्ए कव् तहत दाखिला दिया जा चुका और कौन सी कक्षा में कितनी सीट खाली है। वहीं जिन गरीब परिवारों कव् बच्चों को निजी स्कूल द्वारा क्फ्ब्ए कव् तहत दाखिला दिया गया है उनसे कितनी फीस ली जा रही है। इन सभी जानकारियों से निजी स्कूल बच्चों व उनकव् अभिभावकों को अवगत करवाएगा ताकि वो जागरुक हो सकव्। यह सभी जानकारियां स्कूूल परिसर में चस्पाई जानी होंगी।
जिला शिक्षा अधिकारी वंदना गुप्ता ने कहा कि निजी स्कूलों में १३४ ए के तहत यदि गरीब परिवार कव् बच्चे कव् लिए सीट खाली है तो वह नियमानुसार दाखिला ले सकता है। दाखिलों से संबंधित जानकारी स्कूल मुखियाओं को सार्वजनिक करनी होगी। इस कार्य कव् लिए सभी निजी स्कूल संचालकों को स्कूल कव् नोटिस बोर्ड पर क्फ्ब्ए से संबंधित कई जानकारियां अंकित करनी होगी। यदि वो नियमानुसार ये जानकारी बोर्ड पर अंकित नहीं करेगे तो उसकव् खिलाफ शिक्षा विभाग विभागीय कार्रवाई करेगा।
Tuesday, 26 June 2012
कीटनाशकों के खिलाफ खापों ने खोला मोर्चा खाप चौधरियों ने छेड़ा कीट नाशक के खिलाफ एलाने जंग २३ अक्तूबर तक निडाना में हर मंगलवार को जुटेंगे खाप चौधरी हर खाप का चौधरी रखेगा कीटनाशकों पर अपने विचार बाद में आयोजित होगी खापों की महापंचायत
जींद। निडाना गांव के स्थित कीट साक्षरता केंद्र के कीट मित्र किसानों के आह्वान पर मंगलवार को निडाना गांव के जोगेंद्र मलिक के チोत पर एक पंचायत का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता दाड़न チााप के प्रधान देवा सिंह ने की तथा पंचायत के सही संचालन की जिमेदारी बराह कलां बाहरा के प्रधान कळ्लदीप सिंह ढांडा को सौंपी गई। पंचायत में सर्वसमति से निर्णय लिया गया कि कीटों व किसानों के इस ङागड़े को निपटाने के लिए सप्ताह के हर मंगलवार को सर्व チााप पंचायत की ओर से एक पंचायत का आयोजन किया जाएगा और दोनों पक्षों के इस ङागड़े को निपटाने के लिए ङागड़े की सळ्नवाई पच्री गहराई से की जाएगी। पंचायत द्वारा १८ बैठकों के बाद १९वीं बैठक में सर्व जातीय सर्व チााप महापंचायत बळ्लाकर इस मळ्द्दे पर अपना फैसला सळ्नाएंगे। कीट साक्षरता केंद्र के किसानों ने बैठक में पहळ्ंचे チााप प्रतिनिधियों का हथजोड़े (प्रेइंगमेंटीस) कीट का स्मृति चिह्न देकर स्वागत किया। सर्व जातीय सर्व チााप महापंचायत द्वारा आयोजित पंचायत में कीटों की तरफ से पक्ष रチाते हळ्ए कीट मित्र किसान रणबीर मलिक ने कहा कि आज किसानों द्वारा फसल में कीटनाशकों के अंधाधच्ंध प्रयोग के कारण दच्ध, पानी, सजी व अन्य チाान पदार्थों सहित सब कळ्छ जहरीला होता जा रहा है। मलिक ने कहा कि किसान ज्ञान के अभाव के कारण फसल में मौजच्द कीटों को ही अपना दळ्श्मन समङाते हैं, जबकि वास्तविकता इसके विपरित है। मलिक ने कहा कि फसल में शाकाहारी व मासाहारी दो प्रकार के कीट होते हैं। शाकाहारी कीट फसल के पाों को チााकर अपना जीवनचक्र चलाते हैं और मासाहारी कीट शाकाहारी कीटों को チााकर अपना गळ्जारा करते हैं। इस प्रकार इनके जीवनचक्र के दौरान किसानों को लाभ पहळ्ंचता है। मलिक ने कहा कि २००१ में जब बीटी कपास में अमेरिकन संळ्डी आई तो कोई भी कीटनाशक उस पर काबच् नहीं पा सका। उन्होंने कहा कि チाळ्द कृष्ि वैज्ञानिक यह मानते हैं कि कीटनाशकों के प्रयोग से सिर्फ सात प्रतिशत ही रिकवरी होती है बाकी १५ प्रतिशत नळ्कसान तो फिर भी रह जाता है। लेकिन अब वैज्ञानिकों द्वारा किए गए सोध से यह साबित हो चळ्का है कि कीटनाशकों के अधिक प्रयोग से हमारा チाानपान तो जहरीला हळ्आ ही है साथसाथ फसलों में ९५ प्रतिशत नळ्कसान भी बढ़ा है। मलिक ने कहा कि वे チाळ्द पिछले सात साल से देसी कपास की チोती कर रहे हैं और इन सात सालों के दौरान उन्होंने एक बार भी अपनी फसल में कीटनाशक का प्रयोग नहीं किया है। इगराह से आए मनबीर रव्ढच् ने कहा कि वह पिछले ५ वर्षें से कीटनाशक रहित チोती कर रहा है और उसे हर बार अच्छा उत्पादन मिल रहा है। रव्ढच् ने कहा कि अपने पर्ळ्वजों से विरासत में मिले チोती के ज्ञान से वह संतळ्ष्ट नहीं था जिस कारण उसने कीट साक्षरता केंद्र के किसानों से संपर्क कर इस ओर अपना कदम बढ़ाया। उन्होंने कहा कि किसान अपनी मात्र साढ़ सात सौ ग्राम कपास को बचाने के लिए ५०० से ज्यादा रुपए के स्प्रे कर देते हैं। कीट साक्षरता केंद्र के संचालक डा. सळ्रव्ंद्र दलाल ने कहा कि कृष्ि वैज्ञानिकों के रिकार्ड के अनळ्सार इस धरती पर १४ लाチा किस्म के कीट हैं। जिनमें तीन लाチा ८ हजार शाकाहारी व साढ़े चार लाチा किस्म के मासाहारी कीट हैं। इन कीटों के पालन के लिए तीन लाチा ६५ हजार किस्म के पौधे धरती पर मौजच्द हैं। दलाल ने कहा कि एक फसल के सीजन के दौरान देश में १८०० करोड़ रुपए के कीटनाशकों की बिक्री होती है और अकेले हरियाणा प्रदेश में १०० से ज्यादा किसानों की मौत कीटनाशक के छीड़काव के दौरान हो रही है। दलाल ने कहा कि पंजाब के किसान सबसे ज्यादा कीटनाशकों का प्रयोग करते थे, जिसका परिणाम आज उनके सामने है। आज पंजाब के कई क्षेत्रों में तो कीटनाशकों का इतना ज्यादा कच्प्रभाव फैल गया है कि वहां बिना नाक, कान के बच्चे पैदा हो रहे हैं। किसानों का पक्ष सळ्नने के बाद सर्व チााप पंचायत के सभी प्रतिनिधि उनसे सहमत नजर आए और उन्होंने लगातार १८ पंचायतों का आयोजन करने की मांग पर सहमती जताई। इस अवसर पर पंचायत में बैठक में कंडेला チााप के प्रधान टेकराम कंडेला, दाड़न チााप उचाना के प्रधान देवा सिंह, बराह कलां बाहरा के प्रधान कळ्लदीप सिंह ढांडा, कळ्ंडच् チााप के प्रधान महावीर सिंह कळ्ंडच्, नरवाना チााप के प्रतिनिधि अमृतलाल चौपड़ा, ढळ्ल チााप के प्रधान इंद्र सिंह ढळ्ल, चहल チााप के संरक्षक दलीप सिंह चहल, नगर पालिक उचाना के प्रधान फच्लच् राम तथा सर्व जातीय सर्व チााप महापंचायत की महिला विंग की प्रधान प्रो. संतोष् दहिया ने महापंचायत की तरफ से प्रतिनिधित्व किया।
Monday, 25 June 2012
एट के विरोध में बिफरव् निजी चिकित्सक लीनिकल एस्टेबलिशमेंट एट का किया विरोध जिलेभर में बंद रहे निजी चिकित्सालय
जींद। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के आह्वान पर सोमवार को लीनिकल एस्टेबलिशमेंट एट २०११ के विरोध में जिलाभर के निजी अस्पताल बंद रहे। जिसके चलते मरीजों को अच्छी खासी परव्शानी का सामना करना पड़ा। निजी अस्पताल संचालकों ने कहा कि नए एट के लागू होने से इलाज मंहगा होगा। जिसका असर सीधा जनता पर पड़ेगा। चिकित्सकों ने मांग की कि लीनिकल एस्टेबलिशमेंट एट २०११ को वापस लिया जाए। बाद में निजी अस्पताल संचालक लघु सचिवालय पहुंचे और मांगों से संबंधित ज्ञापन डीसी डा. युद्धवीर सिंह チयालिया को सौंपा।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर सोमवार को जिलाभर के निजी चिकित्सकों ने अपने अस्पतालों तथा लीनिकों को नए एट के विरोध में बंद रखा। सभी निजी चिकित्सालयों के बाहर चिकित्सकों के हड़ताल से संबंधित बैनर चस्पाये गए थे। निजी अस्पतालों में उपचाराधीन तथा गंभीर मरीजों को छोड़कर चिकित्सकों ने ओपीडी को बंद रखा। नेहरू पार्क में निजी अस्पतालों के चिकित्सकों को संबोधित करते हुए आईएमए के जिलाध्यक्ष डा. सुरव्श जैन ने कहा कि लीनिकल एस्टेबलिशमेंट एट २०११ में नये नियम थौंपे गए हैं। जिसके तहत निजी अस्पताल, लैब, स्टाफ, उपकरण, अस्पताल में मौजूद संसाधनों का पंजीकरण करवाना जरूरी कर दिया है। जिसके लिए निजी चिकित्सकों को विभिन्न विभागों से अनापाि प्रमाण पत्र लेने होंगे तथा तीन साल बाद नवीनीकरण करवाना होगा। अगर नए नियमों पर खरा उतरा जाए और न केवल समय की बर्बादी होगी, बल्कि अस्पताल तथा लैब चलाना बहुत मुश्किल हो जाएगा। जिसका असर इलाज पर भी पड़ेगा और अस्पतालों की स्वायाा खत्म हो जाएगी। उन्होंने मांग की कि एस्टेबलिशमेंट एट २०११ को वापस लिया जाए। ताकि आम आदमी को सस्ता तथा सुलभ इलाज मिल सके। बाद में चिकित्सक लघु सचिवालय पहुंचे और मांगों से संबंधित ज्ञापन उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह チयालिया को सौंपा। इस मौके पर डा. प्रमोद बंसल, विनोद कुमार, एमएल गैरा, राजेश गर्ग, आरके सेठी, सत्यवान शर्मा, अश्र्वनी मिढा, अनिल गुप्ता, अनिल जैन, डीपीएस खर्ब, विपुल अग्रवाल, डीपी जैन मौजूद थे।
