जींद। दूसरव् राज्यों से विभिन्न शैक्षणिक कोर्सों के नाम पर छात्रों से रुपये ऐंठने तथा उनके ाविष्य से खिलवाड़ करने वाले हाऊसिंग बोर्ड स्थित बीसीएमईटी शिक्षण संस्थान संचालिका शशिप्रभा त्रिपाठी के खिलाफ मामले दर्ज होते ही दूसरव् मामले भी उजागर होने लगे हैं। संस्थान संचालिका द्वारा छात्रों को जेबीटी की परीक्षा करवाने के नाम लगभग १७ लाख रुपये ठगने की तीन अलगअलग शिकायतें पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार को भेजी गई हैं। बीपीआर सीनियर सकेंडरी स्कूल के संचालक गांव खांडा निवासी त्रिलोक भारद्वाज व गांव ढाठरथ स्थित सरस्वती स्कूल संचालक श्रीभगवान ने पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में बताया कि उन्होंने वर्ष २००९११ सत्र के लिए दोनों स्कूलों के क्ऽख् छात्रों के जमू से जेबीटी करवाने के लिए बीसीएमईटी शिक्षण संस्थान संचालिका शशिप्रभा त्रिपाठी को अलगअलग किश्तों में २० लाख ९६ हजार रुपये दिए थे।
जिसमें से ४२ छात्रों के पेपर करवा दिए गए जबकि १५३ छात्रों का भविष्य अधर में लटका दिया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच पंचायतों का भी दौर चला। लेकिन न तो छात्राओं की परीक्षा करवाई गई और न ही १५३ छात्रों के १४ लाख ६६ हजार रुपये लौटाए। इसी तरह गांव जाजवान निवासी डा. पवन आर्य ने पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में बताया कि उसने वर्ष् २००९११ में उसकी पत्नी तथा भाभी को इस संस्थान से जेबीटी करवाने के लिए ३५ हजार रुपये दिए थे। संस्थान की संचालिका व उसके पति न तो उनकी परीक्षाएं दिलवाई और न ही रुपये वापस किए। वहीं गांव बिशनपुरा निवासी पवन कुमार ने भी पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में बताया कि उसने अपनी पत्नी व रिश्तेदारों सहित ११ उमीदवारों के जमू से जेबीटी करवाने के नाम पर लगभग एक लाख स्त्रक् हजार ५०० रुपये दिए थे। सेंटर संचालिका शशिप्रभा संचालिका शशिप्राा त्रिपाठी ने न तो पैसे लौटाए और न ही परीक्षा दिलवाई।
काबिलेगौर है किपटियाला चौक निवासी सुरव्ंद्र कुमार की शिकायत पर पुलिस ेने बीसीएमईटी शिक्षण संस्थान संचालिका शशिप्रभा त्रिपाठी के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, गालीगलौच करने व जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज किया हुआ है। सुरेन्द्र ने आरोप लगाया था कि उसने अपने दोस्त की बेटी के बीएड में दाखिला करवाने की एवज में ६५ हजार रुपये दिए थे। सुरव्ंद्र की शिकायत पर मामला दर्ज होते ही सेंटर संचालिका के खिलाफ अन्य मामले उजागर होने शुरू हो गए हैं।
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