जींद। गांव मुआना के टेलीफोन एसचेंज में कार्यरत एक कर्मचारी को सफीदों के पीएनबी बैंक कर्मचारियों ने लगभग एक लाख ५८ हजार रुपये का चूना लगा दिया। बैंक के एटीएम मशीन में फंसे कार्ड को निकालने की अपील के बाद भी उसे नहीं निकाला और बंद करने की शिकायत देने के बाद भी उसे बंद नहीं किया गया। फिर उसके खाते से एक लाख ५८ हजार रुपये में से एक लाख रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिए और ५८ हजार रुपये की राशि को निकालकर हजम कर गए। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर बैंक मैनेजर, गंगानगर कमाऊ रव्जीमेंट में तैनात फौजी को नामजद कर दोतीन अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में チयानत का मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव मुआना निवासी सुरजभान ने सफीदों थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह पीएनबी बैंक का उपभोक्ता है। उसके खाते में ३० मई को एक लाख ४० हजार २०१ रुपये की राशि थी। ३१ मई को उसमें १८ हजार ३४७ रुपये वेतन के और जमा हुए। ३१ मई दोपहर बाद वह बैंक की एटीएम केबिन में कुछ राशि निकलवाने के लिए गया था, लेकिन उसका एटीएम कार्ड मशीन के अंदर ही रह गया। जिसकी शिकायत उसने बैंक मैनेजर एसपी कौशिक को देकर एटीएम कार्ड निकलवाने का आग्रह किया। बैंक मैनेजर ने एक जून को आकर अपना कार्ड ले जाने के लिए कहा। जब वह बैंक में पहुंचा तो उसके खाते से एक लाख रुपये की राशि गायब थी। जिस पर उसने बैंक मैनेजर को तत्काल एटीएम कार्ड को बंद करने के लिए कहा। जिसकी लिखित मौके पर ही दे दी गई। उसके बाद भी उसके खाते से एक जून को ५८ हजार रुपये की राशि गायब हो गई। गायब हुई राशि के लिए वह लगातार बैंक के चक्कर लगाता रहा। लेकिन न तो उसके एटीएम कार्ड का सुराग लगा और न ही उसकी गायब हुई राशि के बारव् में। जब गायब हुई राशि की डिटेल खंगाली गई तो एक लाख रुपये की राशि गंगानगर निवासी कमाऊ रव्जिमेंट में तैनात ओमकार सिंह के खाते में ट्रांसफर मिली। सुरजभान ने आरोप लगाया कि बैंक अधिकारियों की मिलीभगत के चलते उसे एक लाख ५८ हजार रुपये का चूना लगा है। पुलिस ने सुरजभान की शिकायत पर बैंक मैनेजर एसपी कौशिक, गंगानगर कमाऊ रव्जीमेंट में तैनात फौजी ओमकार को नामजद कर दोतीन अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में チयानत का मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
No comments:
Post a Comment