जींद। गांव पौली के निकट वीरवार शाम को चैकिंग के दौरान ट्रैफिक पुलिसकर्मियों तथा ट्रक चालक के बीच हुई कहासुनी के दौरान ट्रक चालक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि रिश्र्वत राशि न देने पर पुलिसकर्मियों ने उसके भाई को घूसा दे मारा। जिससे उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर डीएसपी अमरीक सिंह पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंच गए और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने मृतक के शव को कजे में ले सामान्य अस्पताल के शव गृह में रखवा दिया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। गांव पिपरौली अलवर राजस्थान निवासी नूरद्दीन उर्फ नूरी (३५) वीरवार को ट्रक में पत्थर पाऊडर लेकर समाना पंजाब के लिए रवाना हुआ था। नूरद्दीन के साथ दो अन्य ट्रक और पत्थर पाऊडर से भरव् हुए साथ चल रहे थे। गांव पौली के निकट ट्रैफिक पुलिस ने इशारा कर ट्रक को रूकवा लिया और कागजात दिखाने के लिए कहा। इसी दौरान नूरद्दीन तथा पुलिसकर्मियों के बीच कहासुनी हो गई। आरोप है कि एक पुलिसकर्मी ने नूरद्दीन की छाती में घूसा दे मारा। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक नूरद्दीन के साथ ट्रक में सवार बड़े भाई शौकीन खान ने आरोप लगाया कि उसके भाई की रिश्र्वत न देने पर घूसा मार कर हत्या की गई है।
शौकीन खान ने बताया कि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों का नेतृत्व महिला सब इंस्पेटर कर रही थी। उसके साथ चार अन्य पुलिसकर्मी थे। इंट्री के नाम पर उन्होंने २००० रुपये मांगे। लेकिन नूरद्दीन ने अपने पास २०० रुपये होने की बात कही। जिस पर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने चालान काटने की धमकी दी। नूरद्दीन ने अपने सहयोगी ट्रक चालकों से एक हजार रुपये इकट्ठा कर १२०० रुपये देने की पेशकश की। लेकिन ट्रैफिक पुलिसकर्मी दो हजार रुपये देने की बात पर अड़े रहे। इसी दौरान एक पुलिसकर्मी ने उसके भाई की छाती में घूसा जड़ दिया। डीएसपी हेडक्वार्टर ओमसिंह बलहारा ने कहा कि उन्हें मामले की पूरी जानकारी नहीं है। डीएसपी सिटी अमरीक सिंह को मौके पर भेजा गया है। उनके बारव् में डीएसपी अमरीक सिंह ही बता सकते हैं। डीएसपी अमरीक सिंह ने कहा कि वह कार्यवश बाहर गए हुए हैं। मामले के बारव् में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
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