गांव निडाना में होगी अनूठी महापंचायत कृष्ि कीटों तथा किसानों के मामलों की होगी सुनवायी खाप चौधरियों ने माना कृष्ि कीटों तथा किसानों के बीच दुश्मनी मामले को लेकर बुलायी जाएगी प्रदेश भर की खापें
जींद। सर्व जात सर्व खाप पंचायतों का आयोजन आमतौर पर सामाजिक सारोकार को लेकर होता रहा है। गांव निडाना में देश की पहली अनूठी सर्व जातिय सर्व खाप महापंचायत होने जा रही है। जिसका सामाजिक सारोकार ही नहीं बल्कि पर्यावरण और जीव जन्तु हैं। २६ जून को होने वाले सर्व जात सर्व खाप महापंचायत में दर्जनभर से ज्यादा खापों के चौधरी भाग लेंगे। महापंचायत को आहूत गांव निडानी में चल रही किसान खेत पाठशाला के कीट साक्षरता केंद्र ने किया है। महा पंचायत का मुチय मुद्दा किसानों तथा कृष्ि कीटों के बीच समझौता करवाना है। कीट साक्षरता केंद्र की तरफ से खाप पंचायतों को लिखी गई चिट्ठी में कहा गया है कि किसानों ने कीट नाशक देशी तथा विदेशी कंपनियों के बहकावे में आकर कीट नाशक दवाओं का सप्रे कर रहे हैं। जिससे न केवल थाली जहरीली हो गई है बल्कि कई जीवों की प्रजातियां लुप्त होने के कगार पर पहुंच गई हैं। जिससे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है तथा प्राकृतिक संतुलन भी बिगड़ने लगा है। जिसके भविष्य में गंभीर परिणाम हो सकते हैं। पत्र में यह भी कहा गया है कि खाप पंचायतों ने गांव दड़बाकलां में ५५ हत्याओं, गांव थाना में १७ हत्याओं तथा गांव गुस्साई खेड़ा में सात हत्याओं के कारण हुई रंजिश को पारिवारिक माहौल देकर समझौते करवाये हैं। किसानों तथा कीट साक्षरता केंद्र के लोगों ने खाप पंचायतों से अपील की है। कीटों तथा किसानों का पक्ष सुनने के बाद उनका समझौता करवाया जाए। जिस पर खाप प्रतिनिधियों की सोमवार को हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि २६ जून को गांव निडाना में सर्व खाप सर्व जात महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। बैठक में बिनैण खाप के अध्यक्ष नफेसिंह नैन, कंडेला खाप के टेकराम कंडेला, बराह कलां बारह के कुलदीप सिंह, दाड़न खाप के देवासिंह, नरवाना खाप के अमृतलाल चोपड़ा, नौगामा खाप के कुलदीप सिंह रामराये मौजूद थे। सर्व जातिय सर्व खाप महापंचायत के संयोजक कुलदीप सिंह ढांडा ने बताया कि महापंचायत किसानों तथा कीटों के बारव् में सुनवायी करव्गी। भविष्य में हरियाणा की सर्व खाप महापंचायत भी मामले को लेकर बुलायी जाएगी।
कृष्ि विभाग का लक्ष्य अब बारिश पर निर्भर धान के लिए मिला है एक लाख १५ हजार हैटेयर का लक्ष्य क्षेत्र कव् किसानों को है अच्छी बारिश का इंतजार
कुलदीप सिंह
जींद। जिला के किसान धान फसल की रोपाई को लेकर अब अच्छी बारिश कव् इंतजार में हैं। काफी हद तक कृष्ि विभाग को धान की रोपाई का मिला लक्ष्य भी अब बारिश पर निर्भर कर रहा है। किसानों ने धान फसल की रोपाई के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। वहीं कृष्ि विभाग ने भी अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है।
किसानों द्वारा धान की रोपाई कव् लिए पौध तैयार करने का कार्य किया जा रहा है। लेकिन बारिश में हो रही देरी से किसानों की चिंता बढ़नी शुरू हो गई हैं।
आम तौर पर धान की अगेती किस्मों की रोपाई जून कव् मध्य से शुरू हो जाती है। बारिश में हो रही देरी से किसानों की चिंता बढ़नी शुरू हो गई है। किसान अच्छी बारिश की इंतजार में हैं। किसान बारिश होते ही धान की फसल की रोपाई को लेकर पूरी तैयारी कर चुकव् हैं। जिला में कृष्ि विभाग को भी अब की बार एक लाख १५ हैटेयर धान फसल का लक्ष्य मिला है। जबकि धान की सीधी बिजाई का लक्ष्य २५० एकड़ रखा गया है और अब तक करीब क्ख्भ् एकड़ में सीधी बिजाई करवाई जा चुकी है। इसके अलावा लगभग सात हजार हैटेयर में धान की रोपाई की जा चुकी है। पिल्लूखेड़ा कव् किसान धर्मपाल, राजेश, गांव मोरखी कव् किसान धन्ना राम, रामफल ने बताया कि गेहूं फसल कटाई कव् बाद एक या दो बार केवल बूंदाबांदी ही हुई है। किसान अब बारिश के इंतजार में हैं। बारिश न आने की स्थिति में किसानों द्वारा अगले सप्ताह से ही टयूवेलों से खेत में सिंचाई करकव् धान की रोपाई शुरू करने का मन बना लिया है। किसानों ने इस बार धान की रोपाई करने कव् लिए बासमती, शरबती, मुच्छल आदि किस्मों की व्यापक स्तर पर पौध तैयार की हैं। क्षेत्र में किसानों द्वारा व्यापक स्तर पर लेजर लेवलर से अपने खेतों की जमीन को समतल करवाया है। लेजर लेवलर से जमीन समतल करवाने से काफी हद तक पानी की बचत होती है और पूरे खेत में एक समान पानी पहुंचता है।
कृष्ि विभाग के उप निदेशक डा. रामप्रताप सिहाग ने कहा कि उन्हीं किसानों ने धान फसल की रोपाई की है जिनके पास पर्याप्त मात्रा में पानी उपलध है। इसके अलावा जिन किसानों ने धान फसल की रोपाई कर ली है वो अपने खेतों को गीला रखें ताकि पौध सूखने न पाए। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि अबकी बार किसान धान की सीधी बिजाई करें। जिससे पानी की बचत तो होती है और लेबर का भी खर्च कम होता है औरफसल का लागत मूल्य भी कम आएगा।
Sunday, 24 June 2012
प्रियंका जैन बनी जज शनिवार को हासिल हुआ ज्वायनिंग लैटर
जींद। आज लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से पीछे नहीं है। चाहे वो आसमान में हवाई जहाज चलाना हो या फिर पटरियों पर रव्लगाड़ी चलाना। हर जगह लड़कियां अपनी सफलता के झंडे गाड़ रही हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है अर्बन एस्टेट निवासी रमेश जैन की बेटी प्रियंका जैन ने। प्रियंका जैन को शनिवार को उनका जज का ज्वायनिंग लैटर मिल गया। अब प्रियंका जैन एक साल तक चंडीगढ़ में ज्यूडिशियल एकेडमी में ट्रेनिंग लेंगी। प्रियंका जैन खानपुर महिला विश्र्वविनालय में पिछले तीन साल से ला डिपार्टमेंट में प्राध्यापक पद पर नियुक्त रही हैं। छात्राओं को उन्होंने कानून का पाठ पढ़ाया। अब अपने लक्ष्य को हासिल कर उन्होंने छात्राओं के लिए उदाहरण पेश किया है। प्रियंका जैन ने राजकीय महाविनालय जींद से बीकॉम करने के बाद कुरूक्षेत्र विश्र्वविनालय से एलएलबी तथा एलएलएम किया। प्रियंका जैन ने कहा कि बदलते हालातों में अदालत में निपटान के लिए मामले बढ़ते जा रहे हैं। लोगों को कम समय से फैसला मिले यह जरूरी है। लेकिन उससे कहीं ज्यादा जरूरी है कि पीड़ित को फैसला ही नहीं उचित न्याय भी मिले। अब वह जज बन कर लोगों को न्याय दिलाने का काम करव्ंगी। लोगों को समय पर उचित न्याय दिलाना ही उनका दायित्व है। फिलहाल प्रियंका जैन सोनीपत निवासी इंजीनियर आशीष् जैन के साथ शादी करने के बाद सोनीपत में रह रही हैं।
खाप पंचायत में कन्या भू्रण हत्या के प्रति महिलाएं करव्ंगी जागरूक गांव बीबीपुर में १४ जुलाई को होगी खाप पंचायतों की बैठक
जींद। कन्या भ्रूण हत्या के विरोध में अब महिलाओं को जागरूक करने के लिए महिलाएं स्वयं खाप पंचायतों की बैठक में कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए संयुक्त पंचायत कर इस बुराई के प्रति जागरूक करव्ंगी। पिछले दिनों १८ जून को गांव बीबीपुर में महिला ग्राम सभा कार्यक्रम की कामयाबी के बाद महिलाओं के हौंसले बुलंद हैं और वे अब कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ खाप पंचायतों के साथ मिल कर अलख जगाने का मन बना चुकी हैं। इनमें से अधिकतर महिलाएं कम पढ़ी लिखी हैं। लेकिन उनका हौंसला देखते ही बनता है। ६५ वषर््ीय मूर्ति देवी जोकि अनपढ़ है, लेकिन कन्या भ्रूण हत्या के विरोध में मूर्ति देवी का कहना है कि बेटा व बेटी में कोई फर्क नहीं है। २८ वषर््ीय सुमन देवी जोकि आठवीं पास है, ४५ वषर््ीय अनीता आठवीं पास है, २४ वषर््ीय संतोष् ने जेबीटी की हुई है। ऐसी ही अनेक महिलाएं इस गांव से उभर कर आई हैं जो १४ जुलाई को गांव के स्कूल मे कन्या भ्रूण हत्या के विरोध में खाप पंचायतों की बैठक करव्ंगी।
