जींद। मनरव्गा स्कीम में धांधलियों को लेकर शुक्रवार को मनरव्गा मजदूर यूनियन के आह्वान पर मजदूरों ने शहर में प्रदर्शन किया। बाद में लघु सचिवालय पहुंच कर मांगों से संबंधित मुチयमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार दलीप सिंह खर्ब को सौंपा। नेहरू पार्क में मनरव्गा मजदूरों को संबोधित करते हुए यूनियन के उप प्रधान धर्मबीर सिंह ने कहा कि एक अप्रैल २००८ को राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना को लागू किया गया था। जिसमें व्यस्क मजदूर को वर्ष् में १०० दिन कार्य उपलध करवाने की गारंटी दी गई है। इसके अलावा मजदूरी का ाुगतान काम न दिए जाने की स्थिति में बेरोजगारी भाा, कार्यस्थल पर बुनियादी सुविधाएं उपलध करवाने का प्रावधान किया गया है। लेकिन चार वर्ष् बीत जाने के बाद भी एक प्रतिशत मजदूरों को १०० दिन कार्य भी नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि मजदूरों की मांग पर उन्हें कार्य नहीं दिया जा रहा है। सरपंच, सभा समिति तथा अधिकारी मिलीभगत कर योजना को पलीता लगा रहे हैं। काम के इच्छुक लोगों को रोजगार कार्ड उपलध नहीं कराए जा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि सभी मजदूरों को हाजरी कार्ड दिए जाएं। सभी मजदूरों को लिखित पावती दी जाए। जॉब कार्ड में प्रविष्ठियां दर्ज की जाएं। मस्ट्रोल कार्य स्थल पर होना चाहिए। २०० दिन का रोजगार प्रत्येक मजदूर को दिया जाए। न्यूनतम मजदूरी ३०० रुपये प्रतिदिन की जाए। ग्रामसभा की छह माह की मनरव्गा से संबंधित वीडियोग्राफी की जाए। कार्यस्थल पर मजदूर की मौत होने पर दस लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। बाद में मजदूर नारव्बाजी करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और मांगों से संबंधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। इस मौके पर महासचिव पाल सिंह, दिलबाग सिंह, संताराम, सुरव्श, मोजीराम, हवासिंह सहित कई मजदूर नेताओं ने विचार रखे।
Friday, 8 June 2012
मनरव्गा में धांधली को लेकर मजदूर बिफरव् मजदूरों ने मांगों को लेकर किया प्रदर्शन मांगों से संबंधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा
जींद। मनरव्गा स्कीम में धांधलियों को लेकर शुक्रवार को मनरव्गा मजदूर यूनियन के आह्वान पर मजदूरों ने शहर में प्रदर्शन किया। बाद में लघु सचिवालय पहुंच कर मांगों से संबंधित मुチयमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार दलीप सिंह खर्ब को सौंपा। नेहरू पार्क में मनरव्गा मजदूरों को संबोधित करते हुए यूनियन के उप प्रधान धर्मबीर सिंह ने कहा कि एक अप्रैल २००८ को राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना को लागू किया गया था। जिसमें व्यस्क मजदूर को वर्ष् में १०० दिन कार्य उपलध करवाने की गारंटी दी गई है। इसके अलावा मजदूरी का ाुगतान काम न दिए जाने की स्थिति में बेरोजगारी भाा, कार्यस्थल पर बुनियादी सुविधाएं उपलध करवाने का प्रावधान किया गया है। लेकिन चार वर्ष् बीत जाने के बाद भी एक प्रतिशत मजदूरों को १०० दिन कार्य भी नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि मजदूरों की मांग पर उन्हें कार्य नहीं दिया जा रहा है। सरपंच, सभा समिति तथा अधिकारी मिलीभगत कर योजना को पलीता लगा रहे हैं। काम के इच्छुक लोगों को रोजगार कार्ड उपलध नहीं कराए जा रहे हैं। उन्होंने मांग की कि सभी मजदूरों को हाजरी कार्ड दिए जाएं। सभी मजदूरों को लिखित पावती दी जाए। जॉब कार्ड में प्रविष्ठियां दर्ज की जाएं। मस्ट्रोल कार्य स्थल पर होना चाहिए। २०० दिन का रोजगार प्रत्येक मजदूर को दिया जाए। न्यूनतम मजदूरी ३०० रुपये प्रतिदिन की जाए। ग्रामसभा की छह माह की मनरव्गा से संबंधित वीडियोग्राफी की जाए। कार्यस्थल पर मजदूर की मौत होने पर दस लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। बाद में मजदूर नारव्बाजी करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और मांगों से संबंधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। इस मौके पर महासचिव पाल सिंह, दिलबाग सिंह, संताराम, सुरव्श, मोजीराम, हवासिंह सहित कई मजदूर नेताओं ने विचार रखे।
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