नरवाना। गांव हथो में एक सप्ताह पहले दलित युवक के मर्डर की गुत्थी न सुलझने और पुलिस की कार्यशैली से क्षुध होकर वीरवार को ४० दलित परिवारों के लगभग १५० सदस्यों ने गांव से पलायन कर लघु सचिवालय पर डेरा डाल लिया। एसडीएम अरिवंद शर्मा तथा डीएसपी रामेश्र्वर लांबा ने हत्यारोपियों की गिरतारी का आश्र्वासन देकर उन्हें शांत किया। बाद में कैंटर मंगवाकर दलित परिवारों को वापस गांव भेज दिया। दलित परिवारों ने अल्टीमेटम दिया अगर शुक्रवार शाम तक हत्यारोपियों को गिरतार नहीं किया गया तो वे गांव से फिर पलायन कर जाएंगे। दलित परिवारों ने आरोप लगाया कि अनिल की हत्या को एक सप्ताह हो गया है, लेकिन अब तक हत्यारों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस मामले की लीपापोती करने की कोशिश कर रही है।
गांव हथो निवासी अनिल की गत २२ जून को हुई निर्मम हत्या के विरोध में तथा हत्यारोपियों की गिरतारी न होने पर ४० दलित परिवारों के लगभग १५० सदस्यों ने अपने मकानों पर ताले लगाकर साजो सामान के साथ गांव छोड़ दिया। दलित परिवारों के पलायन करने की सूचना मिलने पर डीएसपी रामेश्र्वर लांबा, सदर थाना प्रभारी भीम सिंह पुलिस बल के साथ ढाकल हैड पर पहुंच गए और दलित परिवारों से मानमनोव्वल कर उन्हें पलायन से रोकने की कोशिश की। बात लगभग सिरव् चढ़ चुकी थी, लेकिन फिर बात बिगड़ गई ओर उन्होंने रव्लवे स्टेशन की तरफ कूच शुरू कर दिया। बाद में फिर दलित परिवारों को मनाया गया और बातचीत के लिए लघु सचिवालय ले जाया गया। दलित परिवारों ने बताया कि पुलिस ने गांव के ही दबंग सोनू को अनिल की हत्या के मामले में हिरासत में लिया हुआ है। सोनू अपराधिक प्रवृति का है। पुलिस सोनू से अब तक अन्य सहयोगियों का नाम नहीं उगलवा पाई है। अनिल की हत्या कई लोगों ने मिलकर की है। पुलिस मामले को लीपापोती करने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि अगर शुक्रवार शाम तक हत्या में शामिल रहे लोगों को गिरतार नहीं किया जाता तो दलित परिवार दिल्ली पहुंचकर सोनिया गांधी के आवास के सामने डेरा डालने को मजबूर होंगे। काफी देर तक एसडीएम अरविंद शर्मा, डीएसपी रामेश्र्वर लांबा से दलित समाज के लोग सवाल जवाब करते रहे। दोनों अधिकारियों ने आश्र्वासन दिया कि मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। हत्या में शामिल लोगों को गिरतार कर लिया जाएगा। जांच के दौरान पांच दलित समाज के लोग पुलिस के साथ रहेंगे। जिस पर दलित समाज के लोग शांत हो गए और आरोपियों की गिरतारी के लिए शुक्रवार शाम तक का अल्टीमेटम दिया। बाद में अधिकारियों ने कैंटर मंगवाकर दलित परिवारों को वापस गांव भेज दिया। दलित परिवारों के वापस लौटने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली।
या था मामला
२२ जून की रात गांव हथो निवासी दलित युवक अनिल की बेरहमी से हत्या कर शव को खुर्द बुर्द करने की नियत से गांव बिधराना के खेतों में लकड़ी डालकर जलाने की कोशिश की गई थी। पुलिस ने अनिल के अधजले शव को कजे में ले पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया था। पुलिस ने मृतक के भाई सुनील की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था।
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