कभी गांव की चौपाल के आगे से घूंघट कर निकलने वाली महिलाएं अब अब उन्हीं खाप प्रतिनिधियों के बीच बैठक वादविवाद सुलझाएगी।
जिन खाप पंचायतियों ने कभी महिलाओं को गांव की चौपाल तक में नहीं आने दिया। लेकिन आज गांव बीबीपुर की फिजा बदली नजर आने लगी है और महिलाएं सुबह से शाम तक बैठ कर इस पंचायत के लिए रणनीति तैयार कर रही हैं। ५२ वषर््ीय बीरमती बताती हैं कि घर में जब लड़की पैदा होती है तो मातम होता है और जब लड़का होता है तो थाली बजायी यों बजायी जाती है। बीरमति ने कहा कि लड़के लड़की में सबसे ज्यादा भेद करने वाली महिलाएं ही हैं। उन्होंने कहा जब तक महिलाओं की सोच लड़कियों को लेकर नहीं बदलेगी तो तब तक कोई भी कुछ कर लें। समाज में कोई परिवर्तन नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि बेटी देवी होती है। लेकिन लड़का देवता नहीं हो सकता है।
छात्रा सविता बताती हैं कि सभी को मालूम है कि लड़कियों की कमी के कारण समाज में उनके प्रकार की सामाजिक विकृतियां पैदा हो रही हैं। फिर भी समाज लड़कों को प्राथमिकता देता है। उन्होंने कहा कि जब बेटी नहीं होगी तो घर में बहु कहां से आएंगी। जेबीटी कोर्स पास कर चुकी बबली बताती हैं कि लड़की मां की सहेली होती है। फिर मां ही उसकी कोख हत्या करने का जघन्य अपराध करती है। ऐसे यों होता है, इस बारव् में पूछे जाने पर बबली बताती है कि लड़की को माता पिता ने भारी भरकम दहेज देना होता है और इसके बावजूद भी यह विश्र्वास नहीं होता है कि ससुराल वाले किस प्रकार के होंगे। यह चिंता माता पिता को लड़की के जन्म लेते ही शुरू हो जाती है। ससुराल वाले ठीक मिल जाते हैं तो सब ठीक हो जाता है। लेकिन ससुराल वाले सही नहीं मिलते तो दुख ताउम्र का हो जाता है।
दसवीं पास व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संतोष् बताती हैं कि जब तक औरतों में लड़कियों को लेकर बदलाव नहीं होगा। तब तक कन्या भ्रूण हत्याएं होती रहेंगी। उन्होंने बताया कि सरकार भी इस और बहुत कुछ कर रही है। लेकिन तब सरकार के प्रयास सफल नहीं होंगे जब तक समाज में परिवर्तन नहीं होगा। अनपढ़ कमलेश देवी बताती हैं कि एक महीने का गर्भ होते ही उसका पंजीकरण अस्पताल में करवाना चाहिए ताकि गर्भपात न करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि चौदह जुलाई की खापों की बैठक इसके लिए आहूत की गई है। उन्होंने उमीद लगायी है कि बैठक में कोई ठोस निर्णय हो। कमलेश देवी बताती हैं कि पिछले दस साल यह समस्या सबसे ज्यादा बढ़ी है और इस समस्या के मूल महिलाएं हैं और वे ही समस्या का समाधान बनेंगी। तब कहीं जाकर समस्या हल हो सकती है।
कभी गांव की चौपाल के आगे से घूंघट कर निकलने वाली महिलाएं अब अब उन्हीं खाप प्रतिनिधियों के बीच बैठक वादविवाद सुलझाएगी।
जिन खाप पंचायतियों ने कभी महिलाओं को गांव की चौपाल तक में नहीं आने दिया। लेकिन आज गांव बीबीपुर की फिजा बदली नजर आने लगी है और महिलाएं सुबह से शाम तक बैठ कर इस पंचायत के लिए रणनीति तैयार कर रही हैं। ५२ वषर््ीय बीरमती बताती हैं कि घर में जब लड़की पैदा होती है तो मातम होता है और जब लड़का होता है तो थाली बजायी यों बजायी जाती है। बीरमति ने कहा कि लड़के लड़की में सबसे ज्यादा भेद करने वाली महिलाएं ही हैं। उन्होंने कहा जब तक महिलाओं की सोच लड़कियों को लेकर नहीं बदलेगी तो तब तक कोई भी कुछ कर लें। समाज में कोई परिवर्तन नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि बेटी देवी होती है। लेकिन लड़का देवता नहीं हो सकता है।
छात्रा सविता बताती हैं कि सभी को मालूम है कि लड़कियों की कमी के कारण समाज में उनके प्रकार की सामाजिक विकृतियां पैदा हो रही हैं। फिर भी समाज लड़कों को प्राथमिकता देता है। उन्होंने कहा कि जब बेटी नहीं होगी तो घर में बहु कहां से आएंगी। जेबीटी कोर्स पास कर चुकी बबली बताती हैं कि लड़की मां की सहेली होती है। फिर मां ही उसकी कोख हत्या करने का जघन्य अपराध करती है। ऐसे यों होता है, इस बारव् में पूछे जाने पर बबली बताती है कि लड़की को माता पिता ने भारी भरकम दहेज देना होता है और इसके बावजूद भी यह विश्र्वास नहीं होता है कि ससुराल वाले किस प्रकार के होंगे। यह चिंता माता पिता को लड़की के जन्म लेते ही शुरू हो जाती है। ससुराल वाले ठीक मिल जाते हैं तो सब ठीक हो जाता है। लेकिन ससुराल वाले सही नहीं मिलते तो दुख ताउम्र का हो जाता है।
दसवीं पास व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संतोष् बताती हैं कि जब तक औरतों में लड़कियों को लेकर बदलाव नहीं होगा। तब तक कन्या भ्रूण हत्याएं होती रहेंगी। उन्होंने बताया कि सरकार भी इस और बहुत कुछ कर रही है। लेकिन तब सरकार के प्रयास सफल नहीं होंगे जब तक समाज में परिवर्तन नहीं होगा। अनपढ़ कमलेश देवी बताती हैं कि एक महीने का गर्भ होते ही उसका पंजीकरण अस्पताल में करवाना चाहिए ताकि गर्भपात न करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि चौदह जुलाई की खापों की बैठक इसके लिए आहूत की गई है। उन्होंने उमीद लगायी है कि बैठक में कोई ठोस निर्णय हो। कमलेश देवी बताती हैं कि पिछले दस साल यह समस्या सबसे ज्यादा बढ़ी है और इस समस्या के मूल महिलाएं हैं और वे ही समस्या का समाधान बनेंगी। तब कहीं जाकर समस्या हल हो सकती है।
एटीएम कार्ड मशीन में फंसा, डेढ़ लाチा का लगा चूना बैंक मैनेजर सहित चार के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज शिकायत के बाद भी नहीं निकाला एटीएम कार्ड, न बंद किया कार्ड शिकायत देने के बाद भी निकलती रही राशि एक लाख रुपये की राशि को फौजी के खाते में किया ट्रांसफर
जींद। गांव मुआना के टेलीफोन एसचेंज में कार्यरत एक कर्मचारी को सफीदों के पीएनबी बैंक कर्मचारियों ने लगभग एक लाख ५८ हजार रुपये का चूना लगा दिया। बैंक के एटीएम मशीन में फंसे कार्ड को निकालने की अपील के बाद भी उसे नहीं निकाला और बंद करने की शिकायत देने के बाद भी उसे बंद नहीं किया गया। फिर उसके खाते से एक लाख ५८ हजार रुपये में से एक लाख रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिए और ५८ हजार रुपये की राशि को निकालकर हजम कर गए। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर बैंक मैनेजर, गंगानगर कमाऊ रव्जीमेंट में तैनात फौजी को नामजद कर दोतीन अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में チयानत का मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव मुआना निवासी सुरजभान ने सफीदों थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह पीएनबी बैंक का उपभोक्ता है। उसके खाते में ३० मई को एक लाख ४० हजार २०१ रुपये की राशि थी। ३१ मई को उसमें १८ हजार ३४७ रुपये वेतन के और जमा हुए। ३१ मई दोपहर बाद वह बैंक की एटीएम केबिन में कुछ राशि निकलवाने के लिए गया था, लेकिन उसका एटीएम कार्ड मशीन के अंदर ही रह गया। जिसकी शिकायत उसने बैंक मैनेजर एसपी कौशिक को देकर एटीएम कार्ड निकलवाने का आग्रह किया। बैंक मैनेजर ने एक जून को आकर अपना कार्ड ले जाने के लिए कहा। जब वह बैंक में पहुंचा तो उसके खाते से एक लाख रुपये की राशि गायब थी। जिस पर उसने बैंक मैनेजर को तत्काल एटीएम कार्ड को बंद करने के लिए कहा। जिसकी लिखित मौके पर ही दे दी गई। उसके बाद भी उसके खाते से एक जून को ५८ हजार रुपये की राशि गायब हो गई। गायब हुई राशि के लिए वह लगातार बैंक के चक्कर लगाता रहा। लेकिन न तो उसके एटीएम कार्ड का सुराग लगा और न ही उसकी गायब हुई राशि के बारव् में। जब गायब हुई राशि की डिटेल खंगाली गई तो एक लाख रुपये की राशि गंगानगर निवासी कमाऊ रव्जिमेंट में तैनात ओमकार सिंह के खाते में ट्रांसफर मिली। सुरजभान ने आरोप लगाया कि बैंक अधिकारियों की मिलीभगत के चलते उसे एक लाख ५८ हजार रुपये का चूना लगा है। पुलिस ने सुरजभान की शिकायत पर बैंक मैनेजर एसपी कौशिक, गंगानगर कमाऊ रव्जीमेंट में तैनात फौजी ओमकार को नामजद कर दोतीन अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में チयानत का मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
