Thursday, 14 September 2017

शहर को जल्द मिलेगी सीवरेज की गंदे पानी से निजात

12 किलोमीटर लम्बी पाइप लाइन को मिली हरी झंडी
जनस्वास्थ्य विभाग ने प्रोजेक्ट के लिए जारी किए टैंडर
हांसी रोड से किनाना ड्रेन तक पाइप लाइन पर खर्च होंगे 110 लाख

जींद
शहर में लगातार बढ़ रही सीवरेज समस्या से निजात पाने के लिए मुख्यालय को 12 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन को जनस्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय ने मंजूरी दे दी है। जिस पर जनस्वास्थ्य विभाग जल्द ही कार्य को शुरु कर देगा। यह पाइप लाइन पुराना हांसी रोड स्थित ट्रीटमेंट प्लांट से निकल कर कालवा-किनाना ड्रेन में जाएगी। जिसके लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने लगभग दो माह पहले अस्टीमेट मुख्यालय को भेजा था। पाइप लाइन दबाई जाए की बात शहर को सीवरेज से निकलने वाले गंदे पानी तथा जलभराव से निजात मिल जाएगी। प्रोजेक्ट के लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने टैंडर भी जारी कर दिए हैं। 
110 लाख रुपये खर्च होंगे प्रोजेक्ट पर 
हांसी रोड स्थित ट्रीटमेंट प्लांटों से निकल किनाना ड्रेन तक जाने वाली पाइप लाइन के लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने 110 लाख रुपये का बजट रखा है। शहर में चार दशक से पुरानी सीवरेज पाइप लाइन है। जबकि शहर से गंदा पानी ज्यादा निकल रहा है। बारिश के दौरान शहर के हालात बद्दतर हो जाते और गंदे पानी की निकासी नहीं हो पाती। गंदे पानी की निकासी को लेकर शहर में दो ट्रीटमेंट प्लांटों का निर्माण हांसी रोड पर किया गया। विभाग के सामने दूसरी समस्या यह पैदा हो गई ट्रीटमेंट से निकला पानी किसान बहुत कम ले पा रहे हैं। नहर में पानी को नहीं डाला जा सकता। न ही गंदे पानी को खुले में छोड़ा जा सकता है। इसके अलावा जनस्वास्थ्य विभाग के पास अतिरिक्त जगह भी नहीं है। बारिश के दौरान गंदे पानी की समस्या और ज्यादा हो जाती है। ऐसे हालातों से निपटने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने हांसी रोड स्थित ट्रीटमेंट प्लांटों से किनाना ड्रेन तक पाइप लाइन बिछाकर समस्या का समाधान निकालने का प्रयास किया। जिसका प्रपोजल बनाकर जनस्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय में भेजा गया है। जनस्वास्थ्य विभाग के प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है। जिसके लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने टैंडर भी जारी कर दिए हैं। 
24 इंच मोटी डीआई पाइप का होगा प्रयोग
ट्रीटमेंट प्लांटों से निकलकर किनाना ड्रेन तक जाने वाली पाइप लाइन 24 इंच मोटी होगी। विभाग ने यह फैसला शहर की बढ़ रही आबादी तथा शहर से निकलने वाले गंदे पानी की क्षमता को लेकर किया है। विभाग का मानना है कि हर रोज निकलने वाले गंदे पानी के अलावा बारिश के दौरान गंदे पानी के दबाव को देखते हुए पाइपों की चौड़ाई बढ़ाई गई है। पाइप लम्बे समय तब टिके रहे और दबाव को झेल सके इसके लिए डीआई पाइप बिछाई जाएंगी। 
क्या कहते हैं जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता
जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता हरभजन सिंह ने बताया कि प्रोजेक्ट के लिए टैंडर जारी कर दिए गए हैं। पाइप लाइन बिछाए जाने के बाद शहर में सीवरेज निकासी की समस्या का समाधान हो जाएगा। इस पाइप लाइन के शुरू होने से शहर को सीवरेज के गंदे पानी से निजात मिल जाएगी। 

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