अर्जुन स्टेडियम की टूटी पड़ी दीवार क्या ठीक होगी या नहीं, ऐसा सवाल स्टेडियम में अभ्यास करने वाले खिलाडि़यों की जुबान से सुना जा सकता है। सबसे ज्यादा चिंता खेल का अभ्यास करने वाली लड़कियों को हो रही है।
गौर है कि बारिश के दिनों में स्टेडियम की जो दीवार गांधी नगर की तरफ लगती थी, वह तहस-नहस हो गई थी। रही-सही कसर पिछले दिनों खेल विभाग द्वारा पूरी कर दी गई। गांधी नगर के साथ लगने वाली दीवार को ठीक करने के लिए विभाग ने दीवार को काफी गहराई तक खुदवा दिया। गहराई तक खुदाई होने के बाद उस दीवार को अब अधूरा छोड़ दिया गया, जिसके चलते स्टेडियम में अभ्यास करने वाले खिलाडि़यों को आए दिन चिंता सता रही है कि क्या बारिश के मौसम से पहले यह दीवार बनकर तैयार हो जाएगी। सुप्रीम सीनियर सेकेंडरी स्कूल में डीपीई के पद पर कार्यरत नेहा भटनागर ने स्टेडियम की टूटी दीवार पर चिंता जताई ही नहीं, बल्कि यहां तक कहा कि हम जब फिटनेस के लिए स्टेडियम में आते हैं तो हमें अपना वाहन स्टेडियम से बाहर खड़ा करना पड़ता है, जिसके कारण हमें काफी परेशानी होती है। उसका कहना था कि कई बार अभ्यास करने वाली दर्जनों लड़कियों ने दीवार बनाने को लेकर विभाग के अधिकारियों को भी अवगत कराया, लेकिन अभी तक स्टेडियम की दीवार नहीं बन पाई।
उसके अनुसार हैंड बाल का अभ्यास करने वाली दर्जनों लड़कियां भी दीवार टूटने के कारण काफी परेशान हैं। उसके अनुसार हॉकी का अभ्यास करने वाले खिलाड़ी भी काफी परेशान हैं। आपको बता दें कि सुबह व शाम के समय हॉकी, हैंड बाल, कबड्डी, खो-खो, दौड़ आदि की तैयारी के लिए खिलाड़ी यहां अभ्यास करते हैं। दीवार टूटी होने के कारण आवारा पशु भी स्टेडियम में घूमते रहते हैं। याद रहे गत दिवस अभ्यास करने वाले सैकड़ों खिलाडि़यों ने दीवार को ठीक करने के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था। अब इस मामले में खेलों का अभ्यास करने वाली दर्जनों लड़कियां भी मैदान में आ गई हैं। लड़कियों ने कहा कि अगर दीवार का काम शुरू नहीं हुआ तो वे इस मामले की शिकायत उपायुक्त को करेंगी। इस मामले में खेल विभाग के जिला अधिकारी से पूछना चाहता तो बार-बार दूरभाष करने पर कार्यालय की ओर से यही बताया गया कि साहब स्टेडियम की तरफ गए हुए हैं।
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