Saturday, 23 June 2012
अब मनरेगा मजदूर बनाएंगे कंपोस्ट खाद
भूमि की उर्वरा को बनाए रखने और कम्पोस्ट खाद की तरफ किसानों का रुझान बढ़ाने के लिए सरकार ने एक परियोजना तैयार की है। इस परियोजना के तहत भूमि की उर्वरकता शक्ति बढे़गी, जिससे किसानों को भरपूर पैदावार मिलेगी। यही नहीं मनरेगा मजदूरों को रोजगार भी मिलेगा। इस योजना के तहत मनरेगा मजदूर अपने गाव में पंचायती जमीन अथवा निजी जमीन पर खाद तैयार करेंगे। इससे मनरेगा मजदूरों को रोजगार मिलेगा तथा भूमि की उर्वरा शक्ति को भी संरक्षित किया जा सकेगा। इस परियोजना के लिए प्रदेश में करीब 50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा प्रत्येक जिले के लिए करीब अढ़ाई करोड़ का अनुमानित बजट बनाया है। इस बजट के अनुसार ही कृषि विभाग इस परियोजना को तैयार करेगा।
इस परियोजना के तहत मनरेगा मजदूरों को सरकार की तरफ से अनुदान राशि अथवा कंपोस्ट खाद बनाने के लिए सहायता राशि दी जाएगी। इसे मजदूर एरोबिक व एनेरोबिक विधि से कंपोस्ट खाद तैयार करेंगे। एनेरोबिक विधि में मजदूर गाव में किसी स्थान पर 12 गुना पांच फुट चौड़ा गढ्डा बनाएंगे। इसकी गहराई तीन फुट होगी। इस गढ्डे को किसान कटी हुई सब्जिया, सड़े-गले फल, पत्तों के अवशेष इत्यादि को गोबर के साथ मिलाकर उसे ढक देगा।
इसके 120 दिनों के बाद इस गढ्डे में कंपोस्ट तैयार हो जाएगी। इसी प्रकार एरोबिक विधि में किसानों को इसी आकार का जालीदार दीवार खींचकर प्लांट तैयार करना होगा। इस चारदीवारी के भीतर भी सब्जिया, सड़े-गले फल, पत्तों के अवशेष डालकर ढकना होगा। कुछ समय बाद कंपोस्ट खाद तैयार हो जाएगी। इसमें से एक बार में करीब एक टन यानी 10 क्विंटल खाद तैयार की जा सकेगी। इसके अलावा नदेप स्कीम से भी गोबर की खाद तैयार करने तथा लिक्विड बायोमैन्योर विधि द्वारा भी खाद तैयार करने की योजना भी इसके साथ शामिल की गई है।
क्या-क्या होंगे फायदे :
1. योजना के तहत मनरेगा मजदूरों को रोजगार मिलेगा
2. कंपोस्ट खाद खेती को प्राथमिकता मिलेगी।
3. गाव में कूडे़ कचरे को प्रयोग में लाया जा सकेगा, जिससे कम्पोस्ट खाद बनगी।
4. पर्यावरण स्वच्छ रहेगा।
वर्जन
परियोजना के बारे में कुछ दिन पहले ही जानकारी मिली है। इसके तहत मनरेगा मजदूरों को कृषि संबंधित प्रोग्राम से जोड़ना है, ताकि उन्हें आमदनी भी हो और भूमि की उर्वरा भी बनी रहे। इससे भूमि की उर्वरकता शक्ति बढे़गी, साथ ही मनरेगा मजदूरों को रोजगार भी मिलेगा।
-डॉ. रामप्रताप सिहाग, कृषि उप निदेशक
जींद में भी खुले पड़े हैं सैंकड़ों बोरवेल माही की घटना से भी नहीं जागा प्रशासन
जींद। गुड़गांव के मानेसर में पिछले तीन दिनों से बोरवेल में फंसी पांच वषर््ीय माही की घटना से भी जिला प्रशासन सबक नहीं ले रहा है और जिले में अनेकों जगह बोरवेल खोदे हुए हैं। जोकि खुले पड़े हैं और दुर्घटना को निमंत्रण दे रहे हैं। बोरवेल का प्रचलन पिछले छह सालों से ज्यादा बढ़ा है।
जब खेतों में फसलों की सिंचाई के लिए क्षेत्र में नहरी पानी का अभाव होने लगा। किसानों द्वारा बोरवेलों को खुला रखने की जरा सी लापरवाही या चूक किसी के लिए भी जान का खतरा बन सकती है। लेकिन इन सबसे बेखबर किसान खेतों में बोरवले खुदवाने में जोर दे रहे हैं। जींद में गुड़गांव जैसे सैंकड़ों खतरनाक बोरवेल देखे जा सकते हैं। जो सरेआम खुली दुर्घटना को न्योता दे रहे हैं। लेकिन इस और न तो प्रशासन का कोई ध्यान गया है और न ही सरकार इन को बंद करवाने के लिए कोई कार्रवाई कर रही है।
जींद क्षेत्र में सिंचाई के लिए नहरी पानी का अभाव रहने लगा है। बरसात भी औसत से कम होती हो तो लोगों का रुझान टयूवैलों की तरफ बढ़ा है। तीन सितंबर क्ऽऽभ् को क्षेत्र में आई बाढ़ कव् बाद भूमि का जलस्तर बढ़ा गया। जिसके चलते किसानों ने बड़े पैमाने पर टयूवैल लगवाने शुरू कर दिए। लेकिन धीरव्धीरव् बरसात कम होने के कारण फिर भूमि का जलस्तर गिरता चला गया। लेकिन अब किसानों में बोरवेल का प्रचलन काफी बढ़ गया है। सबमर्सिबल टयूवेल कव् कारण पानी किसानों को बगैर कुआं खोदे ज्यादा मिलता है। इस कारण किसानों का रुझान अब इस और और बढ़ा है। बोरवेलों को खोदने कव् बाद जब कोई बोरवेल पानी नहीं दे पाता या फव्ल हो जाता है तो उसे लापरवाही कव् कारण या तो खुला छोड़ दिया जाता है या फिर ऊपर से इसे अस्थाई रूप से बंद कर काम चलाया जाता है। बोरवेल का व्यास कम चोड़ा होने कव् कारण यह दिखाई भी नहीं पड़ता और अस्थाई रूप से ऊपर से बंद किए गए बोरवेल थोड़े समय बाद या बरसात आने कव् बाद खुल जाते हैं।
गांव बीबीपुर के सरपंच सुनील जागलान ने बताया कि अकव्ले उनकव् ही गांव में स्त्र० से ज्यादा खुले कुंए हैं। कोई भी व्यक्ति बिना परमिशन कव् तीन फिट से ज्यादा मिट्टी नहीं खोद सकता। लेकिन यहां तो ९०९० फिट गहरव् बोरवेल खुदे हुए हैं। सरकार तथा प्रशासन को चाहिए कि इस मुद्दे को गंभीरता से ले।
एक बंदर को पकड़ने पर खर्च होंगे १८० रुपये एक हजार बंदर काबू करने का टैंडर
नरवाना। शहर के लोगों को बंदरों के आंतक से जल्द ही छुटकारा मिल सकता है। नगर परिष्द ने मथुरा के एक ठेकेदार को एक हजार बंदर पकड़ने का ठेका दिया है। नगर परिष्द ने शनिवार से शहर में बंदरों को पकड़ने के लिए विशेष् अभियान चलाया है। नगर परिष्द के सैनेटरी इंस्पेटर मुकेश शर्मा ने बताया कि शहर में पिछले फ्ब् दिनों से बंदरों को पकड़ने के लिए विशेष् अभियान चलाया जा रहा है और अब तक करीब फ्०० बंदर पकड़े जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि बंदरों को पकड़ने का यह अभियान वन्य प्राणी निरीक्षक राजवीर मलिक की देखरव्ख में चल रहा है। उन्होंने बताया कि शहर में से लगभग एक हजार बंदरों को पकड़ने का लक्ष्य फिलहाल रखा गया है और इन बंदरों को पकड़ कर फतेहाबाद के जंगलों में छोड़ा जा रहा है। अभी तक राजकीय कन्या स्कूल, छोटूराम पार्क, मार्कीट कमेटी कार्यालय व सामान्य अस्पताल क्षेत्र से बंदरों को पकड़ा गया है और यह अभियान कई दिनों तक जारी रहेगा। उल्लेखनीय है कि नरवाना में पिछले काफी समय से बंदरों की संチया काफी अधिक बढ़ गई थी और बंदर झुंड बना कर कहीं भी पहुंच जाते थे और घरों में काफी नुकसान कर देते थे। बंदरों ने कई महिलाओं व बच्चों को काटकर अपना निशाना भी बनाया जिस कारण लोगों में बंदरों का काफी आतंक बना हुआ था।
बिना लॉक लगे वाहनों की मिस्त्री न करव्ं रिपेयरिंग जून माह की अपराध डायरी को लेकर पुलिस अधीक्षक ने ली मीटिंग पलिक की शिकायतों को पुलिस अधिकारी गंभीरता से लें
जींद। पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने अपराध मीटिंग लेते हुए सभी पुलिस आला अधिकारियों को सチत आदेश दिए कि वह अपनेअपने क्षेत्र में घटने वाली घटनाओं पर अंकुश लगाएं व साथ ही लोगों द्वारा दी जाने वाली शिकायतों को गंभीरता से लें। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र के सभी चार पहिया वाहनों के मिस्त्रियों की मीटिंग लें व उन्हें आदेश पारित करव्ं कि जिस वाहन में जीआरएस व लॉक आदि नहीं लगे हुए, उन वाहनों की रिपेयरिंग न करव्ं। हालांकि पिछले दिनों जिले में शुरू किए गए बिना नंबर वाले दो पहिया वाहनों की रिपेयरिंग न करने के मिस्त्रियों को दिए गए आदेश काफी हद तक कारगर साबित हुए। इसी सफल मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए चार पहिया मोटर, कार आदि की रिपेयरिंग भी इन हिदायतों के तहत की जाए, तो गाड़ी चोरी की घटनाओं में बचाव से राहत मिलेगी। इस मीटिंग में डीएसपी हैड वार्टर ओमसिंह बल्हारा, डीएसपी सिटी अमरीक सिंह, डीएसपी सफीदों विरव्ंद्र सिंह, डीएसपी नरवाना रामेश्र्वर लांबा, सीआईए इंस्पेटर वीरव्ंद्र सिंह, सिटी एसएचओ रोहताश पांचाल, सदर एसएचओ, एसएचओ जुलाना रामचंद्र शर्मा, एसएचओ उचाना कुलवंत बिश्र्रोई, एसएचओ पिल्लूखेड़ा, एसएचओ अलेवा परमजीत सिंह, यातायात थाना प्रभारी धूपसिंह, महिला सैल प्रभारी रोशनी देवी, सियोरिटी इंचार्ज मायासिंह, अमित कुमार, हरीश कुमार के अलावा जिले के सभी थाना प्रभारी व चौकी इंचार्ज मौजूद थे। पुलिस अधीक्षक ने जून माह की अपराध डायरी के तहत सभी थाना प्रभारियों की लास लेते हुए आदेश जारी किए कि पलिक में किसी प्रकार की परव्शानी न बढ़े, साथ ही पलिक द्वारा दी जाने वाली शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उन पर समय के रहते हुए तुरंत कार्रवाई को अमल में लाए। पुलिस अधीक्षक ने लोगों से भी अपील करते हुए कहा कि वह अपनी घटना के बारव् में पुलिस के सामने स्पष्ट व सच्ची जानकारी दें, ताकि पुलिस की कार्रवाई में आसानी बनी रहे।
