Monday, 18 June 2012

फाइनेंस का झांसा दे ३० लाख ठगे फाइनेंस कंपनी सहित पांच पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज न लौटाये कागजात, न दिलाई फाइनेंस राशि


नरवाना। फाइनेंस कंपनी से कम याज दर पर फाइनेंस करवाने का झांसा देकर तीस लाख रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। कागजातों की खानापुर्ति कर न तो फाइनेंस की राशि मिली और न ही कागजात व एडवांस ली गई राशि वापस लौटाई। पुलिस ने पीड़ित व्यक्ति की शिकायत पर कंपनी सहित पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में チयानात तथा जमा कागजातों के आधार पर कजा करने का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव सुदकैन कलां निवासी नफेसिंह ने शहर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसका संपर्क चमेला कालोनी निवासी सीताराम तथा कुछ अन्य लोगों के साथ हुआ। 
उन्होंने बताया कि जमीन के कागजातों पर मैसर्ज ओम फाइनेंस सर्विस कॉप्रेटिव अलीगढ़ उारप्रेदश से ३० लाख रुपये का सस्ती याज दर पर फाइनेंस करवा सकते हैं। जिसके एवेज में १८ जनवरी २०११ को करनाल रोड पर १५ हजार रुपये वकील की फीस के नाम पर ५२३५६ रुपये का मार्जन ड्राट तथा तीन हजार रुपये फाइल खर्च के नाम पर ले लिए। जमीन से संबंधित कागजात व सभी औपचारिकताएं पूरी कर फाइल को जमा करवा दिया गया। सीता राम व उसके साथियों ने कुछ समय के बाद ३० लाख रुपये की फाइनेंस राशि दिलाने का आश्र्वासन दिया, लेकिन निर्धारित समय में उसे फाइनेंस की राशि नहीं मिली। जब उसने जमीन से संबंधित कागजात तथा विभिन्न औपचारकिताओं के नाम पर खर्च की गई लगभग ७५३५६ रुपये की राशि वापस मांगी तो उन्होंने लौटाने से मना कर दिया। नफेसिंह ने आरोप लगाया कि सीता राम व उसके साथियों ने उसके कागजातों का दुरूपयोग कर ३० लाख रुपये का फाइनेंस करवा कर हड़प गए। पुलिस ने नफेसिंह की शिकायत पर चमेला कालोनी निवासी सीताराम, श्रवण, दीपक, रामबीर तथा मैसर्ज ओम फाइनेंस सर्विस कॉप्रेटिव अलीगढ़ उारप्रेदश के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

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