Friday, 22 June 2012

धान की सीधी बिजाई का आधा लक्ष्य पूरा कृष्ि अधिकारी गांवगांव बता रहे धान सीधी बिजाई के फायदे किसानों को प्रोत्साहन के लिए दे रहे हैं कीटनाशक दवाइयां २५० एकड़ से भी ज्यादा क्षेत्र में होगी धान की सीधी बिजाई



कुलदीप सिंह
जींद। कृष्ि विभाग धान की सीधी बिजाई कराने में जोरशोर से जुटा हुआ है। अब तक विभाग ने १२५ एकड़ में धान के सीधी बिजाई के लक्ष्य को पूरा कर लिया है और आगामी कुछ  दिनों में टारगेट पूरा होने की उमीद जताई जा रही है। किसानों को प्रोत्साहित करने कव् लिए विभाग बीज, खाद व कीटनाशक दवाइयां भी दी जा रही हैं। कृष्ि विभाग अधिकारियों के अनुसार जिले में तय टारगेट से ज्यादा धान की सीधी बिजाई की जाएगी।
भूजल को बचाने कव् लिए कृष्ि विभाग धान की सीधी बिजाई कराने पर जोर दे रहा है।
कृष्ि विभाग ने जिले में ख्भ्० एकड़ में धान की सीधी बिजाई करने का लक्ष्य रखा हुआ है और अब तक करीब क्ख्भ् एकड़ में सीधी बिजाई करवाई जा चुकी है। कृष्ि अधिकारियों के अनुसार धान कि सीधी बिजाई करने से पानी की तो बचत होती ही है साथ में किसानों को मेहनत भी कम करनी पड़ती है। विभाग कव् अधिकारी गांवगांव जाकर धान की सीधी बिजाई करने से होने वाले फायदों की विस्तार से जानकारी दे रहे हैं। इसलिए विभाग धान की सीधी बिजाई करने वाले किसानों को प्रोत्साहित कर रहा है। इसकव् लिए एसडीओए सहायक पौधा सरंक्षण अधिकारीए एसएमएस को टीम में शामिल किया गया है। इसकव् अलावा खंड कृष्ि अधिकारियों की भी डयूूटी लगाई हुई है। किसानों को धान की सीधी बिजाई के प्रति जागरूक करने के लि बीज, खाद व दवाइयां मुत में दे रहा है। कृष्ि विभाग द्वारा अबकी बार बासमती  धान की सीधी बिजाई कराई जाएगी। योंकि बासमती गरुप की धान में कम पानी की जरूरत होती है। ऐसे में विभाग धान की सीधी बिजाई करवा कर भूजल का बचा सकव्।

या है धान की सीधी बिजाई
बिना पौधा रोपण किए खेत में बीज द्वारा फसल की बिजाई करना धान की सीधी बिजाई कहलाती है। सीधी बिजाई की दो विधियां है। पहली विधि में खेत को तैयार करके सिंचाई की जाती है और बार आने पर बिजाई सीड फर्टीलाईजर मशीन से धान के बीज की बिजाई की जाती है। दूसरी विधि में सूखे खेत को तैयार करके ड्रील मशीन द्वारा धान के बीज की सीधी बीजाई कर दी जाती है। बिजाई के तुरंत बाद सिंचाई की जाती है और बीज के अंकुरित होने तक खेत को गीला रखना जरूरी है।
किसानों को होगा फायादा
कृष्ि विभाग के उप निदेशक डा. रामप्रताप सिहाग ने कहा कि धान की सीधी बिजाई करने से पानी की बचत तो होती है और लेबर का भी खर्च कम होता है। जिससे फसल का लागत मूल्य भी कम होता है। सीधी बिजाई से जमीन की उर्वरा शक्ति भी पूरी तरह बनी रहती है और फसल की अच्छी पैदावार होती है।


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