भींदवाला मुक्तिधाम अव्यवस्थाओं का शिकार सेटर निर्माण से मुक्तिधाम हुआ कुंए में तबदील मुक्तिधाम संस्था ने सीएम को लिखा पत्र मुक्तिधाम के लिए ग्रांट उपलध करवाने की मांग
पति सहित तीन पर दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज
जींद। दहेज की मांग पूरी न करने पर विवाहिता के साथ मारपीट कर घर से निकालने पर पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने पति सहित तीन लोगों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव मलार निवासी उसमाकौर ने पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी २९ अप्रैल २००७ को लोको कालोनी जींद निवासी नीरज के साथ हुई थी। शादी के बाद से सुसरालीजन उसे दहेज के लिए तंग करते थे। दहेज की मांग पूरी न करने पर मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया। पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर पति नीरज, ससुर ओमप्रकाश, सास शकुंतला के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
एसपी के हस्तक्षेप के बाद हुआ रव्प का मामला दर्ज तीन दिन से थाने के चक्कर लगा रही पीड़िता
जींद। पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने आखिरकार पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद पिछले तीन दिनों से थाने के चक्कर लगा रही गांव मोरखी निवासी महिला की शिकायत पर गांव के ही एक व्यक्ति के खिलाफ दुराचार का मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव मोरखी निवासी एक महिला ने शुक्रवार शाम को पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार से उनके आवास पर मिलकर बताया था कि गत २० जून को उसका पति कार्यवंश बाहर गया हुआ था। वह मकान के बाहर सोयी हुई थी। रात को गांव का ही श्यामलाल घर में घुस आया और चुनी से उसके हाथ, पांव बांधकर उसके साथ दुराचार किया। शोर मचाने या घटना के बारव् में किसी को बताने पर श्यामलाल ने उसे जान से मारने की धमकी दी। पति के घर वापस लौटने पर उसने घटना के बारव् में बताया। फिर अपने पति के साथ पिल्लूखेड़ा थाना पहुंची और श्यामलाल के खिलाफ दुराचार की शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब मामला दर्ज करने में पुलिस कर्मचारी आना कानी कर रहे हैं। शिकायत पर पुलिस अधीक्षक ने संज्ञान लेते हुए पिल्लूखेड़ा थाना प्रभारी को पीड़िता का मैडिकल करवा मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं। जिस पर शुक्रवार रात को पीड़ित महिला का सामान्य अस्पताल में मैडिकल परीक्षण करवाया गया। दुराचार की पुष्टि होने पर पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने पीड़ित महिला की शिकायत पर गांव मोरखी निवासी श्यामलाल के खिलाफ दुराचार का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
Friday, 22 June 2012
भाजपा हजकां कार्यकर्ताओं ने दी गिरतारियां निजी मुचलके पर कार्यकर्ताओं को किया रिहा यूपीए की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लामबंद हुए कार्यकर्ता आंदोलन को देखते हुए पुलिसबल रहा अलर्ट
जींद। महंगाई, कालाबाजारी, भ्रष्टाचार तथा यूपीए सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध में भाजपा हजकां कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को गिरतारियां दी। सरकार के खिलाफ नारव्बाजी कर रहे कार्यकर्ताओं को गिरतार कर पुलिस लाइन ले जाया गया। जहां से कुछ समय के बाद उन्हें निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। जेल भरो आंदोलन को देखते हुए भारी संチया में पुलिसबल को तैनात किया गया था। पुलिस उपाधीक्षक अमरीक सिंह पुलिसबल के साथ मौके पर बने रहे जबकि एसडीएम बलबीर सिंह नजर बनाए रहे। जेल भरो आंदोलन का नेतृत्व कर रहे पूर्व सांसद किशन सिंह सांगवान ने कहा कि भाजपा राष्ट्रीयध्यक्ष नितिन गड़करी ने यूपीए सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ २२ जून को जेल ारो आंदोलन का आह्वान किया था।उ उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साा में आते ही भ्रष्टाचार, महंगाई तथा कालाबाजारी को बढ़ावा मिला है। संतरी से लेकर मंत्री तक भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। देश की जनता महंगाई से त्रस्त है और कांग्रेस सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है। किसानों को फसलों को भाव नहीं मिल रहे हैं। हर रोज नए घोटाले सामने आ रहे हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष डा. ओपी पहल ने कहा कि केंद्र ही नहीं बल्कि हरियाणा में भी कानून व्यवस्था का जनाजा निकल चुका है। आज लोग दिन में भी बाहर निकलने में कतराने में लगे हैं। जिससे साफ जाहिर है कि कांग्रेस सरकार कानून व्यवस्था बहाल करने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते अब प्रदेश में परिवर्तन की लहर चलने लगी है और लोग फिर से अटल बिहारी वाजपेयी के राज को याद करने लगे हैं। हजकां के जिलाध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि लोगों का कांग्रेस पर से विश्र्वास उठ गया है। मुチयमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आठ वर्ष् के शासनकाल में कोई उपलधि नहीं है। प्रदेश को २४ घंटे बिजली देने का दावा करने वाले हुड्डा आज जनता को दो घंटे भी बिजली उपलध नहीं करवा पा रहे हैं। यमुनानगर में लगाए गए दो बिजली प्लांट पिछले कई माह से खराब पड़े हैं जबकि सरकार इन प्लांटों पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। कांग्रेस सरकार दूसरव् प्रदेशों से महंगे दामों में बिजली खरीद कर सप्लाई कर रही है। भाजपा नेता श्रीनिवास वर्मा ने कहा कि हुड्डा सरकार अब तक की उपलधी विहीन सरकार रही है। न तो लोगों को बिजलीपानी मिल पा रहा है और न ही जनता की जान माल सुरक्षित है। कांग्रेस सरकार की जनविरोधी नीतियों से हर वर्ग परव्शान है। कांग्रेस राज में अपराध पर अंकुश न लगने के कारण अपराधियों के हौंसलें निरंतर बुलंद हो रहे हैं। दुकान पर बैठे दुकानदार को दिनदहाड़े गोली मारी जाती है। युवा नेता जितेंद्र छाार ने कहा कि जींद जिले में पिछले एक माह में हो चुके कई मर्डरों से व्यापारियों के दहशत का माहौल है। जो सरकार जान, माल की सुरक्षा लोगों को नहीं दें सकती उसका साा में रहने का हक नहीं है। बाद में हजकां भाजपा कार्यकर्ताओं को बसों में बैठा कर पुलिस लाइन लाया गया जहां पर उनकी गिरतारियां दर्ज कर कुछ समय बाद निजी मुचलके पर कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया गया। इस मौके पर विजयपाल एडवोकेट, बलकार डाहौला, संदीप सिंधू, शकुंतला राज, सीताराम बागड़ी, पूजा शर्मा, लीलाधर मिाल, ओमप्रकाश थुआ, पुरूषोम शर्मा मौजूद थे।
प्रोस्पेटस न मिलने पर छात्राएं बिफरी महाविनालय प्रशासन के खिलाफ की जमकर नारव्बाजी सप्लायर ने दाखिला फार्मों को भेजा कहीं ओर
जींद। प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी महिला महाविनालय में प्रोस्पेटस नहीं मिलने पर शुक्रवार को छात्राओं ने जमकर बवाल काटा। छात्राओं ने कालेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारव्बाजी की। छात्राओं ने आरोप लगाया कि वे सुबह से प्रास्पेटस लेने के लिए बैठे हुए हैं। लेकिन न तो उन्हें प्रोस्पेस दिए जा रहे हैं और न ही कालेज प्रशासन द्वारा कोई संतोष्जनक जवाब दिया जा रहा है। छात्राओं द्वारा नारव्बाजी करने की सूचना पाकर प्राचार्य डा. एसके आहूजा ने मौके पर पहुंच कर छात्राओं को शीघ्र प्रोस्पेटस बांटने का आश्र्वासन देकर शांत किया। शुक्रवार सुबह से ही छात्राएं व उनके अािभावक प्रोस्पेटस लेने के लिए प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी महिला महाविनालय पहुंचना शुरू हो गए थे। लेकिन उन्हें फार्म न होने की बात कह कर टाल दिया और दस बजे का समय दिया। लेकिन दस बजे भी छात्राओं को प्रोस्पेटस वितरित नहीं किए गए। जिस पर छात्राएं बिफर गई और उन्होंने कालेज प्रशासन के खिलाफ नारव्बाजी करनी शुरू कर दी। छात्राओं ने बताया कि वे सुबह से प्रास्पेटस लेने के लिए आए हुए हैं, लेकिन उन्हें बारबार फार्म न आने की बात कही जा रही है। प्रोस्पेटस लेने के लिए उन्हें गर्मी में बाहर लाइन लगानी पड़ रही है। जिससे उन्हें परव्शानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं छात्राओं के साथ आए अभिााावकों ने बताया कि सुबह से लेकर दोपहर हो चुकी है और अब फार्म नहीं मिले हैं। वह दूरदूर के गांवों से आए हुए हैं, जिस कारण परेशानी हो रही है और वह वापस ाी नहीं जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि वह गत दिवस ाी वे प्रोस्पेटस लेने आए थे, लेकिन फार्म नहीं मिले।
महाविनालय प्राचार्य डा. एसके आहुजा ने कहा कि फार्म छप चुके हैं, लेकिन गलती से वह सप्लायर ने ट्रक में दूसरी जगह ोज दिए हैं। फार्मोँ को सप्लायर ने वापस मंगवाया है और तीन बजे तक फार्म आ जाएंगे। जिसके तुरंत बाद फार्म वितरित कर दिए जाएंगे।
कविता ने बीच कबड्डी में जीता गोल्ड अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में कविता का यह चौथा गोल्ड
जींद। भाई सुरव्ंद्र मलिक मैमोरियल खेल स्कूल निडानी की कबड्डी खिलाड़ी कविता सिवाच ने तीसरी एशियन बीच कबड्डी में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया है। होनहार कबड्डी खिलाड़ी कविता सिवाच का यह चौथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक है। स्कूल प्राचार्या राजवंती मलिक ने बतया कि एशियन बीच कबड्डी के २२ जून को हुए फाइनल मैच में भारत ने थाईलैंड को ३५ अंकों से मात दी। भारत की टीम ने ५० अंक प्राप्त किए जबकि थाईलैंड की टीम १५ अंक ही प्राप्त कर सकी। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी कविता वर्ल्ड कबड्डी, एशियन जूनियर कबड्डी तथा दूसरी एशियन बीच कबड्डी चैंपियनशिप में गोल्ड हासिल कर चुकी है। उन्होंने बताया कि स्वर्ण पदक विजेता कविता चार जुलाई सुबह दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरव्गी। जहां से उसे धूमधाम के साथ पैतृक गांव पडाना व खेल स्कूल निडानी लाया जाएगा।
धान की सीधी बिजाई का आधा लक्ष्य पूरा कृष्ि अधिकारी गांवगांव बता रहे धान सीधी बिजाई के फायदे किसानों को प्रोत्साहन के लिए दे रहे हैं कीटनाशक दवाइयां २५० एकड़ से भी ज्यादा क्षेत्र में होगी धान की सीधी बिजाई
कुलदीप सिंह
जींद। कृष्ि विभाग धान की सीधी बिजाई कराने में जोरशोर से जुटा हुआ है। अब तक विभाग ने १२५ एकड़ में धान के सीधी बिजाई के लक्ष्य को पूरा कर लिया है और आगामी कुछ दिनों में टारगेट पूरा होने की उमीद जताई जा रही है। किसानों को प्रोत्साहित करने कव् लिए विभाग बीज, खाद व कीटनाशक दवाइयां भी दी जा रही हैं। कृष्ि विभाग अधिकारियों के अनुसार जिले में तय टारगेट से ज्यादा धान की सीधी बिजाई की जाएगी।
भूजल को बचाने कव् लिए कृष्ि विभाग धान की सीधी बिजाई कराने पर जोर दे रहा है।
कृष्ि विभाग ने जिले में ख्भ्० एकड़ में धान की सीधी बिजाई करने का लक्ष्य रखा हुआ है और अब तक करीब क्ख्भ् एकड़ में सीधी बिजाई करवाई जा चुकी है। कृष्ि अधिकारियों के अनुसार धान कि सीधी बिजाई करने से पानी की तो बचत होती ही है साथ में किसानों को मेहनत भी कम करनी पड़ती है। विभाग कव् अधिकारी गांवगांव जाकर धान की सीधी बिजाई करने से होने वाले फायदों की विस्तार से जानकारी दे रहे हैं। इसलिए विभाग धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों को प्रोत्साहित कर रहा है। इसकव् लिए एसडीओए सहायक पौधा सरंक्षण अधिकारीए एसएमएस को टीम में शामिल किया गया है। इसकव् अलावा खंड कृष्ि अधिकारियों की भी डयूूटी लगाई हुई है। किसानों को धान की सीधी बिजाई के प्रति जागरूक करने के लि बीज, खाद व दवाइयां मुत में दे रहा है। कृष्ि विभाग द्वारा अबकी बार बासमती धान की सीधी बिजाई कराई जाएगी। योंकि बासमती गरुप की धान में कम पानी की जरूरत होती है। ऐसे में विभाग धान की सीधी बिजाई करवा कर भूजल का बचा सकव्।
या है धान की सीधी बिजाई
बिना पौधा रोपण किए खेत में बीज द्वारा फसल की बिजाई करना धान की सीधी बिजाई कहलाती है। सीधी बिजाई की दो विधियां है। पहली विधि में खेत को तैयार करके सिंचाई की जाती है और बार आने पर बिजाई सीड फर्टीलाईजर मशीन से धान के बीज की बिजाई की जाती है। दूसरी विधि में सूखे खेत को तैयार करके ड्रील मशीन द्वारा धान के बीज की सीधी बीजाई कर दी जाती है। बिजाई के तुरंत बाद सिंचाई की जाती है और बीज के अंकुरित होने तक खेत को गीला रखना जरूरी है।
किसानों को होगा फायादा
कृष्ि विभाग के उप निदेशक डा. रामप्रताप सिहाग ने कहा कि धान की सीधी बिजाई करने से पानी की बचत तो होती है और लेबर का भी खर्च कम होता है। जिससे फसल का लागत मूल्य भी कम होता है। सीधी बिजाई से जमीन की उर्वरा शक्ति भी पूरी तरह बनी रहती है और फसल की अच्छी पैदावार होती है।
Thursday, 21 June 2012
अल्पसंख्यक बच्चों के लिए लगेंगे बाल मेले
सर्व शिक्षा अभियान प्रदेश भर के सभी ब्लॉक में अल्पसंख्यक बच्चों के लिए बाल मेलों का आयोजन करेगा। मेले में लगाए गए स्टालों पर बच्चों को सामाजिक बुराई से लड़ने की सीख दी जाएगी। मेले में एड्स, पर्यावरण, भ्रूणहत्या, प्रदूषण और बाल विवाह जैसे सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता के लिए अलग-अलग स्टॉल लगाए जाएंगे। इसके अलावा मेले के लिए जजों का पैनल छात्रों की गतिविधियों पर भी नजर रखेगा। मेले की सचित्र रिपोर्ट सर्व शिक्षा अभियान निदेशालय को ई-मेल के जरिये भेजी जाएगी।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय परियोजना अनुमोदन मंडल नई दिल्ली की तरफ से अल्पसंख्यक बच्चों के लिए बाल मेला आयोजित करने का खाका तैयार किया गया है। प्रदेश के 119 ब्लॉकों में बाल मेलों का आयोजन किया जाएगा। मेले के आयोजन के लिए प्रत्येक ब्लॉक को 20-20 हजार रुपये भी आवंटित किए जाएंगे। इसके लिए सर्व शिक्षा अभियान निदेशालय ने प्रदेश के सभी जिला परियोजना संयोजकों को पत्र क्रमाक सीएएल/एसएसए-8066-8184 जारी कर जुलाई माह में बाल मेला लगाने की हिदायत दी है। मेले में एसएमसी सदस्य सहित अल्पसंख्यक कैटेगरी के पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थी शिरकत कर सकेंगे। मेले के दौरान वाद विवाद प्रतियोगिता, भाषण, पेंटिग, एकल व सामूहिक नृत्य, एकल व सामूहिक गायन सहित अन्य सामूहिक क्रियाकलापों में भाग लेंगे। मेले में छात्रों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए खंड संसाधन समन्वयक के अतिरिक्त डीईओ व डीईईओ का एक एक प्रतिनिधि, दो सहायक खंड संसाधन समन्वयक, दो प्रधानाचार्य व खंड के दो प्राध्यापक कमेटी में शामिल होंगे।
बाल मेले में अल्पसंख्यक कैटेगरी के छात्रों को सामाजिक बुराइयों के बारे में जागरूक किया जाएगा। मेले में फिल्मी संगीत तथा धूम्रपान पर पूर्णतया: प्रतिबंध रहेगा। बाल मेले की गतिविधियों की सफलता पूर्वक संचालन के लिए जजों का पैनल
गठित किया जाएगा।
बच्चों को मिलेगा मिड डे मील
बाल मेले में आने वाले बच्चों के लिए सर्व शिक्षा अभियान के तहत खाने की व्यवस्था भी की जाएगी। इसके तहत बच्चों को दोपहर का भोजन मिड डे मील के तहत प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा बच्चों व आने वाले अभिभावकों के लिए पानी की व्यवस्था भी रहेगी।
सभी ब्लॉक में अल्पसंख्यक बच्चों के लिए बाल मेलों का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं। बच्चों को जागरूक करने के लिए कई प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी।
भीमसैन भारद्वाज, जिला परियोजना संयोजक
पीडीएम ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट करसिंधु के मेकेनिकल इंजीनियरिंग अंतिम सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने ऐसा वाहन इजाद किया है जो कम्प्रेसड हवा से चलता है। इस वाहन में पेट्रोल, डीजल, सीएनजी जैसे महंगे ईधनों का प्रयोग नहीं होता है।
संस्था के निदेशक प्रीतपाल सिंह एडवोकेट ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में 100 सीसी, फोर स्ट्रोक इंजन का प्रयोग किया गया है। ईधन की टंकी में लगभग 14 पौंड हवा भरी जाती है। इस वाहन की यह विशेषता है कि आज के युग में जहां परंपरागत ईधन जैसे पेट्रोल, डीजल, सीएनजी के रेट आकाश की नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं और इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है। वहां इस वाहन का रंनिग खर्च नहीं के बराबर है। इसमें चार गियर्स का प्रयोग किया जाता है। इससे इसकी स्पीड कम या ज्यादा कर सकते हैं। लगभग 21 हजार रुपये की लागत से बना यह वाहन मेकेनिकल ब्रेक एवं स्पीड रेगुलेटर से कंट्रोल किया जाता है। इस वाहन की रफ्तार 30 किलोग्राम प्रति घंटा है, जिसे आगे चलकर बढ़ाया भी जा सकेगा। पीडीएम करसिंधु सदैव इस प्रकार के प्रोजेक्ट विद्यार्थियों की दक्षता को निखारने के लिए पोलीटेक्निकस्टाफ के सहयोग से बनाता आया है। इस प्रोजेक्ट से न केवल पर्यावरण में बढ़ रहे प्रदूषण पर अंकुश लगाया जा सकेगा, बल्कि आम आदमी के जेब पर बढ़ते हुए वित्तीय भार को भी कम किया जा सकेगा।
बीबीपुर गांव में बनेगी महिला चौपाल
कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए पूरे देश में महिला ग्राम सभा आयोजित करने में विशेष पहचान बना चुके जींद जिला के बीबीपुर गाव में महिला सशक्तिकरण के लिए महिला चौपाल बनाई जाएगी। इस चौपाल परिसर में एक लाइब्रेरी तथा इनडोर खेलों की व्यवस्था भी की जाएगी ताकि महिलाएं लाइब्रेरी में दैनिक समाचार पत्रों से राज्य व देशभर की गतिविधियों की जानकारी प्राप्त कर सकें और इनडोर खेलों में खेल प्रतिभाओ को उभरने का अवसर दिया जा सके।
यह जानकारी जिला उपायुक्त डॉ. युद्धवीर ख्यालिया ने बृहस्पतिवार को डीआरडीए सभागार में बीबीपुर गांव से आई महिलाओ की किसान सभा को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने यह सुविधाएं यथाशीघ्र उपलब्ध करवाने की बात कही। इस अवसर पर उपायुक्त ने महिलाओ को बधाई दी और कहा कि गाव की जिम्मेदारी महिलाओं ने अपने स्तर पर कमेटी बनाकर कन्या भ्रूण हत्या पर रोक, महिलाओं पर किसी भी प्रकार के अत्याचारों पर रोक, व समाज में फैली अन्य बुराईयों पर अंकुश लगाने के लिए एक जुट होकर पूरे जिला में ही नहीं बल्कि राज्य भर में एक अनूठा उदाहरण पेश किया गया है।
डॉ. ख्यालिया ने विश्वास दिलाया कि उनके द्वारा किए जाने वाले इन सभी सार्थक प्रयासों में जिला प्रशासन द्वारा भरपूर एक उपेक्षित सहयोग किया जाएगा। इस अवसर पर महिला समिति की पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ अपने विचार साझा किए। गाव में आडे़ आने वाली बुराईयों बारे अवगत कराते हुए शराब बंदी की बात भी कही। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त अरविंद महलान, सिविल सर्जन, प्रोटेक्शन अधिकारी कृष्णा, उप-कृषि निदेशक डॉ. रामप्रताप सिहाग, गाव के सरपंच सुनील कुमार भी मौजूद थे।
Wednesday, 20 June 2012
ललितखेड़ा गांव में भी शुरू हुई महिला खेत पाठशाला
निडाना गांव की तर्ज पर ही अब ललितखेड़ा गांव में भी महिला खेत पाठशाला का शुभारंभ किया गया। बुधवार को महिला खेत पाठशाला का शुभारंभ उप कृषि निदेशक डॉ. रामप्रताप सिहाग ने किया। इसमें डॉ. सरोज जयपाल निदेशक क्षेत्रीय गन्ना अनुसंधान केंद्र उचानी (करनाल) ने मुख्य रूप से शिरकत की। इसमें निडाना, ईगराह, ललितखेड़ा और अन्य गांवों की महिलाएं भाग लेंगी।
इस खेत पाठशाला पर कृषि विभाग की तरफ से 29 हजार रुपये की राशि खर्च की जाएगी। इसका आयोजन कृषि विकास अधिकारी निडाना डॉ. सुरेंद्र दलाल, खंड कृषि अधिकारी डॉ. जयप्रकाश द्वारा किया जा रहा है। इसमें निडाना गांव की महिलाएं बतौर प्रशिक्षक के रूप में भाग लेंगी। डॉ. सरोज जयपाल ने फसलों पर किए जा रहे अंधाधुंध स्प्रे के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला और महिला किसानों को जागरूक किया।
कृषि उप निदेशक डॉ. रामप्रताप सिहाग ने महिला किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी इच्छा के अनुसार महिला किसान जिस भी अनुसंधान केंद्र का भ्रमण करना चाहे, कृषि विभाग उसी राज्य या जिले में महिलाओं को अनावरण यात्रा पर भेजने का खर्च वहन करेगा। निडाना की महिला किसानों ने बताया कि उन्होंने पिछले साल के लगभग 100 किस्म के मांसाहारी और शाकाहारी कीटों की पहचान की। गांव की महिलाओं ने डॉ. सरोज जयपाल को हरियाणवीं परंपरागत पोशाक दामण, कुर्ती व चुंदड़ी देकर सम्मानित किया। डॉ. सरोज ने वादा किया कि जब भी वह यहां आएंगी, तब इसी पोशाक में आएंगी।
गंदे पानी से निकला सांप, भयभीत हुए लोग
सुभाष नगर स्थित चौड़ी गली के बाशिंदे पिछले डेढ़ माह से सीवर ओवरफ्लो होने से काफी परेशान हैं। समस्या के निदान के लिए लोग पार्षद तथा अधिकारियों से मिल चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या का अब तक कोई निदान नहीं किया गया है। सीवर के गंदे पानी से कालोनी में बीमारिया फैलने का खतरा पैदा हो गया है। बुधवार को कालोनी के एक मकान में गंदे पानी से साप भी निकल आया।
कालोनी वासियों ने चेतावनी दी कि सीवर ओवरफ्लो समस्या का समाधान शीघ्र नहीं किया गया तो वे रोड जाम करने को बाधित होंगे। इसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। सुभाष नगर स्थित चौड़ी गली में पिछले एक माह से सीवरेज ओवरफ्लो होने से गंदा पानी गली में जमा हो गया है। सीवर साफ करवाने के लिए कालोनी वासी जन स्वास्थ्य विभाग और नगर परिषद अधिकारियों को अवगत करवा चुके है, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। चौड़ी गली निवासी सुभाष, रवि, संजय मित्तल, नितिन, सुमित, कश्मीरी लाल ने बताया कि पिछले एक माह में से उनके मकानों के आगे सीवर ओवरफ्लो होने से गंदा पानी गली में जमा है, जिसके चलते गली से आवागमन पूरी तरह प्रभावित हो गया है।
गली में गंदा पानी रहने से उत्पन्न होने वाली बदबू से लोगों का जीवन नारकीय हो गया है। मच्छरों की भरमार होने के कारण बीमारी फैलने की भी आशंका बनी हुई है। गली में हमेशा पानी खड़ा रहने के कारण उनके मकानों को भी खतरा हो गया है।
इससे सारा गंदा पानी गलियों में जमा हो गया है। इससे कालोनी के लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि सीवर ओवरफलो होने से सारा पानी गली में एकत्रित हो गया है। इससे पैदल चलने वालों के साथ-साथा वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। बुधवार को तो गंदे पानी से एक साप भी उनके घर में घुस आया, जिससे वे अब भय के साये में रह रहे है। सीवर व्यवस्था को दुरुस्त करने तथा गली से पानी की निकासी के लिए नगर पार्षद के अलावा प्रशासन के आला-अधिकारियों को भी अवगत कराया जा चुका है, लेकिन समस्या का समाधान प्रशासन द्वारा नहीं किया गया।
उन्होंने मांग की कि गली में गंदे पानी की तुरंत निकासी कराई जाए और समस्या का तुरंत समाधान कराया जाए। 24 घटे में पानी निकासी का प्रबंध नहीं किया गया तो वे जाम लगाने को मजबूर होंगे।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने औषधालय पर मारा छापा
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उपायुक्त के निर्देश पर विद्यापीठ मार्ग पर स्थित एक औषधालय पर छापा मारा। टीम द्वारा डिग्री, लाइसेंस व अन्य प्रमाण पत्र मांगे जाने पर डॉक्टर कुछ नहीं दिखा सका। इससे टीम ने संबंधित डॉक्टर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने और एफआइआर दर्ज करने की सिफारिश की है।
जिला उपायुक्त डॉ. युद्धवीर ख्यालिया को जींद निवासी शिवदर्शन ने शिकायत दी थी कि विद्यापीठ मार्ग पर स्थित ओम स्वास्थ्य केंद्र का संचालक संदीप बिना डिग्री के काम कर रहा है। यही नहीं वह पैसे भी ज्यादा लेता है और वह झोलाछाप डॉक्टर है। इस मामले में जिला उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग की एक टीम गठित की।
इसमें डिप्टी सिविल सर्जन जींद डॉ. सतीश सुलेख, जिला औषधि नियंत्रक डॉ. सुरेश चौधरी तथा आयुर्वेदिक दवा निरीक्षण अधिकारी डॉ. रामनिवास शामिल किए गए। बुधवार दोपहर को यह टीम विद्यापीठ मार्ग पर स्थित प्रो. ओम स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंची। टीम के सदस्यों ने यहां पर मौजूद डॉ. संदीप से डिग्री, लाइसेंस तथा अन्य कागजातों की मांग की, लेकिन संबंधित डॉक्टर कुछ नहीं दिखा सका। केंद्र की जांच करने पर यहां पर छह प्रकार की दवाइयां भी मिली। डॉ. संदीप की मौजूदगी में सभी दवाइयों को कब्जे में ले लिया गया। आयुर्वेदिक दवा निरीक्षण अधिकारी डॉ. रामनिवास ने संबंधित डॉक्टर संदीप के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने और एफआइआर दर्ज करने की सिफारिश की है। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. सतीश सुलेख ने बताया कि उपायुक्त के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है।
मास्टरों का अनशन हुआ समाप्त
हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के तत्वावधान में जिलाध्यक्ष राजपाल श्योकंद की अध्यक्षता में चल रहा उपवास बुधवार को समाप्त हो गया। उपवास के समापन पर एसोसिएशन की तरफ से मुख्यमंत्री के चार सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम भेजे गए ज्ञापन में मांग की गई कि पहले से कार्यरत मास्टर्स पर पदोन्नति में अंकों की शर्त न थोपी जाए।
ज्ञापन में मांग की गई कि नए सेवा नियम अधिसूचित होने की तिथि से पहले मौजूद रिक्तियों पर सर्वोच्च न्यायालय की व्यवस्था के अनुसार नए सेवा नियम न थोपे जाए। ज्ञापन में कहा गया कि विभाग के प्रस्ताव व सरकार के फैसले के अनुसार सभी मिडिल स्कूल हेडमास्टर के पद हाई स्कूल हेडमास्टर के समकक्ष सृजित किए गए हैं। अंत: मिडिल स्कूल हेडमास्टर स्वत: द्वितीय श्रेणी में आता है। इन पदों को तृतीय श्रेणी में न डाला जाए। रिक्त पडे़ सभी हाई स्कूल हेडमास्टर के शीघ्र मास्टर वर्ग से पदोन्नति से भरे जाए। इस अवसर पर पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रमेश मलिक, मुख्य संरक्षक सतपाल बूरा, महेंद्र मलिक, सूरजभान गौतम, नरेंद्र शर्मा, सतबीर गोयत ने अनशनकारियों को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया।
बाप-बेटे सहित तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज
धोखे से जमीन नाम करवाकर सौदे की राशि न देने पर पुलिस ने बाप-बेटे सहित तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। कुरड़ निवासी जागीर सिंह ने अदालत में याचिका दायर कर कहा था कि वर्ष 2008 में भगवान सिंह ने उसकी छह मरले जमीन का सौदा किया था। भगवान सिंह ने उसे धोखे में रखकर खाली कागजातों पर हस्ताक्षर करवा लिए और फिर उसकी छह मरले जमीन को अपने बेटे रमेश चंद्र के नाम करा लिया। इसमें गाव के ही राकेश ने दोनों बाप-बेटों का सहयोग किया जबकि भगवान सिंह ने जमीन के सौदे की एवज में उसे कुछ भी नहीं दिया और उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया। जब उसने जमीन छोड़ने के लिए कहा तो उसने जमीन पर मलकियत होने का दावा किया और जमीन छोड़ने से मना कर दिया। अदालत ने याचिका पर संज्ञान लेते हुए पुलिस को मामला दर्ज करने के आदेश दिए थे। इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुरड़ निवासी भगवान सिंह, उसके बेटे रमेश चंद और राकेश के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
अलग-अलग स्थानों से ट्रांसफार्मर का सामान चुराया
पिल्लूखेड़ा : जिले में ट्रासफार्मर चोर गिरोह काफी दिनों से सक्रिय है और किसानों, बिजली निगम और पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है। पिछले पाच दिनों में ट्रासफार्मर चोर गिरोह लगभग आधा दर्जन से ज्यादा वारदातों को अंजाम दे चुका है। ढाठरथ निवासी रामचंद्र ने पुलिस में शिकायत दी है कि उसने खेत में 16केवी का ट्रासफार्मर रखा हुआ था। मंगलवार रात को चोरों ने ट्रासफार्मर से क्वाइल, तेल, ताबे के तार सहित अन्य कीमती उपकरण चोरी कर लिए। मोरखी गांव निवासी शमशेर सिंह के खेत में रखे 10 केवी ट्रासफार्मर से भी चोरों ने कीमती उपकरणों को चोरी कर लिया। भंभेवा गांव निवासी लालचंद और सतबीर के खेत में रखे ट्रासफार्मरों से चोरों ने कीमती स्पेयर पार्ट्स, एचटी, एलटी कॉपर, क्वाइल और ऑयल को चोरी कर लिया। पीड़ित किसानों ने चोरी की शिकायत निगम के अधिकारियों तथा पुलिस को दे दी है।
मॉडल के साथ सामूहिक दुराचार करने का आरोपी काबू
नरवाना : कालवन गांव के पास लगभग दस माह पहले हरियाणवी एलबम का झासा देकर मॉडल के साथ सामूहिक दुराचार करने के आरोप में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसे ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहा से मजिस्ट्रेट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। नई दिल्ली स्थित लाजपत नगर निवासी एक मॉडल ने गत 10 अगस्त 2011 को पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि लोन निवासी अनिल ने उसे हरियाणवीं एलबम में मुख्य किरदार देने के लिए बुलाया था। गत नौ अगस्त शाम को अनिल उसे लोकेशन दिखाने के बहाने इधर-उधर घुमाता रहा। देर रात कालवन निवासी राजेश, सुरेश उन्हे धरौदी बस अड्डे पर मिले। फिर उसे लोकेशन दिखाने के बहाने कालवन गांव के खेत में बने कमरे में ले गए और तीनों ने उसके साथ सामूहिक दुराचार किया। आरोपियों ने घटना के बारे में किसी को बताने पर उसे जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने मॉडल की शिकायत पर लोन निवासी अनिल, कालवन निवासी राजेश, सुरेश के खिलाफ मामला दर्ज किया था। बाद में पुलिस ने अनिल व राजेश को गिरफ्तार कर लिया था जबकि सुरेश भूमिगत हो गया था।
अब तीन माह मिलेगी छात्राओं को योग की शिक्षा
अब स्कूली छात्राओं को मिलने वाली योग की शिक्षा तीन माह तक मिलेगा। सर्व शिक्षा अभियान के तहत लगने वाले लगने वाले यह शिविर अब तीन के होंगे जबकि पहले यह शिविर दो माह तक ही लगाए जाते थे। इसके लिए नान नेपजल ब्लॉक के पांच-पांच स्कूलों का चयन किया जाएगा, जहां यह शिक्षा छात्राओं को प्रदान की जाएगी। सर्व शिक्षा अभियान के निदेशक ने सभी जिला परियोजना संयोजकों को पत्र जारी कर योग शिविर लगाने के निर्देश दिए हैं।
सर्व शिक्षा अभियान की तरफ से हर साल पहली से आठवीं कक्षा की छात्राओं को योग प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाते हैं। इस बार भी यह शिविर अगस्त माह में आयोजित किए जाएंगे। यह शिविर जिले के नान नेपजल ब्लाक जींद, जुलाना, सफीदों तथा पिल्लूखेड़ा में आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए इन सभी चारों ब्लाक के पांच-पांच स्कूल का चयन किया जाएगा।
इस प्रशिक्षण शिविर के लिए बाकायदा एक ट्रेनर की नियुक्ति की जाएगी। इस ट्रेनर को हर माह सर्व शिक्षा अभियान की तरफ से 4500 रुपये प्रतिमाह की राशि प्रदान की जाएगी। यह शिविर छात्राओं को स्कूल में खाली समय में लगाए जाएंगे, क्योंकि योग करते समय खाली पेट होना बहुत जरूरी होता है।
पहले छात्राओं को दो माह तक योग की शिक्षा मिलती थी, लेकिन तीन माह तक का समय कर दिया गया है। नान नेपजल ब्लाकों के पांच-पांच स्कूलों का चयन किया जाएगा। इससे छात्राओं को काफी फायदा मिलेगा।
भीमसैन भारद्वाज, जिला परियोजना संयोजक
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